रूमेटाइड आर्थराइटिस : सुबह के नाश्ते के लिए 6 बेहतरीन विकल्प

क्या आप जानते हैं, ताज़ी बेरियाँ खाकर रूमेटाइड आर्थराइटिस के लक्षणों से आप राहत पा सकते है? इस बीमारी व उससे आराम दिलाने वाले अन्य खाद्य पदार्थों के बारे में जानें इस लेख में।
रूमेटाइड आर्थराइटिस : सुबह के नाश्ते के लिए 6 बेहतरीन विकल्प

आखिरी अपडेट: 31 जनवरी, 2019

रूमेटाइड आर्थराइटिस एक ऐसा स्थायी व दर्दनाक रोग होता है, जिसमें हमारे जोड़े व उन्हें जोड़े रखने वाले टिशू कमज़ोर हो जाते हैं।

सूजन वाली इस ऑटोइम्यून बीमारी से इससे पीड़ित लोगों के जीवन पर एक गहरा असर पड़ सकता है। जैसे-जैसे उनका रोग बदतर होता जाता है, उसके लक्षण भी गंभीर होते जाते हैं।

रूमेटाइड आर्थराइटिस से लड़ने में मददगार नाश्ता

इस अवस्था से जूझते लोगों को अक्सर जकड़न का एहसास होता है। जोड़ों का उनका दर्द चलने-फिरने की उनकी क्षमता को भी प्रभावित करता है। गंभीर हो जाने पर रूमेटाइड आर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis) अक्सर शारीरिक विकृतियों का कारण बन जाता है।

हरेक व्यक्ति के लिए भले ही यह रोग अलग-अलग तरह से, शरीर के अलग-अलग अंगों में विकसित होता हो, पर इसके ज़्यादातर मरीजों को सूजन की वजह से लगातार दर्द होता है।

खुशकिस्मती से, इनमें से कई प्रतिक्रियाओं को कम किया जा सकता है। वह इसलिए कि कुछेक खाद्य पदार्थों की खूबियाँ रूमेटाइड आर्थराइटिस के इलाज को और भी कारगर बना देती हैं।

ऐसे में, इसके कई रोगियों को यह जानकर ख़ुशी होगी कि अपनी इस अवस्था का मुकाबला करने के लिए सभी आवश्यक पोषक तत्वों को वे सुबह के अपने नाश्ते में शामिल कर सकते हैं

रूमेटाइड आर्थराइटिस के लक्षणों को कम करने वाले 6 खाद्य पदार्थों के बारे में आज हम आपको बताने जो जा रहे हैं!

इन्हें आज़माकर देखना न भूलें!

1. बेरियाँ (Berries)

रूमेटाइड आर्थराइटिस : नाश्ते में बेरियाँ खाएं

वैसे देखा जाए तो रूमेटाइड आर्थराइटिस के मरीज़ों के लिए सभी फल फायदेमंद ही होते हैं। हाँ, यहाँ लाल बेरियों का ख़ास ज़िक्र करना बनता है।

यह फल एंटीऑक्सीडेंट्स और सूजनरोधी कंपाउंडों के प्रमुख स्रोतों में से एक होता है। हमारे शरीर में सोख लिए जाने के बाद यह रूमेटाइड आर्थराइटिस के लक्षणों से राहत दिलाने में मददगार होता है।

लाल बेरियों में मौजूद विटामिन सी की उच्च मात्रा हमारे शरीर में कॉलाजन के संश्लेषण (सिंथेसिस) में सुधार ले आती है, जिससे हमारे लिगामेंट्स और टेंडन्स मज़बूत हो जाते हैं।

फ्री रेडिकल्स की वजह से होने वाली सूजन को नियंत्रित करने वाले दो औषधीय तत्व, एंथोसायनिन और कैरोटीनॉयड, भी बेरियों में होते हैं।

अपने नाश्ते में इन बेरियों को खाना न भूलें:

  • स्ट्रॉबेरीज़
  • चेरी
  • ब्लैकबेरीज़
  • ब्लूबेरीज़
  • अंगूर
  • आलूबुखारे (Plums)

2. साबुत अनाज (Whole grains)

रूमेटाइड आर्थराइटिस के लक्षणों से जूझते लोगों के लिए होल ग्रेन्स काफ़ी अच्छे होते हैं।

सूजन से लड़ने के लिए कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट्स और फाइबर के प्राकृतिक स्रोत बेहद कारगर होते हैं। आपको आपके दर्द से राहत दिलाकर वे रूमेटाइड आर्थराइटिस से पैदा होने वाली जकड़न के आपके एहसास को कम कर सकते हैं।

और तो और, उनकी पाचक और डीटॉक्सिफाइंग खूबियाँ आपके मलाशय में रोककर रखे गए टॉक्सिन्स से आपको आराम दिलाती हैं

सेलेनियम की उनकी अच्छी-ख़ासी मात्रा सूजन की वजह से होने वाले असंतुलनों पर लगाम लगाकर आपके शरीर में तरल पदार्थों की मात्रा को नियंत्रित करती है।

