बेहतर नींद सोने के लिए क्या आपको ओटमील खाना चाहिए?

क्या आप जानते हैं, जौ की दलिया यानी ओटमील आपको बेहतर नींद पाने में मदद कर सकता है। ओटमील में मौजूद मेलाटोनिन और विटामिन B की प्रचुर मात्रा के बदौलत यह सेरोटोनिन के स्राव को बढ़ाने और रात में एक अच्छी गहरी नींद के लिए बिलकुल सही है।
बेहतर नींद सोने के लिए क्या आपको ओटमील खाना चाहिए?

आखिरी अपडेट: 16 जनवरी, 2019

क्या आप जानते हैं, ओटमील (oatmeal) आपको अच्छी नींद पाने में मदद कर सकता है? एक अच्छी नींद बेहतर स्वास्थ्य और ज्यादा प्रोडक्टिव दिन के लिए आवश्यक बढ़ी हुई ऊर्जा का पर्याय है। इस आर्टिकल में हम ऐसे 5 कारणों का जिक्र करेंगे, कि आखिर आपको अच्छी नींद पाने के लिए ओटमील क्यों खाना चाहिए।

सबसे पहले हम आपसे कुछ सवाल करना चाहते हैं: क्या आप एक बार में आठ घंटे सो लेते हैं? या आप रातों को अक्सर जग जाते हैं और महसूस करते हैं कि आपने अभी आराम नहीं किया है?

अगर हां, तो इस मामले में आपको तुरंत कुछ करना चाहिए। अपनी आदतों में कुछ हेरफेर करने और बिस्तर पर जाने के घंटे भर पहले एक बहुत ही आसान उपाय को आजमाने का सही समय यही है।वह नुस्खा है, एक कटोरा गर्म ओटमील यानी जई की दलिया

1. ओटमील… डिनर में?

डिनर में ओटमील (oatmeal)

खूब आरामदेह, गहरी नींद का मजा ले पाना कई बातों पर निर्भर करता है। इनमें दो बहुत ठोस फैक्टर हैं: डिनर आप किस वक्त करते हैं और दिन के इस आख़िरी भोजन में आपने क्या-क्या खाया है।

यहां एक दिलचस्प तथ्य आपको ध्यान में रखना चाहिए: आपका लीवर सुबह 1 से 3 बजे के बीच डिटॉक्सिफिकेशन यानी शरीर की सफ़ाई के काम को अंजाम देता है। अगर आप देर से खाते हैं या बहुत गरिष्ठ भोजन खाते हैं, तो आप इसके काम में दखलंदाजी करेंगे और नींद टूट जायेगी।

रात का खाना आपको 7 से 9 बजे के बीच खा लेना चाहिए। इस खाने में जिन चीजों को शामिल कर सकते हैं, उनमें ओटमील निश्चित ही बेहतरीन पसंद है। बेशक आपकी सेहत और रात की अच्छी नींद के नजरिये से।

ओट मिल्क के साथ ओटमील आपके लिए ज़रूरी तमाम पोषण के लिए पर्याप्त है। यह ग्लूकोज लेवल को संतुलित करने में आपकी मदद करेगा। दिन के आख़िरी कुछ घंटों में तो आपको सबसे ज्यादा इसी की ज़रूरत है।

इसके अलावा अगर आप खूब आराम करना चाहते हैं, तो याद रखें, रात में रेड मीट खाना कतई ठीक नहीं है। क्यों? क्योंकि रेड मीट में हाइपोजैन्थिन (hypoxanthine) जैसे उत्तेजक तत्व होते हैं। इसलिए इसके बदले मछली का चुनाव करना बेहतर है – या रात में अच्छी नींद सोने के लिए ओटमील खाएं

2. ओटमील मेलाटोनिन और विटामिन D से भरपूर है

ओटमील मेलाटोनिन और विटामिन D से भरपूर है

जौ की दलिया मेलाटोनिन की प्राकृतिक स्रोत है। यह कम्पाउंड आपके सोने-जागने के चक्र को रेगुलेट करता है।

ऐसा तो नहीं है कि यह आपको तुरंत ही सुला देगी, जैसा कि नींद की गोली की गोलियां करती हैं। यह दरअसल आपके सोने-जागने के चक्र को एडजस्ट कर देती है जिससे रात ढलते ही आपको नींद की खुमारी महसूस होने लगेगी। ओटमील इस चक्र को इसलिए नियंत्रित कर पाता है कि इसमें मेलाटोनिन (melatonin) और विटामिन D हैं। यह आपकी इन समस्याओं के मैनेजमेंट में भी मदद करेगा:

