पैर की सख्त कैलस निकालने के लिए एस्पिरिन आजमायें
बहुत से लोगों को यह नहीं पता होता है, उनके पैर कितने महत्वपूर्ण हैं। वे भूल जाते हैं, उन्हें सुंदर और स्वस्थ रहने के लिए ख़ास देखभाल की ज़रूरत होती है।
अगर हम पूरे दिन उनके द्वारा किए गए कार्यों के बारे में सिर्फ एक पल के लिए सोचें, तो हमें पता चलेगा, हमारे पैरों को शरीर के पूरे वजन और हर कदम पर दबाव को ढोना पड़ता है।
यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि पैर में कैलस यानी घट्टे और अन्य ख़ामियाँ विकसित हो जाती हैं। ये समस्याएं दर्द और सूजन का कारण भी बन सकती हैं।
यह महत्वपूर्ण है कि हम जानें कि उनकी देखभाल कैसे करें। ये ट्रीटमेंट आपके पैरों को प्राकृतिक सुंदरता और स्वास्थ्य को फिर से वापिस लाएंगे।
हम एस्पिरिन के इस्तेमाल का एक सरल उपाय आपके साथ शेयर करना चाहते हैं। इसका उपयोग आप अपने पैरों पर कैलस और मृत त्वचा को हटाने के लिए कर सकते हैं।
कैलस हटाने के लिए एस्पिरिन के प्रयोग की एक ट्रिक
एस्पिरिन ऐसी दवा है जिसका उपयोग दुनिया भर में सिरदर्द, बुखार और परिसंचरण तंत्र की कुछ गड़बड़ियों के इलाज के लिए किया जाता है।
यह सबसे ज्यादा दिए जाने वाले दर्दनाशकों में से एक है और यह सूजन कम करने वाले और न्यूरोप्रोटेक्टिव गुणों से भरपूर साबित हुआ है।
हालांकि इसका दर्द को नियंत्रित करने और कार्डियक क्षति के जोखिम को कम करने के अलावा भी इसके कई उपयोग हैं। एस्पिरिन के कुछ कॉस्मेटिक उपयोग भी होते हैं।
उदाहरण के लिए इसका उपयोग चेहरे पर मुँहासे, झाइयाँ और अन्य प्रकार की अशुद्धियों से लड़ने के लिए किया जाता है।
यह पैरों की फंगस और कैलस के घटटों के इलाज में भी प्रभावी साबित हुआ है जो निरंतर दबाव के परिणामस्वरूप बनता है।
इसमें बीटा-हाइड्रॉक्सी एसिड नाम का फैट में घुलनशील कम्पाउंड होता है, जिसका उपयोग मृत त्वचा को हटाने वाले प्रोडक्ट के निर्माण में कई कंपनियों द्वारा किया जाता है।
यह प्राकृतिक दवा सूजन को कम करती है, शरीर के इस क्षेत्र में परिसंचरण को बढ़ावा देती है और दर्द का इलाज करती है।
हम जानते हैं, आप में से कइयों ने अभी तक अपने पैरों के लिए इस प्राकृतिक तत्व के अद्भुत लाभों का अनुभव नहीं किया है। हम आपको यह दिखाना चाहते हैं कि इसके अद्भुत गुणों का लाभ कैसे उठायें।
इसे भी पढ़ें 4 घरेलु नुस्खों से करें घट्टों का इलाज़
घट्टे हटाने के लिए एस्पिरिन का उपयोग कैसे करें?
यह उपाय सस्ता और प्रभावी दोनों है और त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
सामग्री :
- 4 एस्पिरिन
- 1 नींबू
- 1 बड़ा चमच्च पानी
- 1 प्यूमिक स्टोन
- मोज़े
दिशानिर्देश:
चार एस्पिरिन लें और सिलबट्टे से उनका चूरा बना दें। यदि आपके पास सिलबट्टा नहीं है, तो एक कांटा-चमच्च या भारी वस्तु का उपयोग भी कर सकते हैं।
एक साफ गिलास में एस्पिरिन का चूरा डालें और इसे एक तरफ रख दें।
नींबू को आधा काटें और उसका रस निकालें।
नींबू के रस को एस्पिरिन के चूरे के साथ मिला दें। एक गाढ़ा पेस्ट बनाने के लिए थोड़ा पानी डालें।
कैसे इस्तेमाल करें:
- पैरों को साफ करें और पेस्ट को पैर की कैलस और सख्त त्वचा पर लगाएं।
मोजे या एक तौलिया से ढक दें।
- 20-30 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें फिर गर्म पानी से धो लें।
- अब, प्यूमिक स्टोन लें और कैलस प्रभावित जगहों पर ध्यान से रगड़ें।
पैरों को अच्छी तरह से सुखाएं और सप्ताह में दो बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
आपके पैर तुरंत चिकने और स्वस्थ महसूस होने लगेंगे।
सर्वोत्तम परिणाम के लिए सुझाव
- सर्वोत्तम नतीजे और परेशानी से बचने के लिए ऊँची एड़ी के जूते और तंग फिटिंग के जूते पहनने से बचें। स्वास्थय की दृष्टि से ये जूते अच्छे नहीं होते।
थोड़ी पेट्रोलियम जेली खरीदें और अपने पैरों को मॉइस्चराइज करने के लिए इसका इस्तेमाल करें। यह प्रोडक्ट नमी बनाए रखने और कैलस की गाँठ को रोकने में मदद करेगा।
फंगल और अन्य प्रकार के संक्रमण रोकने के लिए अपने जूते को साफ-सुथरा और डिओडोरिज्ड रखना सुनिश्चित करें।
यदि कैलस से जुड़े दर्द और सूजन कुछ हफ्तों के बाद भी कम नहीं होते है, तो कारण जानने और उचित ट्रीटमेंट लेने के लिए अपने डॉक्टर की सलाह लें।
अपने पैरों को स्वस्थ रखने और बढ़िया दिखने के लिए इस आसान ट्रिक और ऊपर बताये गए तरीकों का उपयोग करें।
आप आश्चर्यचकित होंगे, थोड़ी सी देखभाल के बाद पैर कितने अच्छे दिख रहे हैं।
- Wei, J. S., Zeng, R., Chen, S. Y., Lin, H., Wu, S. K., & Zheng, J. C. (2014). Effects of aspirin on fracture healing in OPF rats. Asian Pacific journal of tropical medicine, 7(10), 801-805.
- Tsoucalas, G., Karamanou, M., & Androutsos, G. (2011). Travelling through time with aspirin, a healing companion.
- Burton, V. M. (1977). U.S. Patent No. 4,012,508. Washington, DC: U.S. Patent and Trademark Office.
- Langham, J. (2004). Effects of aspirin and its derivatives in combination with electroporation for drug delivery in cultured cells.