3. अलसी (Flaxseed)

अलसी के बीज की मदद से पाएं रूमेटाइड आर्थराइटिस से राहत

वज़न कम करने वाले किसी सप्लीमेंट के तौर पर अलसी या तीसी के बीज दुनियाभर में काफ़ी मशहूर हो गए हैं। उनके सेवन से आप ज़्यादा वक़्त तक भरा-भरा तो महसूस करते ही हैं, आपका दिल भी बेहतर ढंग से काम कर पाता है।

लेकिन यहाँ आपको यह भी समझ लेना चाहिए कि आर्थराइटिस जैसे सूजन वाले रोगों से ग्रस्त रोगों के लिए भी अलसी के बीज काफ़ी फायदेमंद होते हैं

वह इसलिए कि अलसी के बीजों में विटामिन ई और ओमेगा-3 फैटी एसिड मौजूद होते हैं। इन पोषक तत्वों का आपके जोड़ों पर एक सूजनरोधी प्रभाव होता है।

साथ ही, डाइटरी फाइबर की उनकी मात्रा तरल पदार्थों को सोख लेने की आपके शरीर की क्षमता में सुधार लाती है व आपके जोड़ों के प्राकृतिक लुब्रिकेंट की पूर्ती कर देने वाला एक प्राकृतिक जेल बना देती है

  • अलसी के बीजों को अपनी स्मूदीज़, कुकीज़ और नाश्ते के अन्य सेहतमंद पकवानों में डालने में कोई संकोच न करें। उनकी मौजूदगी का आपको पता भी नहीं चलेगा!

4. कीवी जूस (Kiwi Juice)

प्राकृतिक कीवी जूस से हमारे शरीर को विटामिन सी जैसे एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी-खासी मात्रा मिल जाती है। हमारे कार्टिलेज को स्वस्थ बनाए रखने वाले कॉलाजन की रक्षा के लिए विटामिन सी एक अहम भूमिका जो निभाता है।

इस पोषक तत्व से हमारे खून की सफ़ाई की प्रक्रिया में सुधार आ जाता है व यूरिक एसिड जैसे टॉक्सिन्स से हमें छुटकारा मिलता है

यहाँ आपको यह बात समझ लेनी चाहिए कि कीवी जूस में डाइटरी फाइबर की अच्छी-ख़ासी मात्रा होती है, जो कि हमारे मेटाबोलिक और पाचक स्वास्थ्य के लिए बेहद ज़रूरी होता है।

5. एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल (जैतून का तेल)

रूमेटाइड आर्थराइटिस का मुकाबला करने के लिए इस्तेमाल करें

हालांकि कई लोग जैतून के तेल का सेवन दिन के किसी और समय ही करना पसंद करते हैं, यह जानकर आपको ख़ुशी होगी कि सुबह के नाश्ते में लिए जाने पर उसमें मौजूद फैट्स बेहद कारगर हो जाते हैं।

नाश्ते में अॉलिव ऑइल के सेवन से आपके शरीर को ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा मिल जाती है – फिर भले ही आप उसे ऐसे ही लें या फिर किसी शेक के तौर पर। हमारे शरीर में सोख लिए जाने पर ओमेगा-3 हमारे शरीर में सूजन पर लगाम लगा देता है।

साथ ही, जैतून के तेल से हमारे शरीर को ढेर सारी ऊर्जा मिल जाती है। और तो और, खाना खाने के बाद हमारे शरीर के मेटाबोलिक काम-काज में भी वह सहायक होता है।

6. केले

केला हमारे पेट को भरकर हममें ऊर्जा का संचार कर देने वाला एक ऐसा फल होता है, जो सुबह के नाश्ते में लिए जाने पर दिनभर के लिए हमारे शरीर को संतुष्ट और चुस्त-दुरुस्त रखता है।

यही नहीं, पोटैशियम, मैग्नीशियम और उसके अन्य ज़रूरी मिनरल आर्थराइटिस के मरीज़ों का उसे एक भरोसेमंद साथी बनाते हैं। इसके पीछे हाथ होता है सूजन को नियंत्रित व हमारे शरीर में फ्लूइड रिटेंशन को कम करने की उसकी कमाल की खूबियों का।

रूमेटाइडआर्थराइटिस के इलाज के दौरान आपको सेहतमंद आदतें भी अपनानी चाहिए। पर साथ ही, उसके लक्षणों को नियंत्रित करने वाले इन खाद्य पदार्थों को लेने के बारे में विचार करना भी कोई इतना बुरा ख्याल नहीं होगा

उन्हें अपने नाश्ते में शामिल कर अपनी सेहत के लिए उनके फायदों के बारे में जानें।




यह पाठ केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान किया जाता है और किसी पेशेवर के साथ परामर्श की जगह नहीं लेता है। संदेह होने पर, अपने विशेषज्ञ से परामर्श करें।