माइग्रेन, पाचन समस्याएं और दर्द से निजात के लिए अदरक का पानी
अपने एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों के कारण अदरक का पानी, दर्द और पीड़ा से लड़ने में इस्तेमाल किया जा सकता है। फिर भी अगर आपको पहले से ही किसी तरह की बीमारी है, तो ज्यादा अच्छा होगा कि पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
अदरक एक खुशबुदार पौधा है जिसका इस्तेमाल सालों से अलग-अलग तरह के व्यंजन बनाने और औषधीय कामों में होता आया है।
यह एक मसालेदार जड़ी है। अपने कई तरह के उपयोगों के कारण इसे दुनिया भर की हजारों रसोइयों में इस्तेमाल किया जाता है।
अदरक में जिंजरोल (gingerol) होता है, जो एक्टिव कम्पाउंड है और जिसे अपने एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एनाल्जेसिक और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण जाना जाता है।
यह एसेंशियल ऑयल, विटामिन और एमिनो एसिड का अच्छा स्रोत भी है। ये सभी शरीर को अलग-अलग तरह के अंदरूनी और बाहरी फायदे पहुंचाते हैं।
आम-तौर पर इसका इस्तेमाल वैकल्पिक ओरिएंटल दवाओं में किया जाता है। स्वास्थ्य सुधार की अपनी क्षमता के कार्फान वर्तमान में यह पूरी दुनिया में फैल चुका है।
नीचे हम आपके साथ अदरक के कुछ खास फायदे और अदरक का पानी तैयार करने का एक जाना-माना नुस्खा शेयर करना चाहते हैं, ताकि आप भी इन फायदों का आनंद ले सकें।
अदरक के पौष्टिक गुण (Ginger’s nutritional properties)
अदरक की जड़ पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत है जिसका इस्तेमाल शरीर की सुरक्षा और तरह-तरह की बीमारियों से लड़ने के लिए किया जा सकता है।
इसमें जरूरी तेल, जैसे लिमोनेन (limonene), सिट्रोनेनला (citronella) और जिंजरोल (gingerol) होते हैं, जो स्वास्थ्यवर्धक गुण प्रदान करते हैं।
उन सब में जिंजरोल सबसे बेहतरीन होता है, और वही अदरक को मसालेदार स्वाद भी देता है। यह एक शक्तिशाली एंटी-इन्फ्लेमेटरी है जो गठिया और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी बीमारियों के इलाज में मदद करता है।
इसमें विटामिन C, विटामिन B ग्रुप, कैल्शियम, क्रोमियम, एल्यूमीनियम और फास्फोरस जैसे मिनरल भी मौजूद हैं।
हम आपको यह भी बताना चाहेंगे कि इसमें लिनोलेइक एसिड, एमिनो एसिड जैसे नियासिन (niacin) और ट्रायप्टोफान (tryptophan) और प्रोटीज़ (protease) और ज़िंगिबैन (zingibain) जैसे एंजाइम होते हैं।
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अदरक के पानी के फायदे (Benefits of ginger water)
अदरक का पानी एक औषधीय पेय है जिसमें अदरक की जड़ के साथ-साथ नींबू और शहद के सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
यह एक बहुत शक्तिशाली एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एनाल्जेसिक और आरामदायक असर देता है, इसलिए हम सिरदर्द, माइग्रेन और स्ट्रेस से छुटकारा पाने के लिये इसका इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।
यह प्रोस्टाग्लैंडिन के असर को रोकने में कारगर साबित हुआ है, जो एक ऐसा तत्व जो है जो दिमाग में ब्लड वेसल में सूजन पैदा करके माइग्रेन का कारण बनता है।
यह एक शानदार डाइजेस्टिव टॉनिक भी है, जो सामान्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइन की समस्याओं जैसे गैस, दर्द और अजीर्ण से लड़ने में कारगर है।
इसके एक्टिव तत्व खून के संचार को बढ़ाते हैं तथा वेरीकोस वेरिकोस वेंस और स्पाइडर वेंस को बनने से रोकते हैं।
यह जोड़ों और मांसपेशी के दर्द से मुकाबला करने के लिये सबसे अच्छे प्राकृतिक नुस्खों में से एक है, क्योंकि जिंजरोल सूजन को कम करता है और राहत दिलाता है।
रोजाना इसकी एक उचित खुराक लेने से गठिया, ऑस्टियोआर्थराइटिस और दूसरी पुरानी सूजन सम्बन्धी समस्याओं के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।
इसमें काफी कम कैलोरी होती है, इसलिए यह मेटाबोलिज्म को बढ़ाने और वजन कम करने का एक बेहतरीन विकल्प है।
अदरक का पानी कैसे तैयार करें (How to make ginger water)
अदरक का पानी तैयार करने का कोई वैज्ञानिक तरीका नहीं है। इसके लिये महंगी या मुश्किल से मिलने वाली चीज भी नहीं चाहिये। इसमें इस्तेमाल होने वाली चीजों को आप अपने नजदीकी बाजार में आसानी से पा सकते हैं।
यह एक हाइड्रेटिंग, एंटी-इन्फ्लेमेटरी ड्रिंक है जो आम-तौर पर दिन भर में होने वाले दर्द को कम करने का बढ़िया उपाय है।
जरूरी चीजें
- 5 बड़ा चम्मच ताजा अदरक (50 ग्राम)
- 3 कप पानी (750 मिलीलीटर)
- 1/2 नींबू से रस
- 2 बड़े चम्मच शुद्ध शहद (50 ग्राम)
बनाने का तरीका
- ताजा अदरक की जड़ लें और इसे अच्छी तरह धो लें। फिर एक कद्दूकस की मदद से इसका बारीक चूरा बना लें।
- फिर पानी को उबालें। एक बार जब पानी उबल जाये, तो उसमें अदरक डाल लें।
- दो मिनट के लिए आंच पर रख दें, फिर आंच से हटा दें।
- इसमें नींबू निचोड़ें, फिर शहद मिलायें।
- आप इस ड्रिंक को गर्म कर सकते हैं, हालांकि चाहें तो इसे कोल्ड ड्रिंक की तरह फ्रिज में भी रख सकते हैं।
- दो या तीन कप रोजाना पियें।
इन हालातों में न लें अदरक का पानी
अदरक के पानी के कई फायदे होने के बावजूद, हम आपको यह भी बता देना चाहते हैं कि कुछ मामले ऐसे भी हैं जिनमें इसे नहीं पीने की सलाह दी जाती है।
उदाहरण के लिए अगर आपको डुओडनल अल्सर (duodenal ulcers), कोलाइटिस (colitis) या क्रॉन रोग (Crohn’s diseases) हैं, तो आपको इसे नहीं पीना चाहिये। क्योंकि अगर वे सक्रिय हैं, तो यह दर्द को और ज्यादा बढ़ा सकता है।
अगर आप गर्भवती हैं तो तब भी इसका इस्तेमाल करना ठीक नहीं है क्योंकि इसमें मौजूद कुछ कंपाउंड आपके भ्रूण के हार्मोनल फार्मेशन में गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं। अगर आप इसका इस्तेमाल मतली को शांत करने के लिए कर रहे हैं, तो अच्छा होगा कि अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
अगर आप डायबिटीज या सर्कुलेटरी सिस्टम के लिए दवायें ले रहे हैं तो आपको किसी स्पेशलिस्ट से सलाह लेनी चाहिए।
अदरक में मौजूद एक्टिव तत्वों में कई ऐसे हैं जो इस तरह की दवाओं के असर में गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं।
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