हाइपोटेंशन के इलाज के लिए खाद्य पदार्थ
निम्न रक्तचाप को हाइपोटेंशन के रूप में भी जाना जाता है। हाइपोटेंशन वाले लोग चक्कर आने या बेहोशी का अनुभव कर सकते हैं। यदि आप इस समस्या से पीड़ित हैं, तो कुछ खाद्य पदार्थ हैं जो हाइपोटेंशन के इलाज में मदद कर सकते हैं। इस लेख में जानें कि वे क्या हैं।
हाइपोटेंशन क्या है और इसके कारण क्या हैं?
शरीर में नसों और धमनियों की दीवारों पर खून के बहाव से जो दबाव पड़ता है।
इसलिए हाइपोटेंशन (hypotension) सामान्य दबाव (आयु और लिंग के अनुसार वैज्ञानिक समुदाय द्वारा निर्दिष्ट सीमा के अनुसार) से कम प्रेशर का होना है।
यह जानना जरूरी है कि रक्तचाप हर किसी में एक जैसा नहीं होता है। उदाहरण के लिए एक नवजात बच्चे में एक किशोर की तुलना में ब्लड प्रेशर कम होता है और एक वयस्क व्यक्ति का रक्तचाप बुजुर्ग व्यक्ति की तुलना में कम होता है।
वयस्कों या स्वस्थ और एथलेटिक लोगों में सामान्य रक्तचाप लगभग 120/80 mmHg है। इन मामलों में हाइपोटेंशन अच्छे कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के कारण होता है।
हालांकि बुजुर्ग रोगियों में यह वाइटल ऑर्गन में किसी समस्या का संकेत भी हो सकता है।
रक्तचाप बहुत कम होने का मतलब है कि वाइटल ऑर्गन में पर्याप्त रक्त-प्रवाह नहीं हो रहा है। इसलिए व्यक्ति को कार्डियक एक्टिविटी में बढ़ोतरी (tachycardia) से बचने के लिए खुद को ज्यादा परिश्रम करने से बचाना चाहिए।
हाइपोटेंशन की डायग्नोसिस तब की जाती है जब सिस्टोलिक प्रेशर 90 mmHg से कम हो और डायस्टोलिक दबाव 60 mmHg से कम हो।
यह कई फैक्टर के कारण हो सकता है, जिनमें शामिल हैं:
- एंग्जायोलाईटिक्स (anxiolytics), एंटीडिपेंटेंट्स या नार्कोटिक दर्दनाशक दवाओं का सेवन
- दिल का दौरा, एरिद्मिया या हार्ट फेल्योर
- डायबिटीज
- डिहाइड्रेशन और खाने में गड़बड़ी
- मूत्रवर्धक या हार्ट मेडिसिन
मूल रूप से निम्न रक्तचाप के लक्षण कमजोरी और चक्कर आने से जुड़े होते हैं। व्यक्ति साँस लेने में तकलीफ महसूस कर सकता है, बेहोश हो सकता है, या तेज धड़कन से भी पीड़ित हो सकता है।
कुछ लोग सिरदर्द, धुंधली दृष्टि, अंगों का सुन्न होना और सीने में दर्द का अनुभव करते हैं।
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डेली हैबिट और हाइपोटेंशन (Daily habits and hypotension)
हाइपोटेंशन के मुकाबले हाई ब्लडप्रेशर की ज्यादा चर्चा होती है, क्योंकि दूसरे मामले से शरीर के लिए ज्यादा गंभीर परिणाम होते हैं।
हालांकि हम यह भी देख सकते हैं कि ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो हाइपोटेंशन के मामलों में रक्तचाप बढ़ाते हैं।
- यदि किसी को लो ब्लड प्रेशर है, तो उसे आमतौर पर नमकीन स्नैक्स दिया जाता है। यह इस समय के लिए एक उपाय हो सकता है, लेकिन इससे आम तौर पर नमक का सेवन बढ़ाना उचित नहीं है क्योंकि यह उल्टी समस्या पैदा कर सकता है।
- इस मामले में नाश्ते में कुछ नमकीन भोजन खाने की भी सिफारिश की जाती है (उदाहरण के लिए, मक्खन के साथ ब्रेड का एक टुकड़ा) और देर तक भोजन खाए बिना रहने से बचें।
- 3 या 4 बड़ी मात्रा वाले भोजन खाने से बेहतर 6 मॉडरेट साइज़ के भोजन खाना है। अपने भोजन को ब्रेकफास्ट, मिड मॉर्निंग, लंच, दोपहर के स्नैक्स, और डिनर के खाने में बाँट लें। इस तरह आप कई घंटों तक खाली पेट रहने और अपना ब्लडप्रेशर कम करने से बचेंगे।
- आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप मीठे ड्रिंक या कॉफी न पियें। हालांकि यह ब्लड सर्कुलेशन को सक्रिय करता है, लेकिन प्रभाव थोड़ी देर का होता है। लेकिन एक बार ऐसा होने के बाद ब्लड प्रेशर पहले से भी कम हो सकता है।
- इसके अलावा, शराब पीना अच्छा नहीं है क्योंकि यह कार्डियक आउटपुट और आपकी नसों की सेहत को कम करता है।
हाइपोटेंशन होने पर आपको किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए?
