5 हर्बल ट्रीटमेंट : इनसे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करें
क्या आप जानते हैं, ब्लड सर्कुलेशन को सुधारने के कई तरीके हैं? खून को सभे अंगों में पम्प करके आपका दिल ब्लड सर्कुलेशन प्रक्रिया को शुरू करता है। ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होने से यह सुनिश्चित होता है कि आपके शरीर की सभी कोशिकाओं तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व सही तरीके से पहुंच रहे हैं।
यह देखना आसान है कि कुछ स्वस्थ आदतें अपनाकर अपने सर्कुलेशन में सुधार करना इतना अहम क्यों है।
कई फैक्टर हैं, वह भी नेचुरल ट्रीटमेंट जिनसे आप इसे ठीक से कामकाज करते रहने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
आज, हम कुछ हर्बल ट्रीटमेंट की जानकारी शेयर करना चाहते हैं जो थक्के जमने, वेरीकोस वेंस और खराब ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी गड़बड़ियों को रोकने की क्षमता रखते हैं।
इन्हें आजमायें!
1. मीडोस्वीट टी (Meadowsweet tea)
मीडोस्वीट एक ऐसी बूटी है जो आपके सर्कुलेशन को अच्छी शेप में रखने में मदद कर सकती है क्योंकि इसमें फ्लेवोनॉयड्स होते हैं जो खून और आर्टरी की हिफाजत करते हैं।
इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट शरीर से जहरीले तत्वों की सफ़ाई को प्रोत्साहित करते हुए आपकी धमनियों में प्लाक के जमा होने से रोकने में मदद करते हैं।
सामग्री
- 1 कप पानी (250 मिली)
- 2 चम्मच मीडोस्वीट के फूल और पत्तियाँ
तैयारी
- एक कप पानी गर्म करें और मीडोस्वीट के फूल और पत्तियों के साथ चाय बनाएं।
- इसे 10 मिनट के लिए छोड़ दें फिर छान कर पियें।
कैसे सेवन करें
- यदि आपको सर्कुलेशन से जुड़ी समस्याएं हैं, तो रोजाना 2 से 3 कप हर्बल चाय पियें।
इस लेख पर भी एक नज़र डालें: कद्दू से बनी होम रेसिपी जो ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करती है
2. विलो छाल की चाय (Willow bark tea)
विलो छाल सर्कुलेशन में सुधार और दिल की हिफाजत के लिए सर्वोत्कृष्ट पौधा है।
इसकी इस क्षमता के लिए इस बूटी में मौजूद सैलिसिलिक एसिड को जिम्मेदार ठहराया जाता है, जो एस्पिरिन का मुख्य घटक है।
सामग्री
- 1 चम्मच विलो छाल (5 ग्राम)
- एक कप पानी (250 मिली)
तैयारी
- एक कप उबलते पानी में विलो छाल डालें और 10 मिनट छोड़ दें।
कैसे सेवन करें
- छानने के बाद दिन में एक बार पियें।
नोट: इस नुस्ख़े को एस्पिरिन से एलर्जी वाले व्यक्ति को या अगर अल्सर या अस्थमा है तो इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
3. रोज़मेरी और नींबू बाम चाय से ब्लड सर्कुलेशन सुधारें
रोज़मेरी और नींबू बाम चाय सर्कुलेशन के लिए बहुत अच्छा है। यह वैरिकोज वेंस, स्पाइडर वेंस और खराब रक्त संचालन से जुड़ी दूसरी सूजनकारी समस्याओं के इलाज में मदद करता है।
सामग्री
- 1 चम्मच रोज़मेरी (5 ग्राम)
- 1 चम्मच नींबू बाम (5 ग्राम)
- एक कप पानी (250 मिली)
तैयारी
- एक कप उबलते पानी में रोज़मेरी और नींबू बाम मिलाएं
- ढककर 10 मिनट तक छोड़ दें।
4. गिन्कगो बिलोबा चाय (Ginkgo biloba tea)
