वेरीकोस वेंस को ठीक करने के लिये दादी माँ का नुस्खा
आजकल वेरीकोस वेंस (Varicose veins) के इलाज के लिए कई दवाइयां और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट मौजूद हैं। आमतौर पर इन सभी प्रोडक्ट में प्राकृतिक नुस्खों का ही इस्तेमाल होता है जो शरीर के किसी हिस्से की सूजन को कम करने और आराम दिलाने में मदद करते हैं। हालाँकि, उनमें कई प्रोडक्ट बहुत महंगे होते हैं। फिर भी, वे हमेशा अच्छे नतीजे नहीं दे पाते।
शायद आपने कभी सोचा भी नहीं होगा कि वैरिकॉज वेंस के इलाज के लिए पुराने तरीके भी हो सकते हैं। लेकिन यह सच है, कई महिलाओं को वैकल्पिक नेचुरल थेरपी से राहत मिली है।
ये वे होममेड नुस्खे हैं जिनका इस्तेमाल आपके पूर्वज कॉस्मेटिक प्रोडक्ट के रूप में सुन्दरता बढ़ाने के लिए किया करते थे। आज उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुये ये वेरीकोस वेंस के इलाज में आपकी मदद कर सकते हैं।
आज के आर्टिकल में हम आपको एक दिलचस्प नुस्खे के बारे में बताना चाहते हैं। यह वेरीकोस वेंस की समस्या को जल्दी कम करने के लिए आपके सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करेगा। क्या आप इस नुस्खे को सीखने के लिए तैयार हैं?
वेरीकोस वेंस के लिये दादी का नुस्खा
वेरीकोस वेंस के लिए बनाये गये इस घरेलू नुस्खे में गाजर के फायदे, एलोवेरा जेल और सेब के सिरके जैसी चीजों के औषधीय गुण भी शामिल हैं। ये सूजन को कम करते हैं तथा ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करते हैं।
क्रीम जैसे टेक्सचर के कारण इसे मालिश के रूप में इस्तेमाल करने में आसानी रहती है। इस स्थिति की वजह से होने वाले भारीपन और दर्द को यह कम कर सकता है।
गाजर एंटीऑक्सीडेंट में भरपूर होता है जो सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और आपकी कोशिकाओं को ऑक्सीजन पहुंचाता है। इसके अलावा, बीटा-कैरोटीन आरामदायक असर डालते हैं जबकि फाइबर और विटामिन त्वचा की इलास्टिसिटी को बढ़ाते हैं।
एमिनो एसिड, पानी और विटामिन जैसी जरूरी चीजों के कारण एलोवेरा जेल एक नेचुरल एंटी-इन्फ्लेमेटरी और वासोडिलेटर है।
विटामिन E और C की भरपूर मात्रा सर्कुलेशन में सुधार करती है, खून का थक्का बनने से रोकती है, कोशिकाओं के बूढ़े होने की गति को धीमी करती है।
इसे भी आजमायें: 8 बेजोड़ एक्सरसाइज जो वेरीकोस वेंस का इलाज करती हैं
इन फायदों को आप एक नेचुरल टोनर सेब के सिरके की मदद से बढ़ा सकते हैं। यह ब्लड फ्लो में सुधार करने के साथ-साथ प्रभावित नसों के आकार को कम करता है।
यह तत्व अपने दर्द निवारक और आरामदायक असर के लिए जाना जाता है, जो तनाव और दर्द के साथ-साथ वेरीकोस वेंस से राहत देता है।
इस प्राकृतिक नुस्खे को कैसे तैयार करें?
यह नेचुरल ट्रीटमेंट वेरीकोस वेंस के साथ-साथ स्पाइडर वेंस को कम करने के लिये भी इस्तेमाल किया जा सकता है। स्पाइडर वेंस गहरे नीले या बैंगनी रंग के होते हैं।
इसका लगातार इस्तेमाल नसों के आकार को कम कर देगा और उन भद्दे उभारों को खत्म कर देगा जो आपके पैरों की सुंदरता को ख़राब करते हैं।
जरूरी सामग्री
- 2 बड़े गाजर
- 2 डंठल एलोवेरा के पौधे के
- 5 बड़े चम्मच सेब का सिरका (50 मिलीलीटर)
बनाने का तरीका
- गाजर के सभी फायदेमंद गुण पाने के लिए यह सुनिश्चित करें कि आप अच्छी गुणवत्ता वाला गाजर ला रहे हैं। प्यूरी बनाने के लिए उन्हें छीलें और बारीक टुकड़ों में काट लें।
- उन्हें सीधे अपने ब्लेंडर में डाल सकते हैं। लेकिन हो सके तो मुलायम करने के लिए उन्हें थोड़ा उबाल लेना बेहतर होगा।
- चाकू की मदद से एलोवेरा के डंठल खोलें और अंदर मौजूद सारा चिपचिपा जेल बाहर निकाल लें।
- सेब के सिरके सहित सभी चीजों को ब्लेंडर में डालें।
- जब तक कि आपको एक स्मूथ क्रीम न मिल जाये इसे चलने दें ।
इस्तेमाल करने का तरीका
- इस प्रोडक्ट को प्रभावित हिस्सों पर लगाने से पहले, डेड स्किन सेल्स और पपड़ी को निकलना न भूलें। इससे आपकी स्किन इस नुस्खे में मौजूद तत्वों को ठीक से सोख पायेगी।
- वेरीकोस वेंस पर इस होममेड क्रीम को हल्के-हल्के नीचे से ऊपर की ओर मालिश करते हुये रगड़ें।
- ठंडे पानी से धोने से पहले इसे 30 से 40 मिनट तक छोड़ दें।
- ज्यादा तेज़ असर देखने के लिए हर दिन इस नुस्खे को दोहरायें।
- अगर आप रोजाना इसका इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं तो आपको एक हफ्ते में कम से कम तीन बार इसका इस्तेमाल करने की कोशिश करनी चाहिये।
- बेहतर नतीजों के लिए दिन में दो बार प्रभावित हिस्से में सेब का सिरका सीधे लगा सकते हैं।
क्या आप अभी भी वेरीकोस वेंस से परेशानी महसूस कर रहे हैं? इस नुस्खे को घर पर बनाने की कोशिश करें और कम समय में अच्छे नतीजे पाने के लिए ऊपर बताये गये सुझावों का पालन करें।
खूब सारा पानी पीकर और विटामिन E, फैटी एसिड और मिनरल से भरपूर खाने की चीजों का इस्तेमाल करके इसके फायदों को और ज्यादा बढ़ा सकते हैं।
याद रहे! अगर समय रहते वेरीकोस वेंस का इलाज नहीं करेंगे तो आपकी परेशानी बढ़ सकती है। अगर इनकी वजह से आपको दर्द हो रहा है, तो दूसरे संभावित उपचारों के बारे में जानने के लिए अपने डॉक्टर के पास जायें।
Exposito, F., De Simone, J., Constable, C., Liebermann, S., Gauto, L., & Signorello, S. (1997). Incidencia de la recidiva varicosa dependiente del cayado safeno interno persistente segun la altura de la incision quirugica. Prensa Medica Argentina.
Moñux, G. (2009). Varices y trombosis venosa profunda. Libro de la salud cardiovascular.