यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के लिए 7 प्राकृतिक नुस्ख़े
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (urinary tract infections) के लिए नेचुरल समाधान का हमेशा स्वागत होना चाहिए। ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं तब पैदा होती हैं जब इस अंग में कॉलोनी बनाए हुए बैक्टीरिया तेजी से बढ़ने लगते हैं।
ऐसा संक्रमण आपके पूरे सिस्टम को कमजोर कर सकता है, आपकी किडनी और मूत्राशय को भी। इससे असुविधाजनक लक्षण पैदा होते हैं जो आपके जीवन की गुणवत्ता पर असर डालते हैं।
अधिकांश मामले हल्के होते हैं और कभी-कभार ही दीखते हैं, लेकिन इनमें कुछ गंभीर गड़बड़ी की शक्ल में विकसित हो सकते हैं और आपके शरीर की महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप करते हैं।
इसका सबसे आम लक्षण पेशाब करते समय जलन या दर्द का होना है, लेकिन संक्रमण के दौरान बुखार, ऐंठन और आपके मूत्र में ध्यान देने योग्य बदलाव भी हो सकते हैं।
सौभाग्य से इसके लक्षणों की गंभीरता को कम करने और आरोग्य की गति बढ़ाने के लिए पारंपरिक एंटीबायोटिक दवायें उपलब्ध हैं।
कुछ प्राकृतिक सामग्रियों के गुणों की बदौलत आप बिना किसी प्रतिक्रिया के अपने लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए घरेलू नुस्ख़े भी बना सकते हैं।
यहाँ हम सात सर्वश्रेष्ठ विकल्पों की जानकारी देने वाले हैं।
1. यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के खिलाफा असरदार भारतीय आंवला ( Indian gooseberry)
आमला या आमलकी के नाम से भी जाना जाने वाला भारतीय आंवला (Phyllanthus Emblica) मूत्र-पथ को प्रभावित करने वाले जीवाणुओं के संक्रमण के खिलाफ सबसे शक्तिशाली नेचुरल ट्रीटमेंट में से एक है। यह विटामिन C और एंटीबैक्टीरियल कम्पाउंड की प्रचुर मात्रा से समृद्ध होता है।
सामग्री
- 1 चम्मच भारतीय आंवले का चूर्ण
- 1 कप पानी
इसका उपयोग कैसे करें?
- सबसे पहले एक कप पानी में एक चम्मच आंवले का पाउडर मिलाएं और जब तक आधा पानी वाष्पित न हो जाए इसे उबालें।
- फिर इसे रूम टेम्परेचर पर आने दें।
- दिन में तीन बार इसका सेवन करें।
2. बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा में क्षारीय गुण होते हैं जो आपकी मूत्र नलिकाओं को साफ करके किसी संक्रमण पर काबू पाने के लिए मूत्र का पीएच दोबारा बहाल करने में मदद करते हैं।
सामग्री
- 1 चम्मच बेकिंग सोडा
- 1 कप पानी
इसका उपयोग कैसे करें?
- एक कप पानी में एक चम्मच बेकिंग सोडा मिलाएं और इसे दिन में दो बार पिएं।
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3. अनन्नास (Pineapple) में हैं यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन से लड़ने वाले गुण
अनन्नास में ब्रोमेलेन (bromelain) नाम का एक एंजाइम होता है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
अनन्नास का सेवन किडनी द्वारा मूत्र बनाने को बढ़ावा देता है और इस तरह यह मूत्र नलिकाओं और मूत्राशय में जलन को भी कम करता है।
इसका उपयोग कैसे करें?
- एक दिन में एक कप कटा हुआ अनन्नास खाएं।
- इसके अलावा आप अनन्नास और अदरक का एक जूस भी बना सकते हैं और इसे दिन में दो से तीन बार पी सकते हैं।
4. सिंकाई (Hot compresses)
खाने और पीने के नेचुरल ट्रीटमेंट अगर उस बैक्टीरिया की बढ़त को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं जो मूत्र पथ के संक्रमण का कारण बनता है, तो गर्म सिंकाई का स्थानिक उपयोग इसमें होने वाली जलन और सूजन को कम करने का एक अच्छा साधन है।
इसका उपयोग कैसे करें?
