फ़ूड ग्रुप और उनके कार्य

न्यूट्रिएंट शरीर में महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। इस तरह इनकी सप्लाई करने वाले फ़ूड ग्रुप तमाम कामों के अलावा टिशू को बनाने और अंगों की मरम्मत करने में मदद करते हैं।
फ़ूड ग्रुप और उनके कार्य

आखिरी अपडेट: 23 नवंबर, 2020

क्या आप जानते हैं, अपने कार्यों के अनुसार ऑफिसियल फ़ूड ग्रुप क्या हैं? बेशक खाद्य पदार्थों में मौजूद पोषक तत्व आपके शरीर में कई तरह के काम करते हैं। यदि आप इसके बारे में ज्यादा जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है!

इसी तरह यह पहचानना कि आप रोजाना किन खाद्यों को खाना चाहते हैं, ऐसी बात है जिसका उपयोग आप अपनी सेहत बनाए रखने के लिए कर सकते हैं और दूसरी बीमारियों के साथ मेटाबोलिज़्म संबंधी बीमारियों का इलाज और रोकथाम कर सकते हैं। यदि आप यह समझते हैं, तो अपने खानपान में सुधार कर पाएंगे।

फ़ूड ग्रुप क्या हैं?

हर भोजन में निम्नलिखित पोषक तत्वों में से एक या अधिक होते हैं: कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट, विटामिन और मिनरल। इसके अलावा उनमें पानी भी होता है, जो शरीर के लिए महत्वपूर्ण होता है।

इस तरह कुछ खाद्य पदार्थों में कुछ घटक दूसरों पर निर्भर होते हैं, यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय फूड दिशानिर्देशों ने निम्नलिखित फ़ूड ग्रुप बनाया है:

  • दूध, दही, और पनीर
  • मीट और अंडे
  • फल और सब्जियां
  • तेल, नट्स और सीड्स
  • लेग्युम, अनाज, आलू, रोटी और पास्ता
  • मिठाई और फैट

    फ़ूड पिरामिड फ़ूड ग्रुप का प्रतिनिधित्व करने के तरीकों में से एक है।

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फ़ूड ग्रुप के कार्य क्या हैं?

कई स्टडी ने सुझाव दिया है कि आपके आहार को बनाने वाले पोषक तत्वों में ऊर्जा देने वाले, अंगों को गढ़ने वाले और पुनर्स्थापनात्मक कार्य होते हैं। इसी तरह वे यह भी बताते हैं कि जरूरी पोषण पाने के लिए आपको विविधताओं वाला खानपान अपनाना होगा। नीचे आप विभिन्न फ़ूड ग्रुप के बारे में ज्यादा जानकारी पाएंगे।

फ़ूड जो एनर्जी देते हैं

ऊर्जा वह ईंधन है जिसे शरीर को जीने के लिए चाहिए। सभी मेटाबोलिक प्रक्रियाओं को इसकी जरूरत होती है। जैसे कि रोजाना आप जो कार्य करते हैं, चलना, हिलना और सांस लेना इसके कुछ उदाहरण हैं।

यह साफ है कि आपको एनर्जी पाने के लिए सभी फ़ूड  ग्रुप के खाने की आवश्यकता है। विशेष रूप से ऐसे खाद्य जो ऊर्जा देते हैं, उनमें कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जैसे लेग्युम, अनाज, आलू, पास्ता, और मिठाई। उन्हें खाने के बाद आपका शरीर उन्हें ग्लूकोज के रूप में पचाता और अवशोषित कर लेता है जो कि मुख्य ईंधन स्रोत है।

फैट का भी यही असर होता है, क्योंकि वे कार्बोहाइड्रेट की दोगुनी कैलोरी की सप्लाई करते हैं। इसके अलावा, तेल, नट्स, अंडे की जर्दी और बीज भी एनर्जी वाले खाद्य पदार्थ हैं। इनमें से बाद वाले पीसे जाने या तेल के रूप में बदलने पर फैटी एसिड करते हैं।

