वेरीकोस वेंस के ट्रीटमेंट के लिए बनाएँ नीबू और लहसुन का मलहम

यह ट्रीटमेंट सिर्फ तभी मनचाहे नतीजे देता है, जब आप धीरज रखकर इसका नियमित इस्तेमाल करते हैं। वेरीकोस वेंस की शुरुआत को रोकने के साथ-साथ, यह स्पाइडर वेंस को ज़्यादा गंभीर दशा में जाने से भी रोकता है।
वेरीकोस वेंस के ट्रीटमेंट के लिए बनाएँ नीबू और लहसुन का मलहम

आखिरी अपडेट: 22 अगस्त, 2018

क्या आपको यह मालूम है कि वेरीकोस वेंस के ट्रीटमेंट के लिए आप ख़ुद लहसुन और नीबू का मलहम तैयार कर सकते हैं?

नेचुरल होने और होम-मेड गुणों से भरपूर होने के साथ साथ, इसका नियमित इस्तेमाल बहुत प्रभावशाली होता है। इससे आपको ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी दिक्कतों से छुटकारा मिलेगा, आपके पैर हमेशा जवां बने रहेंगे!

यहाँ हम इस लेप को तैयार करने की विधि की चर्चा करेंगे। हम आपको लहसुन और नीबू के स्वास्थ्यवर्धक गुणों के बारे में भी बताएँगे। लहसुन और नीबू दोनों ही आपकी कॉस्मेटिक ज़रूरतें पूरा करते हैं।

यह बहुत ही सरल विधि है। आप इसके नतीजों को देखकर हैरान रह जाएँगे!

वेरीकोस वेंस के नेचुरल ट्रीटमेंट

अगर आप प्राकृतिक ढंग से वेरीकोस वेंस का उपचार करना चाहते हैं, तो आपको यहाँ नीचे दी गई बातों को ध्यान में रखना होगा:

  • हमेशा संतुलित आहार का सेवन करें, जो फ़लों और सब्ज़ियों, अनाज , फलियों , और मेवों के गुणों से भरपूर हो।
  • नियमित शारीरिक व्यायाम बहुत महत्वपूर्ण है।
  • सिगरेट और शराब जैसी बुरी आदतें कम कर दें।
  • लम्बे समय के लिए एक ही आसन में बैठे या खड़े न रहें।
  • ऐसे कपड़े पहनें जो बिलकुल ठीक नाप के हों।
  • कई ऐसे सप्लीमेंट और फ़ायदेमंद मेडिसिनल प्लांट हैं, जो ब्लड सर्कुलेशन में सुधार लाते हैं और रक्त की ह्रदय की ओर वापसी में सहायता करते हैं।

इन मेडिकल उपचारों के अलावा यदि आप आज यहाँ सुझाए गए कुछ प्राकृतिक नुस्खों को आज़माते हैं, तो आपको बहुत लाभ होगा।

ये नुस्खे होम-मेड रेमेडी की तरह काम देंगे।

वेरीकोस वेंस के ट्रीटमेंट का मलहम

उपचार में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री

इस लेप में हम 5 मुख्य चीज़ों का उपयोग करेंगे। हर सामग्री वेरीकोस वेंस के ट्रीटमेंट में अपना उत्तम योगदान देती है:

लहसुन:

  1. चाहे इसे खाया जाए या फ़िर ऊपरी तौर पर लगाया जाए, वेरीकोस वेंस के ट्रीटमेंट के लिए नीबू बहुत ही प्रभावशाली है।
  2. इस सुपरफूड से रक्त पर ब्लड वेसेल्स को चौड़ा करने वाले शक्तिशाली वेसोडायलेटर (vasodilator) जैसा असर पड़ता है। यह ब्लड सर्कुलेशन में सुधार  लाता है।

नींबू:

  1. नींबू में साइट्रिक एसिड पाया जाता है। इससे रक्त प्रवाह में मदद मिलती है।
  2. यह एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट है और त्वचा की परेशानियों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।

ऑलिव ऑयल:

  1. ऑलिव ऑयल इस लेप को तैयार करने की आधार सामग्री है।
  2. इससे लोशन को सही टेक्सचर मिलता है और आप इसे आसानी से लगा सकते हैं।
  3. यह लहसुन को गलाने के काम आता है। इस तरह आपको लहसुन को सीधे अपनी त्वचा पर नहीं लगाना पड़ता है।
  4. इसके मोनो-अनसैचुरेटेड फैट (mono-unsaturated fat) त्वचा को अच्छी तरह से पोषण देते हैं और इसे लोच भी प्रदान करते हैं।