- सबसे पहले उबलते पानी को गर्म पानी की बोतल में डालें और इसे अपने पेट के निचले भाग में 15 मिनट के लिए रखें।
- आपके पास आगे हीटिंग पैड है, तो बोतल की जगह आप इसे अपना सकते हैं।
5. ब्लूबेरी (blueberry)
अपने मूत्रवर्धक (diuretic) और एंटीऑक्सीडेंट गुणों की बदौलत ब्लूबेरी यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले घरेलू ट्रीटमेंट में से एक है।
इसके सेवन से मूत्र उत्पादन की मात्रा बढ़ती है। यह आपके टिशू में जमे तरल पदार्थ और बैक्टीरिया को खत्म करने की सहूलियत देती है।
इसका उपयोग कैसे करें?
- दिन में दो से तीन बार एक मुट्ठी ब्लूबेरी खाएं।
- आप प्राकृतिक ब्लूबेरी का जूस बना सकते हैं और संक्रमण के शुरुआती संकेत मिलते ही इसे पी सकते हैं।
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6. टी ट्री एसेंशियल ऑयल (Tea tree essential oil)
टी ट्री एसेंशियल ऑयल मूत्र और योनि के संक्रमण के इलाज के लिए बहुत प्रभावी प्रोडक्ट है।
इसे सीधे पीना या अपनी त्वचा पर लगाना कोई बहुत अच्छा विचार नहीं है। हालांकि, जब आप इसे बाहरी रूप से उपयोग करते हैं, तो इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल एजेंट किसी भी बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं।
इसका उपयोग कैसे करें?
- अपने नहाने के पानी में टी ट्री एसेंशियल ऑयल की 10 बूँदें डालें। अपनी यूरेथ्रा को इससे ज़रूर धोएं।
- वैकल्पिक रूप से, टी ट्री एसेंशियल ऑयल और संदल वुड ऑयल को बराबर मात्रा में मिला सकते हैं। फिर सूजन को नियंत्रित करने के लिए इसे अपने पेट पर रगड़ें।
- संक्रमण पर पूरा काबू पाने तक इसका उपयोग दोहराते रहें।
7. हॉर्सटेल टी (Horsetail tea)
हॉर्सटेल प्राकृतिक रूप से यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के इलाज के लिए दुनिया के सबसे लोकप्रिय पौधों में से एक है। इसके मूत्रवर्धक प्रभाव मूत्र उत्पादन को बढ़ाते हैं। यह मूत्र नलिकाओं, मूत्राशय और मूत्रमार्ग को शुद्ध करने में मदद करता है।
सामग्री
- 1 बड़ा चम्मच हॉर्सटेल
- 1 कप पानी
इसका उपयोग कैसे करें?
- सबसे पहले एक कप गर्म पानी में एक बड़ा चम्मच हॉर्सटेल डालें और इसे 10 से 15 मिनट के लिए छोड़ दें।
- फिर, तरल को छान लें और दिन में एक या दो बार इसका सेवन करें।
आप देख सकते हैं, एंटीबायोटिक दवाओं का सहारा लिए बिना मूत्र पथ के संक्रमण के लिए कई प्राकृतिक इलाज हैं। इनमें से उस उपाय को चुनें जो आपको भा रहा है और इसे आज़मायें।
- Sowjanya Pulipati, Puttagunta Srinivasa Babu, M Lakshmi Narasu, Nagisetty Anusha. Journal of Medicinal Plants Studies. An overview on urinary tract infections and effective natural remedies. (2017).
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- M. Roshni Amalaradjou, K. Venkitanarayanan. Natural Approaches for Controlling Urinary Tract Infections.
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