कब्ज़ से राहत पाने के 5 ब्रेकफास्ट टिप्स

कब्ज़ से बचने के लिए फाइबर-युक्त आहार का सेवन करते हुए अपने दिन की शुरुआत आपको ऐसे खान-पान से करनी चाहिए, जो आपकी पाचक-क्रिया में मददगार होगा।
कब्ज़ से राहत पाने के 5 ब्रेकफास्ट टिप्स

आखिरी अपडेट: 27 नवंबर, 2018

कब्ज़ नाम के असहज दुश्मन से हम सभी का पाला कभी न कभी ज़रूर पड़ता है। बाथरूम जाना किसी शाप जैसा लगने लगता है। आपको आलसी, सुस्त और थका-थका सा महसूस होने लगता है। ज़्यादा समय तक बैठे रहने वाली जीवन शैली,  ख़ुराक-संबंधित कुछ ख़ास आदतों और यहाँ तक कि कुछेक दवाओं की वजह से होने वाला कभी-कभार का कब्ज़ आम होता है।

लेकिन असली परेशानी तो तब पैदा होती है जब हर दूसरे-तीसरे दिन आप कब्ज़ से परेशान रहने लगते हैं। यह समस्या ख़ासकर महिलाओं में ज़्यादा पायी जाती है।

कई अध्ययनों के अनुसार, पुरुषों के मुकाबले औरतों में कब्ज़ के ज़्यादा पाए जाने के पीछे उनकी शारीरिक रचना, हॉर्मोनों में आए बदलाव, गर्भावस्था और तनाव का हाथ होता है।

अपनी पाचन-क्रिया को भला-चंगा बनाए रखने वाली आदतों को अपनाना कब्ज़ से बचने का सबसे अहम उपाय होता है।

लेकिन दो या तीन हफ़्ते से ज़्यादा रहने वाले कब्ज़ के बारे में आपको अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा कर लेना चाहिए। फ़िलहाल आपके सुबह के नाश्ते के लिए हम आपको कुछ छोटी-मोटी टिप्स देने जा रहे हैं। वे आपको आपके कब्ज़ से राहत दिला सकती हैं।

दिन शुरू होने पर कुछ ख़ास तरह के खाद्य पदार्थ हमारे शरीर को ज़्यादा फायदा पहुंचाते हैं। कुछ आसान-सी तरकीबों की मदद से आप अपनी पाचन-क्रिया को तेज़ कर सकते हैं। आइए उनपर एक नज़र डालते हैं!

कब्ज़ से राहत दिलाने वाली ब्रेकफास्ट टिप्स

1. जैतून का तेल और नींबू (Olive oil and lemon)

यह पहला उपाय जितना आसान है उतना ही किफायती भी। आपको बस इतना ही करना है कि अपने नाश्ते से पहले एक चम्मच भरकर जैतून का तेल और नींबू का रस पी लेना है।

इस नुस्खे को दिलचस्प बनाती है हमारे शरीर में जमा होते टॉक्सिन्स को निकाल बाहर करने वाली इसकी शक्तिशाली डीटॉक्सिफाइंग खूबियाँ

  • हमारे पाचन को तेज़ कर हमारे मलाशय (कोलन) का ध्यान रखने के लिए जैतून के तेल की बनावट और गाढ़ापन एकदम सही होते हैं। हमारी आँतों को गीला कर मलत्याग करने में वह हमारी मदद जो करता है।
  • इस बात की भी आपको अनदेखी नहीं करनी चाहिए कि जैतून का तेल एक प्रकार का मोनोसैचुरेटेड फैट होता है। नींबू के रस में मिला दिए जाने पर वह हमारी आँतों की दीवारों को साफ़ करने वाली किसी घुट्टी की तरह काम करता है, जिसके नतीजतन पोषक तत्वों को हमारा शरीर ठीक से सोख पाता है।

सामग्री और इस्तेमाल

  • रोज़ाना सुबह आधा चम्मच (5-7 ग्राम) जैतून का शुद्ध तेल और आधा चम्मच (5 ग्राम) नींबू का रस ले लें।
  • इस मिश्रण को अपने नाश्ते से कम से कम एक घंटा पहले पी लें।
  • इसकी ख़ुराक को बढ़ाएं नहीं और न ही दिन में एक चम्मच से ज़्यादा इसका सेवन करें।

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2. जई का आटा या होल वीट ब्रेड (Oatmeal or whole wheat bread)

कब्ज़ से राहत पाने के लिए जई का तेल

हम सभी जानते हैं कि किरयाने की दुकानों पर कई तरह का अनाज मिलता है। कब्ज़ का मुकाबला करने में फाइबर एक अहम भूमिका निभाता है। आपको यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि आप उच्च गुणवत्ता वाले फाइबर का ही सेवन कर रहे हैं।

  • इस बात का ध्यान रखें कि सुपरमार्केटों में कई तरह के अनाजों में चीनी की भारी मात्रा होती है। इसीलिए उनमें मौजूद फाइबर का होना न होना एक बराबर हो जाता है। किसी भी अनाज को खरीदने से पहले उसके लेबल को अच्छे से पढ़ लें।
  • सबसे प्राकृतिक विकल्प ही सबसे अच्छा विकल्प भी होता है। ओटमील या राई ब्रेड अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए कब्ज़ से बचे रहने के दो अच्छे विकल्प होते हैं।

3. कब्ज़ के लिए एलो वेरा (Aloe vera for constipation)

कब्ज़ से राहत पाने के लिए एलो वेरा

अगर इस नुस्खे को अभी तक आपने आज़माकर नहीं देखा है तो इंतज़ार कैसा?