खाद्य पदार्थ जो बॉडी सेल्स का निर्माण और मेंटिनेंस करते हैं

ये खाद्य पदार्थ सेलुलर संरचनाओं और टिशू को बनाते हैं। जिन खाद्यों में यह क्षमता होती है, उनमें प्रोटीन होता है, जैसे मीट, डेयरी प्रोडक्ट और अंडे का सफेद भाग।

यह पोषक तत्व एमिनो एसिड से समृद्ध है, जिनमें से कुछ को एक्सपर्ट अनिवार्य मानते हैं क्योंकि शरीर उन्हें खुद पैदा नहीं करता। इस प्रकार आप अपने खाने में इन्हें शामिल जरूर करें। स्ट्रक्चरल सिंथेसिस में अनिवार्य होने के अलावा उनके दूसरे काम भी हैं।

एनिमल सोर्स वाले खाद्य पदार्थ वे होते हैं जिनमें खूब प्रोटीन होता है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप उन्हें सब्जियों के माध्यम से नहीं पा सकते। दरअसल इसके वैज्ञानिक प्रमाण हैं कि अनाज, लेग्युम और नट्स में महत्वपूर्ण मात्रा में ये पोषक तत्व होते हैं।

जो लोग वेगन या वेजीटेरियन डाइट खाते हैं, वे इस विषय में एक्सपर्ट की मदद से अपने जरूरी डाइट ले सकते हैं।

टिशू को बनाना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसकी उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए। वास्तव में इसमें पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों की जरूरत होती है, यहां तक ​​कि परहेज वाले ऐसे डाइट जो पशु मूल का नहीं है, उनमें भी इसकी आवश्यक मात्रा शामिल होनी चाहिए।

रेगुलेटरी और प्रोटेक्टिव कार्य

सावधानी से तैयार किए गए  शाकाहारी खाद्य पदार्थ दैनिक पोषक तत्वों की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।

विटामिन, मिनरल, एंटी इन्फ्ले मेटरी पदार्थ और फाइटोकेमिकल कम्पाउंड (एक्टिव तत्व जो पौधे उत्पन्न करते हैं) की क्रिया इस कार्य को निर्धारित करती है। इनमें शामिल खाद्य पदार्थ फल और सब्जियां हैं।

हालांकि, आप उन्हें दूसरे स्रोतों में भी पा सकते हैं, जैसे कि मीट और फलियों में आयरन,  साथ ही साथ डेयरी प्रोडक्ट में विटामिन A और D। पर उनके अनुशंसित आहार भत्ते अन्य पोषक तत्वों की तुलना में कम हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे कम महत्वपूर्ण नहीं हैं।

संक्षेप में, जिन पदार्थों का हमने जिक्र किया है वे शरीर में एक अहम भूमिका निभाते हैं क्योंकि वे विभिन्न मेटाबोलिक प्रक्रियाओं में काम करते हैं। इस अर्थ में इनमें से कुछ तो सेल ऑक्सीडेशन को रोकते हैं और त्वचा (विटामिन C और E) की मरम्मत करते हैं, वहीं कुछ दूसरे तत्व टिशू (हड्डियों और दांतों में कैल्शियम) को मजबूत करते हैं, और अन्य तत्व सेलुलर रिएक्शन (जिंक और मैग्नीशियम) को बढ़ावा देते हैं।

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उनके कार्य के अनुसार भोजन समूहों के बारे में क्या याद रखना चाहिए

विभिन्न फ़ूड ग्रुप के संयोजन से यह सुनिश्चित होता है कि आपको वह मिलेगा जो आपको चाहिए। यदि आप प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, विटामिन, और मिनरल से भरपूर विविधतापूर्ण और बैलेंस डाइट अपनाएँ तो सामान्य रूप से अपनी तंदरुस्ती में योगदान देंगे।

स्वस्थ आदतों के अलावा जहरीले तत्वों से बचने की सलाह दी जाती है, जैसे शराब और सिगरेट। उसी तरह एक एक्टिव जीवन उन प्रक्रियाओं में योगदान देता है।



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