अगर UTI की समस्या है, तो गलती से भी इन चीजों को न खाएं
UTI या यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन खासतौर पर बैक्टीरिया की वजह से होता है। ऐसे में जब आप कुछ खास तरह की चीजों का सेवन करते हैं, तो समस्या को और बढ़ा लेते हैं। क्या आप जानना चाहेंगे, खाने की वे कौन-सी चीजें हैं जो आपको नहीं खानी चाहिये? इस आर्टिकल में हम उनकी एक लिस्ट बनाने वाले हैं।
UTI की समस्या में किन खाद्यों से परहेज करनी चाहिए?
महिलाओं में यह समस्या बहुत आम है क्योंकि महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले यूरिनरी ट्रैक्ट छोटा होता है। उनका इम्यून सिस्टम भी बैक्टीरिया के लिए बहुत ज्यादा संवेदनशील होता है।
इसके सामान्य लक्षणों में पेशाब के दौरान जलन या दर्द और बार-बार मूत्र आना है। गंभीर मामलों में आपको बुखार हो सकता है या पेशाब में खून आ सकता है।
इस तरह के इन्फेक्शन की संभावनाओं को बढ़ाने वाले कुछ अलग-अलग रिस्क फैक्टर्स भी हैं:
- कुछ विशेष एंटीबायोटिक दवायें।
- असुरक्षित यौन सम्बन्ध।
- टॉयलेट पेपर से शरीर को पीछे से आगे की तरफ पोंछना।
- आंत में बैक्टीरिया।
- ज्यादा समय तक पेशाब को रोके रखना।
- कुछ खास तरह के खाद्य।
UTI के लक्षणों को कम करने या इसे पूरी तरह से ख़त्म करने के लिए नीचे बताई गयी चीजों का इस्तेमाल बंद कर दें या कम कर दें।
चीनी (Sugar)
चीनी वाली चीजें (जैसे बेक्ड फूड) बैक्टीरिया का “पालन-पोषण” करती हैं। यह यूरिनरी ट्रैक्ट में हीलिंग प्रक्रिया को धीमी करती है और इन्फेक्शन के लक्षणों को ज्यादा बढ़ा देती है। अगर आप इस बीमारी से पीड़ित हैं तो कोल्ड ड्रिंक, कुकीज़ और मिठाई भी उन चीनी वाली चीजों में आती हैं जिनसे आपको बचना चाहिए।
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कैफीन (Caffeine)
कॉफी, प्रभावित हिस्से में ब्लड फ्लो को बढ़ा देती है। कॉफी के सेवन से बचने के अलावा हम आपको यह भी सलाह देते हैं, चाय, सोडा या कमर्शियल जूस से भी दूरी बनाये रखें। क्योंकि इनमें भी ठीक इसी तरह के असर वाले तत्व मौजूद होते हैं।
पानी या फिर नेचुरल फ्रूट जूस लें। ये मूत्रवर्धक होते हैं और इन्फेक्शन को ख़त्म करने में मदद करते हैं। कभी भी शराब न पियें क्योंकि यह मूत्राशय में जलन पैदा करता है!
खट्टे फल (Citrus fruits)
अगर आप सोचते हैं कि ऑरेंज जूस पेशाब के लिए अच्छा है और इसलिए यह आपके शरीर को बैक्टीरिया से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है, तो ऐसा नहीं है। सच तो यह है कि खट्टे फल (चकोतरा, नींबू, और अनन्नास आदि) यूरिनरी ट्रैक्ट में समस्या पैदा करते हैं और ये आपके ब्लैडर में भी जलन पैदा कर सकते हैं। ये UTI के लक्षणों को बदतर बनाते हैं।
मसालेदार खाना और सॉस (Spicy foods and sausage)
अगर UTI से पीड़ित हैं, तो सॉस, प्रोसेस्ड मीट और सभी मसालेदार चीजों जैसे कढ़ी पत्ता, जीरा या मिर्च वाली चटनी आदि के इस्तेमाल से बचें।
खट्टे फलों की तरह ही ये मसाले भी ब्लैडर में परेशान का कारण बनते हैं। ये आपके शरीर में एसिड लेवल को बढ़ाते हुये बैक्टीरिया के पनपने के लिए अच्छा वातावरण बनाते हैं।
रिफाइंड आटा (Refined flour)
