रोज़ाना स्क्वैट्स करने के 7 कारण

इस बात से आपको थोड़ी हैरानी ज़रूर हो सकती है, लेकिन स्क्वैट्स करने से आप मज़बूत घुटने ही नहीं, बल्कि मज़बूत पेट, पीठ, टांगें और कूल्हे भी प्राप्त कर सकते हैं।
रोज़ाना स्क्वैट्स करने के 7 कारण

आखिरी अपडेट: 12 दिसंबर, 2018

बात जब एक्सरसाइज की आती है तो ऐसी कई रूटीन हैं, जिनके सभी फायदों के बारे में आप खुद भी नहीं जानते। उन्हीं में से एक हैं स्क्वैट्स।

उनके कई सकारात्मक प्रभाव एक बेहतर फिगर पाने में आपकी मदद कर सकते हैं।

जैसाकि हम सब जानते हैं, सभी तरह की स्ट्रेंथ ट्रेनिंग वाली कसरतों में स्क्वैट्स अहम हिस्सा होते हैं

सीधे हमारी जाँघों, कूल्हों और ग्ल्यूट्स पर काम करते हुए हमारी टांगों और कूल्हों की हड्डियों के साथ-साथ इन दो जगहों के लिगामेंट और नसों में भी वे मज़बूती लाते हैं।

पॉवर लिफ्ट की तीन कसरतों में एक होने के नाते स्क्वैट्स हमारी टांगों की मांसपेशियों के विकास और टोनिंग के लिए बेहद फायदेमंद साबित होते हैं। कुछ लोगों के लिए तो वे उनकी सबसे अहम एक्सरसाइज़ होते हैं।

स्क्वैट्स के प्रमुख फायदे और उन्हें करने के कुछ आम तरीके हैं:

1. आपकी ताकत बढ़ जाती है

स्क्वैट्स करने के प्रमुख लाभ

स्क्वैट्स करने जैसी आसान-सी कसरत से आपके कूल्हे, हैमस्ट्रिंग्स और क्वॉड्रीसेप्स जैसे विशिष्ट अंग मज़बूत हो जाते हैं

साथ ही, इस कसरत की बदौलत आपके हिप्स में ताकत आ जाती है। एक चुस्त-दुरुस्त शरीर पाने के लिए यह बेहद ज़रूरी होता है।

स्क्वैट्स करने से आपकी मांसपेशियों को अच्छी हालत में रखने वाले हॉर्मोन्स भी सक्रिय हो जाते हैं और आपके पूरे शरीर में मज़बूती भी आ जाती है। वेट्स के साथ स्क्वैट्स करने से उसके फायदे भी उतने ही बढ़ जाते हैं।

2. स्क्वैट्स करने से आपकी टांगें और कूल्हे सुडौल होते हैं

स्क्वैट्स कर अपने कूल्हों में मज़बूती लाएं

स्क्वैट्स का सबसे ख़ास असर तो आपकी टांगों और कूल्हों की मांसपेशियों पर पड़ता है।

यह आसान-सी कसरत नई मांसपेशियां बनाने का एक शानदार तरीका है और आपके शरीर के कई हिस्सों को सुडौल बनाने में आपकी मदद कर सकती है।

3. बेहतर चाल

स्क्वैट्स करने से ही आपकी चुस्ती और चाल में एक बड़ा सुधार आ जाता है।

अपने कूल्हों और टखनों को चुस्त-दुरुस्त बनाकर अपनी कमर के निचले हिस्से और घुटनों में दर्द से राहत पाने के लिए यह एक कमाल की कसरत होती है

ये सभी काम स्क्वैट्स आपके जोड़ों को नुकसान पहुंचाए बगैर करते हैं। इसीलिए लगभग हर किसी के लिए यह एक उचित व्यायाम होता है।

4. स्क्वैट्स आपके शरीर में स्थिरता लाते हैं

वेट्स के साथ किए गए सक्वैट्स आपके शरीर की प्रत्येक मांसपेशी को चुनौती देकर एक्टिविटी की अपनी पूरी रेंज की बदौलत आपके पूरे शरीर में स्थिरता ले आते हैं।

स्क्वैट्स के दौरान हमारे पेट की आड़ी और सीधी मांसपेशियां लगातार दबाव में रहती हैं, जिसके फलस्वरूप आपका पेट ज़्यादा सपाट और टोंड हो जाता है

मज़बूत मांसपेशियां भावी चोटों से भी आपको बचाए रखती हैं।

5. आपकी कमर के लिए फायदेमंद

पीठ दर्द से राहत पाने के लिए स्क्वैट्स करें

भले ही देखने से ऐसा लगे नहीं, पर स्क्वैट्स आपकी मुद्रा में सुधार लाने का एक शानदार तरीका होते हैं।

उन्हें करने के लिए आप वेट्स का इस्तेमाल करें या न करें, लेकिन इस कसरत में आपकी कमर के ऊपरी हिस्से को मेहनत ज़रूर करनी पड़ती है। नतीजतन आपके शरीर में स्थिरता आ जाती है

ऐसा करने से एक अच्छी मुद्रा को बनाए रखने वाली हमारी मांसपेशियां मज़बूत होंगी और धीरे-धीरे आपकी मुद्रा अपने आप ही ठीक हो जाएगी।

6. एक टांग वाले स्क्वैट्स

सिर्फ़ एक ही टांग से आप कई तरह के स्क्वैट्स कर सकते हैं।

  • इस तरह के स्क्वैट्स के लिए आपको बस इतना करना है कि अपने दायें पाँव पर कोई वेट रखकर अपनी बायीं टांग को ऊपर उठाकर अपने बायें घुटने को मोड़ लें।
  • फिर अपने हाथों को अपने सामने फैलाकर आपको उन्हें अपने कंधों जितनी ऊँचाई पर बनाए रखना है।
  • फिर अपने दायें घुटने को मोड़कर इतना नीचे झुक जाएँ कि आपका दायाँ घुटना ज़मीन से सामानांतर हो।
  • अपनी छाती को ऊपर रखते हुए अपने दायें पाँव के अंगूठे से दबाव डालकर सीधे खड़े हो जाएँ।
  • 15-15 रेप्स के तीन सेट करें और फर्क आपकी आँखों के सामने होगा।

7. वेट्स के साथ किए जाने वाले स्क्वैट्स

वेट्स के साथ स्क्वैट्स करें

जैसाकि हमने कहा, स्क्वैट्स करने का एक और तरीका है उन्हें करते हुए वेट्स का इस्तेमाल करना।

  • इस तरह के स्क्वैट्स करने के लिए आप कोई मेडिसिन बॉल या कुछ वेट्स उठाकर उसे या उन्हें अपनी छाती के सामने रख लेते हैं
  • अपने कंधों के ब्लेड्स को धकेल कर अपनी छाती को ऊपर उठा लें।
  • अपने कंधों के बीच अपने पैरों जितनी दूरी रखते हुए अपने घुटनों को मोड़ लें। अपने कूल्हों को पीछे ले जाकर अपनी जाँघों को फर्श से समानांतर ले आएं।
  • फिर अपनी शुरुआती मुद्रा में लौटकर 10-10 रेप्स के तीन सेट करें। हरेक सेट के बाद 30 सेकंड का ब्रेक लें।
  • इस आसान से कसरत को करने के बाद आपको अपने शरीर में एक फर्क दिखायी देगा व आप पहले से ज़्यादा ताकतवर महसूस करेंगे।



यह पाठ केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान किया जाता है और किसी पेशेवर के साथ परामर्श की जगह नहीं लेता है। संदेह होने पर, अपने विशेषज्ञ से परामर्श करें।