कब्ज़ के दौरान मल आपकी बड़ी अंत में ज़्यादा वक़्त तक बना रहता है। बाथरूम जाए बिना कई दिन बीत जाने पर आपका पेट दर्द करने लगता है, आपका जी मचलने लगता है, आपके पेट में गैस बनने लगती है…

प्राकृतिक एलो वेरा से बनी कोई ड्रिंक पी लेने भर से आपको करिश्माई रूप से कब्ज़ से राहत मिल सकती है। इस नुस्खे को आप कुछ इस तरह बना सकते हैं:

सामग्री

  • एक चम्मच एलो वेरा जेल (15 ग्राम)
  • दो संतरों का रस

बनाने की विधि

  • संतरों का रस निकालकर उनमें एक चम्मच एलो वेरा डाल दें। मिश्रण को अच्छे से मिला दें।
  • अगर आप चाहें तो संतरों की जगह आप नींबू या नाशपाती का रस, या फ़िर गुनगुने पानी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • अगर आपको गुर्दे की कोई बीमारी, मधुमेह या थाइरॉय्ड-संबंधित कोई रोग है, या फ़िर आप गर्भवती हैं तो एलो वेरा से परहेज़ करने में ही आपकी भलाई होगी।

4. लैक्टोज़ को पचा न पाने वाले लोगों के लिए केफिर (Kefir) नाम की प्रोबायोटिक और पाचक ड्रिंक

अगर कब्ज़ को हम एक मिनट के लिए भूल जाएँ तो भी केफिर को आपको अपने नाश्ते में ज़रूर शामिल करना चाहिए। वह पचाने में आसान तो होता ही है, उसका सेवन कर आपको तब भी बुरा नहीं लगेगा अगर आपका पाचन-तंत्र लैक्टोज़ को पचाने में अक्षम है

  • उसमें मौजूद लैक्टेज़ नाम का बैक्टीरिया और यीस्ट लैक्टोज़ को सोख लेता है। और तो और, केफिर में प्रोटीन की उच्च मात्रा होती है।
  • ताज़े फल के साथ थोड़े से केफिर का सेवन कर आप एक ऐसे नाश्ते का मज़ा लेते हैं, जो कब्ज़ से आपको बचाए रखता है।

5. कब्ज़ के खिलाफ़ सबसे फायदेमंद फल

पपीते और कब्ज़ की दुश्मनी

कब्ज़ के खिलाफ़ आपकी लड़ाई में ताज़े और तंदरुस्त फल आपके सबसे अच्छे दोस्त होते हैं। अच्छी-खासी मात्रा में फाइबर का सेवन करने के लिए कई तरह के फलों वाले सलाद को खाने से बेहतर और कुछ भी नहीं होता।

अपनी पाचन-क्रिया में सुधार लाने के लिए ये फल सबसे कारगर होते हैं:

  • पपीता
  • नाशपाती
  • स्ट्रॉबेरी
  • चेरी
  • अनन्नास
  • कीवी
  • अंगूर (अपनी खाल और बीज समेत)
  • अंजीर

हमारी इन टिप्स का पालन कर अपने कब्ज़ को अलविदा कहने के लिए तैयार हो जाइए! अंत में, इस बात का ध्यान रखें कि आपको दिन में ढेर सारा पानी पीना चाहिए और फाइबर-युक्त खान-पान का सेवन करना चाहिए



  • Ramos CI, Andrade de Lima AF, Grilli DG, Cuppari L. The short-term effects of olive oil and flaxseed oil for the treatment of constipation in hemodialysis patients. J Ren Nutr. 2015;25(1):50-56. doi:10.1053/j.jrn.2014.07.009
  • Portalatin, M., & Winstead, N. (2012). Medical management of constipation. Clinics in colon and rectal surgery, 25(1), 12–19. https://doi.org/10.1055/s-0032-1301754
  • Foster, M., Hunter, D., & Samman, S. (2011). Evaluation of the nutritional and metabolic effects of aloe vera. In I. F. F. Benzie, & S. Wachtel-Galor (Eds.), Herbal medicine: Biomolecular and clinical aspects (2nd ed., ). Boca Raton (FL): CRC Press/Taylor & Francis. Retrieved from http://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK92765/

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