नरम और मुलायम पाँव पायें, आज़माएँ ये दो प्राकृतिक चीजें
यह उपचार कैसे बनाएगा नरम और मुलायम पाँव
दूध के गुण और बेकिंग सोडा के कसैले और रोग प्रतिरोधी गुण इकट्ठे होकर इस प्राकृतिक इलाज की असरदार क्रिया का कारण बनते हैं। यह आपको मजबूत और नरम पाँव देता है।
ये दोनों ही चीजें पर्यावरण के अनुकूल हैं। इन्हें किसी भी सुपर मार्केट या बाज़ार से सस्ते दामों पर खरीद सकते हैं।
दूध के फ़ायदे
दूध में मौजूद लैक्टिक एसिड त्वचा के स्वाभाविक पीएच को नियंत्रित करता है। इससे इसकी नमी को बनाए रखने की क्षमता में सुधार होता है। फफूंद के पनपने योग्य पर्यावरण को दूध नष्ट कर देता है।
कोलेजेन और इलास्टिन के उत्पादन के लिए दूध में 30% तक ज़रूरी और आवश्यक प्रोटीन होते हैं। ये अच्छी त्वचा के लिए जरूरी पदार्थ माने जाते हैं।
पाँव पर इसके उपयोग से रूखापन कम होता है। छिली हुई त्वचा ठीक होती है और संक्रमण से रक्षा करने वाले अवरोधक पैदा होते हैं।
यहाँ हमें यह भी बताना चाहिए कि दूध के उपयोग से त्वचा का रंग साफ़ होता है। त्वचा की मृत कोशिकाएं और काले धब्बे दूर होते हैं। नरम और मुलायम पाँव उजले दीखते हैं।
बेकिंग सोडा के फ़ायदे
यह सफ़ेद पाउडर पाँव की सख्त त्वचा को मुलायम बनाने और घट्टे हटाने के लिए सबसे अच्छे प्राकृतिक उपचारों में से है।
इसमें एंटीबायोटिक और एंटीफंगल गुण हैं। ये रोग प्रतिरोध और फफूंद को हटाने वाले गुण हैं। ये त्वचा और नाखूनों से फफूंद हटा देते हैं।
इसमें एक्सफोलियेटिंग यानी उबटन वाले गुण के कारण त्वचा की मृत कोशिकाएं दूर होती हैं। त्वचा दिखने में ज़्यादा साफ़ नज़र आती है। नरम और मुलायम पाँव और ज़्यादा खूबसूरत लगते हैं।
नरम और मुलायम पाँव पाने के लिए छांछ और बेकिंग सोडा बाथ कैसे बनाएं
अब आपको इस रोचक उपचार के सभी फ़ायदों के बारे में पता है। समय आ गया है जब हम नरम और मुलायम पाँव के लिए इस उबटन को तैयार करें।
वैसे तो आपको इस उपचार को हफ्ते में तीन बार करना है। लेकिन रूखापन दूर करने और घट्टे की समस्याओं से निजात पाने के लिए इसे तब तक रोज़ किया जाना चाहिए जब तक आपको मनपसंद नरम और मुलायम पाँव न मिलें।
सामग्री
- 3 कप दूध
- 3 चम्मच बेकिंग सोडा
उपयोग के निर्देश
- पहले दूध को उतना गरम कर लें, जिसमें आसानी से पाँव रखा जा सके। फिर उसे एक टब में गिरा लें और 5-10 मिनट के लिए अपना पाँव उसमें डुबो कर रखें।
- अब इसमें बेकिंग सोडा मिलाएं और धीरे-धीरे अपने पाँव की मालिश करें।
- आप चाहें तो एक प्यूमिक स्टोन अर्थात झावें का भी उपयोग कर सकते हैं। इसकी सहायता से घट्टे भी हटाए जा सकते हैं।
- पैरों को इस मिश्रण में पाँच मिनट और डूबा रहने दें। फिर इनको एक गीले कपड़े से पोछ लें।
- अब एक साफ़ तौलिये से अपने पाँव अच्छी तरह पोछ लें।
- हम आपको इसे रात में करने की सलाह देंगे। इससे सुबह के समय आपको अच्छे और साफ़ पांव मिलें।
- इस उपचार को पूरा करने के लिए, अपने पाँव को और ज्यादा नरम बनाने के लिए थोड़ी सी पेट्रोलियम जेली का उपयोग करें।
सर्वोत्तम परिणाम के लिए
- अगर आपको घट्टे या ऐसी कोई अन्य समस्या न भी हो तो भी इस उबटन का उपयोग हफ्ते में कई बार करें।
- यदि आपको घटटों की चिंता है तो यह सुनिश्चित कर लें कि आपके जूते आपके पाँव में एकदम फिट बैठते हों। आपके पाँव को पर्याप्त हवा लगती है। टाईट जूते से पाँव को ज्यादा नुकसान होता है।
- अपने जूते के अन्दर थोड़ा सा कॉर्न स्टार्च अर्थात मकई का आटा छिड़क लें। यह पाँव की नमी को सोख लेगा और फफूंद को पनपने से रोकेगा।
- अपने नाखूनों की तरफ ख़ास ध्यान दें। फंगल इन्फेक्शन से बचने के लिए इनका साफ़ होना बहुत ज़रूरी है।
इस उपचार को अपने रेगुलर ब्यूटी ट्रीटमेंट में शामिल करें। पाँवों की सेहत में सुधार होगा और बहुत कम समय में आपके नरम और मुलायम पाँव और निखर आयेंगे।