पास्ता, पिज्जा, रोटी और वे सारी चीजें जो मैदे से बनी होती हैं आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। यह सिर्फ उन पर लागू नहीं होता जो यूरिनरी ट्रैक्ट की समस्या से पीड़ित हैं। रिफाइंड आटा सबके लिए ही नुकसानदेह है क्योंकि आपका शरीर इसे शुगर में बदल देता है।
अगर आप UTI से परेशान हैं तो इस तरह के खाने की चीजों से बचें और दूसरी परेशानियों से बचने के लिए इनके इस्तेमाल में कटौती करें।
लाल मांस (Red meat)
जब आप यूरिनरी ट्रैक्ट के संक्रमण से परेशान हैं तो आपके लिये स्टेक्स, हैमबर्गर और ग्रिल्ड मीट नुकसानदेह चीजों की लिस्ट में शामिल हैं। ये शरीर में बहुत ज्यादा एसिड पैदा करते हैं। इससे बैक्टीरिया की पैदावार बढ़ जाती है।
लाल मांस के बजाय आप सफेद मांस जैसे मछली या चिकन खा सकते हैं।
अपने यूरिन के pH को बदलने के लिए डाइट
आप यह सोच रहे होंगे, यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन होने पर आपको क्या खाना चाहिए? हम आपके साथ एक पांच दिन का डाइट प्लान शेयर करने जा रहे हैं जिसमें एसिडिक और एल्केलाइन दोनों तरह की चीजें शामिल हैं।
यह कॉम्बिनेशन आपके शरीर के pH को संतुलित करता है और बैक्टीरिया पैदा करने वाली वजहों को ख़त्म करता है (न केवल मूत्राशय या मूत्रमार्ग से बल्कि शरीर के दूसरे हिस्सों से भी)।
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बैक्टीरिया को जिन्दा रहने और अपनी पैदावार को बढ़ाने के लिये नमी और उमस की जरूरत होती है। अगर आप खट्टी चीजें खा-पी रहे हैं तो उनके लिये आपका यूरिन बहुत बेहतरीन जगह है। इस डाइट का मकसद बैक्टीरिया के विकास के लिए आपके यूरिन को ऐसी जगह बनने से रोकना है।
पहले दो दिनों में आपको कुछ एसिडिक और कुछ एल्केलाइन चीजें लेनी होंगी:
- अंडे
- मछली
- मांस
- साबुत अनाज (जई, चावल)
- वेजिटेबल मिल्क (जई, बादाम)
- ऑलिव ऑयल
- नींबू का रस
- पानी
- नेचुरल टी
अगले तीन से पांच दिनों में आपको केवल एल्केलाइन चीजों का इस्तेमाल करना है:
- फलियां (Beans)
- सब्जियां (खास-तौर पर आलू, लहसुन और प्याज)
- फल (खट्टे फलों को छोड़कर)
- मेवे
- नेचुरल जूस (जैसे क्रैनबेरी)
- फैट-फ्री डेयरी प्रोडक्ट
- ऑलिव ऑयल
अगर आपको UTI की समस्या है या आप इसे होने से रोकना चाहते हैं तो इस डाइट प्लान को अपना सकते हैं। उस स्थिति में हम आपको यह भी सलाह देंगे कि इसे सख्ती से फॉलो करें और किसी भी भोजन को छोड़ें नहीं।
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के दौरान
इस तरह के इन्फेक्शन से तेजी से उबरने के लिये एक स्वस्थ और संतुलित डाइट आपके लिये काफी नहीं है।
वैसे तो नीचे दिए गये सुझाव महिलाओं (जो इन्फेक्शन के प्रति ज्यादा नाजुक हैं) को ध्यान में रखकर बताये गये हैं , लेकिन पुरुष भी इन पर ध्यान दे सकते हैं:
- अपने गुप्तांगों को धोने के लिए किसी भी तरह के खुशबूदार साबुन का इस्तेमाल न करें।
- जेनिटल अंगों को साफ रखें।
- बाथरूम के बाद अपने जेनिटल अंगों को अच्छी तरह से साफ़ करें, आगे से पीछे की तरफ।
- हो सके तो टाइट पैंट न पहनें।
- कॉटन अंडरवियर पहनें।
- हर दिन अपना अंडरवियर बदलें।
- यौन क्रिया के पहले और बाद में अपने ब्लैडर को खाली करें।
- खूब पानी पियें (रोजाना कम से कम दो लीटर)।
- खाली पेट क्रैनबेरी का जूस पियें।
- बहुत ज्यादा गर्म पानी से नहाने से बचें।
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