कब्ज़ के लिए आम : फायदे और कुछ रेसिपी
आम एक ऐसा फल होता है, जिसकी मदद से धीमे पाचन का मुकाबला किया जा सकता है। आम में मौजूद डाइटरी फाइबर की अच्छी-ख़ासी मात्रा पाचन के लिए अच्छी होती है व मलाशय में जमा मल को हमारे शरीर से निकाल बाहर करने की प्रक्रिया में वह तेज़ी ले आती है। इसीलिए ज़्यादा से ज़्यादा लोग आम का इस्तेमाल कब्ज़ से राहत पाने के लिए करने लगे हैं।
हालांकि यह सच है कि कब्ज़ हो जाने पर कई लोग रासायनिक लैक्सेटिव्स का इस्तेमाल करते हैं, आम जैसे घरेलू उपाय इस काम में ज़्यादा कारगर साबित होते हैं। आम के कोई अनचाहे साइड इफेक्ट्स नहीं होते व उसे आसानी से किसी भी ख़ुराक में शामिल किया जा सकता है।
साथ ही, अपने शरीर को ज़्यादा ऊर्जा देने का वह एक अच्छा तरीका भी होता है, क्योंकि उसमें मौजूद शुगर्स को हमारा शरीर धीरे-धीरे सोखकर हमारे ब्लड शुगर के स्तरों को बढ़ने नहीं देता।
इस लेख में हम आम की कुछ खूबियों के साथ-साथ उसकी कुछ लजीज़ रेसिपीज़ को भी आपका साथ साझा करने जा रहे हैं।
कब्ज़ के लिए आम
आम मंगीफेरा जीनस (वर्ग) की श्रेणी में आने वाले फूलों वाले पौधे से मिलने वाला एक फल होता है। आम कई तरह के होते हैं व वे लाल, पीले और हरे रंगों में पाए जाते हैं। वे गोलाकार होते हैं और उनकी एक चिकनी और मोटी खाल होती है।
विटामिन ए, बी और सी के अलावा पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरलों से युक्त आम को प्राचीन काल से ही एक लाभकारी फल के तौर पर देखा जाता रहा है। आम में डाइटरी फाइबर्स और एंटीऑक्सीडेंट्स की भी अच्छी-खासी मात्रा होती है।
आम में मौजूद फाइबर ही उसे कब्ज़ के खिलाफ़ एक कारगर हथियार बनाता है। इस पदार्थ से न सिर्फ़ आपके पाचन-तंत्र की क्रियायें अनुकूलित हो जाती हैं, बल्कि आपकी आँतों का पेरीस्टालसिस भी नियंत्रित रहता है।
आम के अन्य फायदे उसमें मौजूद पॉलीफेनोल्स से आते हैं। पॉलीफेनोल्स सूजन को कम करने में मददगार एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं। आम से आपकी आँतों में मौजूद माइक्रोबायोटा की संरचना में सुधार आ जाता है व आपके शरीर को टॉक्सिन्स से छुटकारा मिल जाता है।
इसके अलावा, आपकी शारीरिक ज़रूरतों का 41% हिस्सा पूरा करने वाले विटामिन सी से युक्त आम आपके इम्यून सिस्टम के लिए भी लाभकारी साबित होता है। मुक्त कणों के प्रभावों पर लगाम लगाकर यह पोषक तत्व आपके शरीर में एंटीबॉडीज़ के उत्पादन को बढ़ावा देता है।
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कब्ज़ से निपटने के लिए आम का इस्तेमाल कैसे करें
कब्ज़ से छुटकारा पाने के लिए आम के सेवन का पारंपरिक उपाय उसे उसकी प्राकृतिक कच्ची और पकी हुई अवस्था में खा लेना होता है। ऐसे में, कोई छोटा-सा आम या फ़िर आम के कटे हुए टुकड़ों से 3/4 भरा हुआ कप इस काम के लिए एकदम सही होता है।
लेकिन उसे अन्य चीज़ों के साथ मिला देने से आप उसकी खूबियों में चार चाँद लगा सकते हैं। हाँ, ऐसा करके आप ज़्यादा कैलोरीज़ का सेवन तो करेंगे, पर नीचे दिए नुस्खे रासायनिक लैक्सेटिव्स का सहारा लिए बगैर इस समस्या से निपटने के परफेक्ट विकल्प होते हैं।
आज ही उन्हें आज़माकर देखें!
