बेहतर तंदरुस्ती के लिए अपनी वेगस नर्व को कैसे जगाएं
इंसान के शरीर में दिमाग से शुरू होने वाली तंत्रिकाओं के बारह जोड़े होते हैं। इन तंत्रिकाओं में दसवीं तंत्रिका निश्चित रूप से सबसे दिलचस्प और शक्तिशाली होती है। इस तंत्रिका को वेगस नर्व (vagus nerve) के नाम से जाना जाता है।
हमारी परानुकम्पी तांत्रिका तंत्र (parasympathetic nervous system) की यह नस एक बहुत ही दिलचस्प काम करती है। इसी नस की बदौलत आप रिलैक्स कर पाते हैं, शांत रह पाते हैं, तनाव और चिंता का मुकाबला कर पाते हैं, और एक बेहतर सेहत का लाभ उठा पाते हैं।
बदकिस्मती से, हमारे शरीर के लिए इस तंत्रिका की अहमियत के बारे में हर कोई नहीं जानता।
देखा जाए तो इसमें हैरानी वाली कोई बात भी नहीं है: धैर्यपूर्वक और सहज रूप से अपने ही शरीर की बात सुनने की जगह लोगों का ज़्यादा ध्यान बाहरी प्रेरणा पर जो रहता है।
आज हम आपको अपने लिए आधा घंटा निकालने की सलाह देने जा रहे हैं। अब से कुछ ही देर में आप जानेंगे अपनी वेगस नर्व को जगाकर जीवन में सुधार लाने की तकनीक के बारे में।
रोज़मर्रा के अपनी जीवन में इसे अपनाकर आप निश्चित रूप से ज़िन्दगी में आए बदलावों को देख पाएंगे।
तो क्या आप तैयार हैं?
वेगस नर्व आख़िर होती कहाँ है?
पहले न्यूमोगैस्ट्रिक नर्व के नाम से जाने जाने वाली वेगस तंत्रिका हमारी गर्दन के मेडुला ऑब्लांगेटा में शुरू होती है व वहीं से उसके लंबे और लुभावने सफ़र की शुरुआत हो जाती है, जिसके दौरान वह हमारे शरीर के इन-इन अंगों से होकर गुज़रती है:
- फ़ैरिन्क्स
- भोजन-नली
- गला
- ब्रोन्कियल ट्यूब्स
- दिल
- पेट
- पैंक्रियाज
- लीवर
साथ ही, वह हमारे शरीर की अलग-अलग धमनियों और मोटर फाइबर्स से होकर भी गुज़रती है।
आप उसे हमारे शरीर से गुज़रते लंबी दूरी वाले किसी हाईवे के तौर पर देख सकते हैं, जो ये भूमिकायें भी निभाता है:
- वह आपकी संवेदनशीलता में इज़ाफा कर देता है।
- आपकी वोकल कैविटी वाली मांसपेशियों को उत्तेजित कर बातचीत में वह आपकी मदद करता है।
- वह आपकी श्वास-प्रक्रिया को नियंत्रित करता है।
- आपके शरीर में ऑक्सीटोसिन (प्यार या माँ-बच्चे के प्रेम वाला हॉर्मोन) के उत्पाद को वह बढ़ावा देता है।
- आपके लीवर और पैंक्रियाज के काम-काज को वह नियंत्रित करता है।
- वह तो आपकी हिचकियों पर भी लगाम लगा देता है!
वेगस नर्व : आपके सम्पूर्ण स्वास्थ्य वाली तंत्रिका
यह अनुभव हम सभी रोज़ करते हैं: गरिष्ठ भोजन करने के बाद हम धीरे-धीरे बढ़ने वाली थकान को महसूस करते हैं। हमें इतनी नींद आने लगती है कि मन करता है सोफ़े पर लेटकर एक झपकी ले लें।
हमारे इस अनुभव के पीछे भी वेगस नर्व का हाथ होता है। खाना खाने के बाद उसे पचाने में हमारे शरीर को ढेर सारी ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है। हमारे शरीर को आराम के लिए प्रोत्साहित कर यह तंत्रिका हमें इस क्लासिक सुस्ती के आगोश में धकेल देती है। हमारी पाचन-क्रिया को नियंत्रित करने के साथ-साथ यह तंत्रिका आपके दिल को भी हद से ज़्यादा उत्तेजित होने से रोकती है।
और तो और, वह आपके इम्यून सिस्टम व आपकी कोशिकाओं की रीजेनरेशन को भी नियंत्रित करती है।
इस कमाल की तांत्रिका का एक और काम होता है, आपको भरा-भरा महसूस करवाना। आपके पाचन-तंत्र से अपने गहरे नाते की बदौलत यह किसी रेगुलेटर के तौर पर काम करती है। आपकी वेगस नर्व आपको बताती है कि आप बहुत खा चुके हैं। तनाव के पलों में वह आपकी भूख पर भी लगाम लगाती है।
जैसाकि आप देख सकते हैं, इस नस के अनेक लाभ होते हैं। इसलिए इसका ध्यान रखकर आप अपनी सम्पूर्ण सेहत का ख्याल रख सकते हैं।
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अपनी वेगस तंत्रिका को सक्रिय करने की एक तकनीक
यह आसान-सी तकनीक आपके बेशकीमती वक़्त में से आधे घंटे से ज़्यादा नहीं लेगी। लेकिन आपको इसका अभ्यास रोज़ाना, दिन के एक ही समय पर करना होगा।
आप देखेंगे वह रिलैक्सेशन की अन्य माइंडफुलनेस तकनीकों से काफ़ी मिलती-जुलती है। उन तकनीकों में अपनी श्वास को नियंत्रित करना सबसे अहम होता है।
तो आइए, देखते हैं कि अपनी वेगस नर्व को सक्रिय करने के लिए आपको क्या करना होगा:
- आरामदायक ढीले कपड़े पहन लें।
- किसी झुकी हुई सतह पर कुछ इस तरह लेट जाएँ कि आपका सिर आपके पैरों से निचले स्तर पर हो (इसे ट्रेंडेलनबर्ग मुद्रा के नाम से जाना जाता है)।
- अपने माथे पर एक ठंडा, नम कपड़ा रख लें।
- अपनी नाक से 6 सेकंड तक सांस अंदर खींचें, ताकि आपके पेट का निचला हिस्सा हवा से भर जाए (पेट से श्वास खींचने की तकनीक)।
- अपने पेट को अंदर की तरफ़ खींचते हुए अपनी श्वास को 6 सेकंड तक रोके रखें, जैसे अभी आप पर कोई हाथ उठाने ही वाला हो।
- फिर 7 सेकंड तक गहरी सांस छोड़ते हुए अपने पेट को फुला लें व साथ-साथ अपने होंठों को ऐसे सिकोड़ लें, जैसे आप कोई मोमबत्ती बुझाने वाले हों (अपनी वेगस तंत्रिका को ऑक्सीजनेट कर उसे सक्रिय करने का यह सबसे अच्छा तरीका होता है)।
- इस कसरत को 7 बार दोहराएं।
- अंत में, धीरे-धीरे उठकर बैठ जाएँ व खड़े होने से पहले 5 मिनट का इंतज़ार करें। रिलैक्स करें।
- खड़े होने के बाद एक गिलास ठंडा पानी पी लें।
जैसाकि आपने अभी-अभी देखा, इस आसान-सी कसरत के माध्यम से आप अपनी वेगस नर्व को जगा सकते हैं। इस कसरत के दौरान आपको कुछ इस तरह से सांस लेनी है कि आपके शरीर के प्रमुख कार्य दुबारा सक्रिय हो जाएँ।
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