जानना चाहती हैं, अपने बालों के पतले हो जाने का कारण? खानपान में बदलाव करके राहत पायें

क्या आपके बाल पतले होकर झड़ने लगे हैं? इस लेख में जानें कि आखिर ऐसा क्यों होता है व प्राकृतिक उपायों की मदद से इससे कैसे बचा जा सकता है।
जानना चाहती हैं, अपने बालों के पतले हो जाने का कारण? खानपान में बदलाव करके राहत पायें

आखिरी अपडेट: 26 जून, 2019

क्या आप अपने बालों के पतलेपन से परेशान हैं? क्या अपने लगातार झड़ते बालों की तरफ़ आपका ध्यान गया है? अगर ऐसा ही है तो आपको यह समझ लेना चाहिए कि यह एक बहुत आम समस्या है। इस लड़ाई में आप अकेली नहीं हैं। बालों के पतलेपन के सबसे आम कारणों के बारे में जानने के लिए आगे पढ़ें।

अपने बालों के बारे में आपको क्या-क्या मालूम होना चाहिए

बालों के झड़ने के आम कारण क्या हैं?

हमारे बाल दरअसल लंबे फिलामेंट्स हैं: सिर से बाहर निकले दिखाई देने वाले हिस्से को शाफ्ट कहा जाता है; इन फिलामेंट की जड़ों को फॉलिकल और फॉलिकल्स को पोषक तत्व देने वाली जगह को बल्ब कहा जाता है।

हालांकि हमारे बाल हमारी अंदरूनी शारीरिक प्रक्रियाओं में कोई ख़ास भूमिका नहीं निभाते, मानसिक और मनोवैज्ञानिक तौर पर उनके होने न होने से किसी व्यक्ति पर गहरा असर पड़ सकता है

हमारे जन्म से ही हमारे सभी हेयर फॉलिकल्स हमारे सिर पर मौजूद होते हैं। एक अनुमान के अनुसार हमारी खोपड़ी में लगभग 100,000 बाल होते हैं।

किसी औसत व्यक्ति के बाल हर महीने 1 सेंटीमीटर तक बढ़ते हैं। लेकिन महिलाओं के बाल पुरुषों के मुकाबले ज़्यादा तेज़ी से बढ़ना एक आम बात होती है। साथ ही, सर्दियों की तुलना में गर्मी में हमारे बाल ज़्यादा तेज़ी से बढ़ते हैं।

बात जब बालों की बनावट की आती है तो हमारे बाल पतले, सामान्य या घने हो सकते हैं। लेकिन आपके घने या सामान्य बाल भी कुछ अवस्थाओं की वजह से कुछ ही वक़्त में पतले हो सकते हैं

बालों के पतले होने के कारण

ज़िन्दगी भर हम अपने बालों से जुड़ी समस्याओं या जटिलताओं से जूझते रहते हैं। उनसे निपटने के लिए हमारे लिए किसी की मदद लेना ज़रूरी हो जाता है।

इनमें सबसे आम शिकायत है 50 की उम्र के बाद बालों का पतला हो जाना।

उसके कुछ आम कारण हैं:

कोलेस्ट्रॉल का ऊँचा स्तर

कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तरों व गंजेपन में सीधा नाता होता है। अगर आपके डॉक्टर ने हाल ही में आपसे कहा है कि आपका कोलेस्ट्रॉल का स्तर काफ़ी बढ़ा हुआ हैं तो आपको जल्द से जल्द उन्हें कम करने की योजना पर काम शुरू कर देना चाहिए।

हाई ब्लड प्रेशर

आपका ब्लड प्रेशर जितना ज़्यादा होगा, आपके बालों के झड़ने की संभावना भी उतनी ही ज़्यादा हो जाएगी।

तनाव

बालों के झड़ने के आम कारण

ज़्यादातर लोगों में यह एक आम समस्या होती है। यहाँ खुशखबरी यह है कि अपने तनाव पर काबू पा लेते ही आपके झड़ते बालों पर भी लगाम लग जाएगी

उम्र बढ़ना

बढ़ती उम्र के साथ-साथ अक्सर हमारे बालों में पोषक तत्वों की भी कमी होती जाती है, जिससे वे धीरे-धीरे पतले होते जाते हैं।

इस परेशानी से बचने के लिए आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि अपने बालों की सेहत के लिए फायदेमंद सभी पोषक तत्व आपके सेहतमंद आहार में शामिल हों।

संक्रमण

डैंड्रफ के तौर पर फंगल या बैक्टीरियल संक्रमण आपकी खोपड़ी को सूखी या पपड़ीदार बना सकते हैं।

हालांकि ये संक्रमण किसी गंभीर बीमारी के लक्षण तो नहीं होते, समय रहते इलाज न करवाए जाने पर वे आपके बालों को स्थायी रूप से पतला ज़रूर बना सकते हैं।

हॉर्मोन में बदलाव

  • महिलाओं में बालों के पतलेपन के पीछे यह सबसे प्रमुख कारणों में से एक होता है।
  • ये बदलाव अक्सर गर्भावस्था, मेनोपॉज़, मासिक धर्म के दौरान या फ़िर थायरॉइड-संबंधी समस्याओं की वजह से आते हैं।
  • किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ या एंडोक्रिनोलॉजिस्ट के पास जाकर हॉर्मोन के अपने स्तरों की जांच करवाने में कोई हर्ज़ नहीं होता।

कुछ दवाइयां

कुछ दवाइयां भी आपके बालों के पतलेपन का सबब बन सकती हैं

इस बात से सभी भलीभांति वाकिफ़ हैं कि कैंसर की दवाइयों की वजह से हमारे बाल पतले होने लगते हैं, पर यह बात कितने लोग जानते हैं कि ऐसा सिर्फ़ कैंसर की दवाइयां ही नहीं करती?