आम और ओटमील वाली स्मूदी
डाइटरी फाइबर से युक्त यह स्मूदी कब्ज़ से निपटने में आपकी मदद करती है। और तो और, कम कैलोरीज़ वाले इस पेय को पीकर आपके भरे-भरे पेट को भूख भी कम लगती है।
सामग्री
- एक पका हुआ आम
- दो चम्मच ओट्स (30 ग्राम)
- एक गिलास पानी (200 मिलीलीटर)
- दो चम्मच शहद (50 ग्राम)
बनाने की विधि
- सबसे पहले तो पके हुए आम के गूदे को काट लें।
- उसे ब्लेंडर में डालकर उसमें ओट्स और पानी को डाल दें।
- कुछ मिनटों तक उन्हें ब्लेंड कर एक चिकनी ड्रिंक बना लें।
- स्वादानुसार शहद डालकर उसे परोसें।
सेवन की विधि
- स्मूदी को खाली पेट या अपने नाश्ते में पिएं।
- उसे हफ्ते में कम से कम तीन बार पिएं।
आम का सेहतमंद मूस
कब्ज़ से राहत दिलाने वाली आम की खूबियों का लुत्फ़ उठाने का यह एक सेहतमंद उपाय होता है। देखने में आकर्षक और पीने में स्वादिष्ट यह ड्रिंक बच्चों के लिए एक अच्छा विकल्प साबित होती है। इसे नाश्ते या स्नैक के तौर पर खाया जा सकता है।
सामग्री
- एक अनफ्लेवर्ड जिलेटिन शीट
- आधा कप पानी (125 मिलीलीटर)
- चार पके हुए आम
- एक गिलास सादा लो-फैट दही (200 मिलीलीटर)
बनाने की विधि
- सबसे पहले तो अनफ्लेवर्ड जिलेटिन को आधे कप उबलते पानी में मिला दें।
- उसके बाद पके हुए आमों को काटकर उन्हें ब्लेंडर में डाल दें।
- फिर दही और पानी में घुल चुके जिलेटिन को भी उसमें डालकर उन्हें कुछ मिनटों तक ब्लेंड करें।
- उस मिश्रण को कांच के किसी गिलास में डालकर उसे फ्रिज में रख दें।
सेवन की विधि
- इस डेजर्ट के तैयार हो जाने पर अपने नाश्ते के दौरान उसके छोटे-से हिस्से का सेवन करें।
- अगर आप चाहें तो अपने मील्स के बीच में भी उसमें से थोड़ा-सा लेकर खा सकते हैं।
आम और कोकोनट मिल्क वाली स्मूदी
कोकोनट मिल्क और आम से बनी स्मूदी कब्ज़ से राहत दिलाने के लिए एकदम सही होती है। फैटी एसिड्स और एमिनो एसिड्स से भरपूर यह स्मूदी खेल-कूद में आपके प्रदर्शन में सुधार लाने में भी मददगार होती है।
सामग्री
- दो पके हुए आम
- एक कप कोकोनट मिल्क (200 मिलीलीटर)
- आइस क्यूब्स (स्वादानुसार)
बनाने की विधि
- पके हुए आमों को छीलकर उन्हें कई टुकड़ों में काट दें।
- फिर उन्हें ब्लेंडर में डालकर उन्हें कोकोनट मिल्क के साथ ब्लेंड कर दें।
- अंत में अपने स्वादानुसार कुछ आइस क्यूब्स डालकर उसे परोसें।
सेवन की विधि
- इस स्मूदी को सुबह के करीब नौ बजे, हफ्ते में तीन बार पिएं।
क्या आपको भारी-भारी महसूस हो रहा है? क्या आप पाचक समस्याओं और कब्ज़ से जूझ रहे हैं? अगर ऐसा है तो इन परेशानियों से राहत पाने के लिए आम का इस्तेमाल बेझिझक करें! जैसाकि आप देख सकते हैं, कई पोषक तत्वों से युक्त इस फल को अपने आहार में कई तरह से शामिल किया जा सकता है।
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