एलो वेरा: 

  1. एलो वेरा ताजगी लाता है, सूजन कम करता है और साथ ही त्वचा को हाइड्रेटेड और सुरक्षित रखता है।
  2. आप चाहें तो एलो वेरा पौधे के तने से जेल निकाल सकते हैं या फ़िर इसे बाज़ार से भी खरीद सकते हैं।
  3. लेकिन जितना संभव हो यह शुद्ध होना चाहिए।

रोज़मेरी ऑयल:

  1. रोज़मेरी ऑयल इस लेप की अंतिम मुख्य सामग्री है।
  2. जब ब्लड सर्कुलेशन को सुधारने और ऑक्सीजनेशन को सुधारने की बात आए, तब इसके इस्तेमाल से आपको कई फायदे मिलेंगे।
  3. इस तेल से लहसुन से आने वाली गंध भी कम हो जाती है।
  4. अगर आपके पास रोज़मेरी ऑयल नहीं है, तो रोज़मेरी की कुछ पत्तियों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसे भी आजमायें: वेरीकोस वेंस का इलाज करने का लाजवाब तरीका: एलोवेरा, गाजर और एप्पल साइडर विनेगर

वेरीकोस वेंस के ट्रीटमेंट के लिए लहसुन और नींबू का मलहम

सामग्री

  • 10 जवे लहसुन
  • 1 नीबू का रस
  • 1 गिलास ऑलिव ऑयल (200 मिलीलीटर)
  • ½ गिलास एलो वेरा जेल (100 मिलीलीटर)
  • रोज़मेरी एसेंशियल ऑयल की 20 बूँदें
वेरीकोस वेंस के ट्रीटमेंट: लहसुन और नीबू के गुणकारी लाभ

कैसे इस लेप को तैयार करें

  • सबसे पहले, लहसुन की फलियों को छील कर इन्हें बारीक काट लें।
  • इसके बाद नींबू का रस निकाल लें।
  • अब एक जार में ऑलिव ऑयल डाल लें और लहसुन और नीबू के रस को भी इस जार में मिला लें।
  • इसे अच्छे से मिला लें और जार को सीलबंद कर दें।
  • 21 दिनों के लिए इस मिश्रण को एक अँधेरी जगह पर रखकर तैयार होने दें।
  • 21 दिन पूरे होने पर इस मिश्रण में से लहसुन को हटाकर फेंक सकते हैं।
  • अब इसमें एलो वेरा जेल डालें और मिश्रण को अच्छे से मिला लें। इससे आपको अच्छा टेक्सचर मिलेगा।
  • इसमें रोज़मेरी एसेंशियल ऑयल मिलाकर इसकी गंध को बेहतर बनाएँ।

लगाने का तरीका

  • हर रात सोने से पहले इस लेप को वेरीकोस वेंस से प्रभावित स्थान पर लगाएँ और फ़िर एक कपड़े से इसे ढक दें।
  • अगर आपको इसकी गंध से किसी तरह की परेशानी नहीं होती है, तो इसे अगली सुबह फ़िर लगा सकते हैं।

यह ट्रीटमेंट तभी असरदार साबित होगा जब आप धैर्यपूर्वक इसका नियमित इस्तेमाल करेंगे।

यह वेरीकोस वेंस को बनने से रोकता है, साथ-साथ स्पाइडर वेंस को बदतर होने से भी बचाता है।



  • Ducajú, Guillermo Moñux. “Enfermedades de las venas. Varices y trombosis venosa profunda.” Libro de la salud cardiovascular del Hospital Clínico San Carlos y la Fundación BBVA (2009): 537-548.
  • Espinola, Carla Fabiola, et al. “Prevalencia de várices en miembros inferiores en el personal del Hospital de Clínicas.” Revista chilena de cirugía 59.5 (2007): 342-347.
  • Sánchez-Beorlegui, Jesús, et al. “Safenectomía corta versus larga en el tratamiento de las várices primarias de los miembros inferiores.” Revista Colombiana de Cirugía 33.2 (2018): 181-188.

यह पाठ केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान किया जाता है और किसी पेशेवर के साथ परामर्श की जगह नहीं लेता है। संदेह होने पर, अपने विशेषज्ञ से परामर्श करें।