कुछ एंटी-आर्थराइटिस दवाओं, गर्भनिरोधक गोलियों या फ़िर अवसाद और गठिया से राहत दिलाने वाली दवाइयों का भी यही प्रभाव होता है।

कुपोषण

आयरन जैसे मिनरल और विटामिन की कमी भी हमारे बालों के पतलेपन का सबब बन सकती है।

बालों के पतलेपन को रोकने वाले इलाज

जैसाकि हमने पहले कहा था, किसी गंभीर रोग की संभावना को दरकिनार करने के लिए अपने डॉक्टर के पास जाने में कोई हर्ज़ नहीं होता।

इसके अलावा, ऐसे भी कई खान-पान व घरेलू उपाय होते हैं, जिनकी मदद से आप अपने बालों को पतला होने से बचा या रोक सकते हैं:

रोज़मेरी ऑइल की मदद से अपने बालों को मज़बूत बनाएं

जैतून के तेल (ऑलिव ऑयल) या रोज़मेरी ऑयल से की गई मालिश

इनमें से किसी भी तेल से अपनी खोपड़ी की मालिश करें। ऐसा करके आप अपनी खोपड़ी में होते रक्तसंचार में सुधार ला सकते हैं।

किसी न्यूट्रल व नेचुरल शैम्पू का इस्तेमाल करें

ऐसा करके आप अपने बालों की जड़ों में रासायनिक पदार्थों को जमा होने से रोक पाएंगे।

रोज़-रोज़ फ्लैट आयरन और हेयरड्रायर्स के इस्तेमाल से बचें

  • बालों के इन उपकरणों की अत्यधिक गर्मी से हमारे बालों पर एक बुरा असर पड़ता है।
  • अगर आपको अक्सर उनका इस्तेमाल करने की ज़रूरत होती है तो अपने बालों को सुखाने या उन्हें सीधा करने से पहले उन पर कोई हीट प्रोटेक्टेंट लगा लें।

शहतूत, स्ट्रॉबेरीज़, ब्लैकबेरीज़ और अनार

  • शहतूत (Mulberries) में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स व विटामिन C, A, B, E और K होते हैं।
  • वह मिनरल (कॉपर, मैग्नीशियम, मैंगनीज, पोटैशियम, फोलिक व एलेजिक) से भी युक्त होता है।
  • इसलिए हमारे बालों के फॉलिकल के विकास में बाधा डालने वाले वाले एंज़ाइम को रोक देने की क्षमता उसमें होती है। नतीजतन हमारे फॉलिकल सक्रिय रहकर बढ़ते रहते हैं।
  • बढ़ती उम्र, कैंसर और हमारे बालों को पतला करने वाले न्यूरोलॉजिकल रोगों से लड़ने में यह बेरी हमारी मदद करती है।
  • स्ट्रॉबेरीज़ में विटामिन C, फोलिक एसिड, मैंगनीज और पोटैशियम की उच्च मात्रा होती है।
  • ब्लैकबेरीज़ में विटामिन K, फोलिक एसिड, मैंगनीज और एलेजिक एसिड के उच्च स्तर होते हैं, जो हमारे बालों की बढ़ने में मदद करते हैं।
  • हमारे बालों की सेहत को बहाल कर देने की अपनी काबिलियत के चलते अनार (Pomegranates) को प्रकृति का सबसे बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट माना जाता है।

गुलाब का फल (Rosehip)

इस जंगली झाड़ी पर फल और फूल, दोनों ही उगते हैं। इसके बीजों के तेल का इस्तेमाल कॉस्मेटिक उत्पादों में किया जाता है।

अपने झड़ते बालों से निपटने के लिए आप रोज़हिप को अपने आहार में भी शामिल कर सकते हैं व उसके तेल से अपनी खोपड़ी की मालिश भी कर सकते हैं।

सल्फर-युक्त खाद्य पदार्थ

अण्डों, नट्स, बीजों व सोया जैसे खाद्य पदार्थों के अपने सेवन को बढ़ा देने से आप अपने बालों की प्रतिरोध-क्षमता को भी बढ़ा लेंगी।

जैसाकि आप देख सकती हैं, बालों के पतलेपन का मुकाबला करना कोई नामुमकिन काम नहीं है। खानपान व सजने-धजने की अपनी आदतों में थोड़ा-सा सुधार लाकर छः महीनों के अंदर-अंदर आपके बाल पहले से ज़्यादा स्वस्थ व मज़बूत दिखने लगेंगे।


यह पाठ केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान किया जाता है और किसी पेशेवर के साथ परामर्श की जगह नहीं लेता है। संदेह होने पर, अपने विशेषज्ञ से परामर्श करें।