ये खाद्य पदार्थ आपकी मदद कर सकते हैं चाहे आप क्षणिक लो प्रेशर या लगातार बने रहने वाले हाइपोटेंशन से पीड़ित हों। किसी भी मामले में हम समस्या के कारण को हल करने के लिए डॉक्टर से मिलने की सिफारिश करते हैं।
1. चुकंदर का जूस (Beetroot juice)
प्राकृतिक शर्करा, बीट, या चुकंदर की अपनी सामग्री के कारण, रक्तचाप को विनियमित करने की क्षमता है।
आप इसे खाली पेट, सुबह या दोपहर में पी सकते हैं जब आप हाइपोटेंशन के इलाज के तरीके के रूप में घर लौटते हैं।
सामग्री
- 2 चुकंदर
- ½ कप पानी (125 मिलीलीटर)
तैयारी
- चुकंदर को छीलकर टुकड़ों में काट लें।
- ब्लेंडर में रखें और पानी डालें।
- एक चिकना शेक न मिलने तक ब्लेंड करें।
- तुरंत पी लें (आप चाहें तो बर्फ के टुकड़े या पुदीने की पत्तियां डाल सकते हैं)।
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2. किशमिश (Raisin)
ये स्वाभाविक रूप से ब्लडप्रेशर को नार्मल रेंज में रखते हैं, क्योंकि वे एड्रिनल ग्लैंड के कामकाज में सुधार करते हैं।
हाइपोटेंशन के पहले लक्षणों का अनुभव होने पर आप मुट्ठी भर किशमिश खा सकते हैं।
3. पानी
कुछ मामलों में जब हम डिहाइड्रेट हों तो ब्लडप्रेशर कम हो जाता है। इसलिए रोजाना कम से कम 2 लीटर पानी पीना न भूलें।
पहले क्षण में आपको लगता है कि आपका दबाव “फर्श पर” है, हम सिफारिश करते हैं कि आप इलेक्ट्रोलाइट्स (एथलीटों में आम) वाले ड्रिंक का सेवन करें क्योंकि इनमें मैग्नीशियम, सोडियम और पोटैशियम जैसे मिनरल होते हैं।
4. बादाम
बादाम किशमिश की तरह ही काम करता है। आप उन्हें कच्चा खा सकते हैं या बादाम मिल्क बना सकते हैं (या खरीद सकते हैं)।
हाइपोटेंशन के लिए एक घरेलू नुस्खा गाय के दूध के साथ बनाया जा सकता है और इसके अच्छे परिणाम होते हैं।
सामग्री
- 5 बादाम
- 1 कप पानी (250 मिली)
- 1 कप दूध (250 मिली)
तैयारी
- बादाम को रात भर पानी के कप में भिगो दें।
- अगली सुबह पानी हटा दें और बादाम से छिलके हटा दें।
- उन्हें क्रश करें और दूध (गर्म) के साथ मिलाएं।
- इसे हफ्ते में कई बार खाली पेट पिएं।
5. फलियां और अनाज (Legumes and cereals)
अपने आहार में विटामिन B से भरपूर खाद्य जैसे फलियां (दाल, छोले, बीन्स) और अनाज (ब्राउन राइस, ओट्स, बाजरा, राई) शामिल करें।
विटामिन B की कमी से लो ब्लडप्रेशर हो सकता है।
6. गाजर का रस (Carrot juice)
रोज एक गिलास गाजर का जूस आपको कई विटामिन और प्रोटीन देता है और ब्लडप्रेशर को भी नियंत्रित करता है। इसे खाली पेट पीना बेहतर है।
सामग्री
- 2 गाजर
- 2 टेबलस्पून शहद (50 ग्राम)
- ½ कप पानी (125 मिली)
तैयारी
- गाजर को छीलकर कद्दूकस कर लें।
- उन्हें शहद और पानी के साथ एक ब्लेंडर में डालें।
- कुछ मिनट के लिए प्रोसेस करें और सीधे पियें (आप बर्फ के टुकड़े डाल सकते हैं)।