  • माइग्रेन के असर
  • क्रॉनिक थकावट (Chronic fatigue)
  • इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (Irritable bowel syndrome)
  • हड्डियों की क्षय (osteoporosis)

इसके फायदे बढ़ाने के लिए सुपरमार्केट से विटामिन D समृद्ध ओटमील ही खरीदें। इस तरह आप अपने शरीर में सेरोटोनिन के उत्पादन को बढ़ा लेंगे। यह अच्छी नींद सोने में आपकी मदद करेगा।

3. ओटमील और विटामिन B कॉम्प्लेक्स

B कॉम्प्लेक्स ग्रुप के विटामिन आपके शरीर में कई भूमिका निभाते हैं। इनका सबसे अहम काम आपके नर्वस सिस्टम के कामकाज को दुरुस्त रखना है

ओटमील में विटामिन B6 (pyridoxine) की बहुत ऊँची मात्रा होती है। यह भोजन में मौजूद एनर्जी को ग्लूकोज में बदलने और फैट और प्रोटीन के मेटाबोलिज्म के लिए बहुत ज़रूरी है

  • विटामिन B3 ट्रिप्टोफैन (tryptophan) का उत्पादन बढ़ाने में मददगार है, जो कि आराम और निद्रा को बढ़ावा देने वाला एमिनो एसिड है
  • यदि आपको इनमें से किसी एक विटामिन की कमी है, तो आप इन प्रभावों को महसूस करेंगे, सबसे सामान्य शारीरिक थकान और अनिद्रा है।

4. एंग्जायटी से मुकाबला करने और बेहतर नींद पाने में ओटमील है मददगार

बेहतर नींद पाने के लिए ओटमील

ओटमील में एवेनिन (avenine) और ट्राइगोनेलिन (trigonelline) होता है। ये दो प्रकार के प्रोलेमाइन्स (वनस्पति प्रोटीन) हैं। ये दुश्चिंता, घबराहट और मानसिक व शारीरिक बेचैनी को घटाने में मदद करते हैं जो दिन भर आपके भीतर इकठ्ठा होता रहता है और गहरी, स्वस्थ नींद में जाने से रोकता है।

हालांकि यह भी जान लें कि ओटमील में मौजूद इस तरह के वेजिटेबल प्रोटीन अक्सर सीलिएक रोग (Celiac disease) वाले लोगों में एलर्जी पैदा करते हैं। इसलिए अगर आपको सीलिएक की शिकायत है, तो जई से परहेज करना ही अच्छा है।

इस एलर्जी के बारे और जानने के लिए पढ़ें : 10 लक्षण जो बताते है, आप ग्लूटेन इंटॉलरेंट हैं

5. तनाव को अलविदा कहें, गहरी नींद सोने के लिए ओटमील खाएं

अनिद्रा (insomnia ) के प्रमुख ट्रिगर में एक है, लम्बे समय से दुश्चिंता (chronic anxiety) या तनाव की स्थिति। ये भावनात्मक क्रियाएं एड्रेनल ग्रंथि को उत्तेजित करती हैं। इस तरह यह कुछ हार्मोन पैदा करता है जो मांसपेशियों में तनाव, स्ट्रेस और थकान का कारण बनते हैं

नियमित जई की दलिया खाने से आपको कई किस्म के हार्मोन स्तर की गड़बड़ी को सामान्य लेवल पर लाने में मदद मिलेगी जो तनाव से जुड़े हैं। ओटमील में मौजू महत्वपूर्ण विटामिन B कॉम्प्लेक्स के कारण आप अपने कोर्टिसोल स्तर ( cortisol level ) को संतुलित करेंगे और अपने नर्वस सिस्टम की मदद करेंगे।

इसके अलावा जई की दलिया अंदरूनी समता यानी होमोस्टेसिस (internal homeostasis) को बढ़ावा देती है। यह आपको आराम देती है, पाचन को दुरुस्त करती है और लीवर की सेहत सुधारती है। इन सबके मिलेजुले असर के तौर पर आपको रात में गहरी नींद पाने में मदद मिलती है।

इन सबको एक शानदार टिप के बंद कर देते है: अगर आप इन तमाम फायदों को भुनाना चाहते हैं, तो बिस्तर पर जाने से एक-दो घंटे के बीच बीच हर रोज कटोरा भरा ओटमील खाएं। बेहतर नींद के लिए अगर आप जौ की दलिया खाते हैं, तो बहुत संभव है कि सेहत से जुड़े दूसरे फायदे भी आप अपने शरीर पर देख पायेंगे!

इसे गरमगरम खाएं!



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