सरकुलेटरी समस्याओं और सूजन के इलाज के लिए सबसे लोकप्रिय इलाजों में से एक है यह चाय।
इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं जो शरीर में पानी जमा होने से रोकते हैं और एंटीऑक्सिडेंट देते हैं। ये शरीर से जहरीले पदार्थों और कोलेस्ट्रॉल को हटाने में अच्छे होते हैं।
सामग्री
- 1 कप पानी (250 मिली)
- 1 बड़ा चम्मच जिन्को बिलोबा (10 ग्राम)
तैयारी
- पानी उबालें और जिन्कगो बिलोबा डालें।
- 10 मिनट ठंडा होने दें और फिरव् छान लें।
कैसे सेवन करें
- रोजाना मिड-मॉर्निंग में पियें।
इस लेख को भी पढ़ें: 5 स्वादिष्ट स्मूदी: आपकी डिटॉक्स डाइट के लिए
5. अश्वपुच्छा चाय से ब्लड सर्कुलेशन सुधारें
मूत्रवर्धक और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण के लिए प्रसिद्ध हॉर्सटेल सर्कुलेशन प्रणाली की गड़बड़ियों के इलाज के लिए एक शानदार जड़ी-बूटी है।
इसमें मौजूद मिनरल शरीर में पानी जमा होने से रोकने और स्वस्थ सर्कुलेशन को बहाल करने में मदद करते हैं, खासकर आपके पैरों में।
यह आपकी धमनियों को भी साफ करता है, कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है।
सामग्री
- 1 कप पानी (250 मिली)
- 1 बड़ा चम्मच अश्वपुच्छा (10 ग्राम)
तैयारी
- एक बर्तन में पानी डालें और गरम करें।
- एक बार उबलने पर हॉर्सटेल डालें और आँच को कम करें। 2 मिनट के लिए पकने दें और फिर आँच से हटा दें।
- इसे तब तक ठंडा होने दें जब तक यह एक आरामदायक तापमान तक नहीं पहुंच जाता।
- छान लें और पियें।
कैसे सेवन करें
- सर्कुलेशन की समस्या है तो 2 से 3 कप हॉर्सटेल टी पियें।
- सीधे 2 हफ़्ते के लिए दोहराएं या वैकल्पिक रूप से सप्ताह में 3 बार पियें।
क्या आपको ऐसा लगता है, अपने परिसंचरण में सुधार करने की ज़रूरत है? यदि आप पैरों में दर्द महसूस कर रहे हैं या अपने पैरों में वैरिकोज़ नसों को नोटिस कर रहे हैं, तो ऊपर दिए गए प्राकृतिक इलाजों में से एक को चुनें और खून के बहाव को दुरुस्त करें।
इसके साथ ही एक अच्छी डाइट लें और एक्सरसाइज रूटीन अपनाएँ।
- Bustamante, J., & Valbuena, J. (2003). Biomecánica cardiocirculatoria: análisis y modelado cardiovascular. Revista Colombiana de Cardiología Marzo/Abril.
- Fundación española del corazón. Hidratación para la práctica de ejercicio. [En línea]. Disponible en: https://fundaciondelcorazon.com/corazon-facil/blog-impulso-vital/2495-hidratacion-e-ingesta-de-bebidas-para-la-practica-de-ejercicio.html
- León, Blanca. (2012). La cola de caballo (Equisetum, Equisetaceae) comercializada y exportada del Perú. Rev. Perú. Biol. Vol 1, Nº 3: 345 – 346. [En línea]. Disponible en: http://www.scielo.org.pe/pdf/rpb/v19n3/a18v19n3.pdf
- Mendaza, M., Escribá, J., & Carbajal, J. (2012). Endocrinología. Farmacia Hospitalaria. https://doi.org/10.1016/j.endonu.2011.09.004
- Singh, B., Kaur, P., Gopichand, Singh, R. D., & Ahuja, P. S. (2008). Biology and chemistry of Ginkgo biloba. Fitoterapia. https://doi.org/10.1016/j.fitote.2008.05.007