क्या ब्रेड आपको मोटा बना रही है

बहुत से लोग हैरान होते हैं, क्या ब्रेड उन्हें मोटा बना रही है। यहाँ इस सवाल को हल करने के लिए हमने इस प्रक्रिया को समझाने का फैसला किया है।
क्या ब्रेड आपको मोटा बना रही है

आखिरी अपडेट: 08 अप्रैल, 2020

एक सवाल जो अक्सर हमारे जेहन में आता है, क्या ब्रेड हमें मोटा बना रही है। यह ध्यान देना चाहिए कि कोई मोटा बनाने या पतला करने वाला खाद्य पदार्थ नहीं होता। अहम चीज कैलोरी का सही संतुलन बनाए रखना है।

हालांकि इंसुलिन स्राव और तृप्ति की भावना पर किसी खाद्य का असर आपको उसे ज्यादा खाने और वजन बढ़ाने का कारण बन सकता है।

क्या ब्रेड मोटा बना रही है?

क्या ब्रेड मोटा बना रही है?

ब्रेड ऐसा खाद्य है जिसे बैलेंस डाइट प्लान में शामिल किया जा सकता है। हालांकि यह अपने आपमें वजन बढ़ने का कारण नहीं होता।

ब्रेड में ज्यादातर कार्बोहाइड्रेट होते हैं। इसमें प्रति 100 ग्राम 300-400 kg कैलोरी ऊर्जा होती है। आप इसे बैलेंस डाइट में शामिल कर सकते हैं। अपने आपमें यह वजन बढ़ने का कारण नहीं है।

वैसे आमतौर पर इसका हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, विशेष रूप से मैदे से बनी ब्रेड में। इससे रिएक्टिव हाइपोग्लाइसीमिया के कारण इंसुलिन में उछाल आता है।

अकेले ब्रेड खाने से क्षणिक तृप्ति के बाद भूख बढ़ी हुई लगती है। इससे ज्ययादा खाने की इच्छा हो सकती है।

इसे भी पढ़ें : इस शानदार शहद, दालचीनी बनाना ब्रेड को आजमाइए

आपको इसे साइड डिश के रूप में नहीं खाना चाहिए

ब्रेड को अक्सर लोग गलत तरीके से खाते हैं। ब्रेड के साथ खाना खाने का मतलब है ऊर्जा सेवन में भारी बढ़ोतरी जिस पर अक्सर लोगों का ध्यान नहीं जाता है।

आप संयमित मात्रा में ब्रेड खा सकते हैं, लेकिन हमेशा एक डिश के मुख्य तत्व के रूप में। उदाहरण के लिए पेस्ट्री और पिज्जा में। लेकिन इसे एक साइड डिश के रूप में शामिल करना गलत आईडिया है।

कई लोग सॉस में ब्रेड को डुबो कर खाते हैं। इससे कैलोरी वैल्यू काफी बढ़ जाती है। इसके अलावा भूख पर काबू पाने के लिए यह लोगों को ज़रूरत से ज्यादा खाने के लिए प्रेरित कर सकती है।

यह एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसके बारे में लोग अपने डाइट का सही आकलन करके नहीं खाते। बहुत से लोग मुख्य भोजन में इसे खाते हैं लेकिन यह नहीं जानते हैं कि यह एक कैलोरिक तत्व है।

सभी ब्रेड एक नहीं होती

मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस और इन्ग्रेडियेंट के अनुसार ब्रेड कई तरह की होती है। गेहूं की ब्रेड राई ब्रेड, स्लाइस ब्रेडसे अलग होती है।

हमेशा होल वीट वराइटी को चुनना ही अच्छा है। जितना कम प्रोसेस हो उतना बेहतर है। पारंपरिक तरीकों का उपयोग करने वालों में विभिन्न प्रकार के अनाज शामिल होते हैं, जिनमें अच्छी गुणवत्ता वाला पोषण होता है।

इसे भी पढ़ें : होममेड राई और स्पेल्ट ब्रेड कैसे बनायें?

खाद्य पदार्थों की तृप्तिदायक शक्ति

पूरे गेहूं के आटे से बने ऑप्शन चुनना सबसे अच्छा है। उनमें फाइबर होते हैं और ये पेट भराऊ भी होते हैं।

डाइट प्लान करते वक्त भोजन के कैलोरिक वैल्यू को ध्यान में रखने के साथ उनकी तृप्तिदायक शक्ति का ध्यान रखना भी ज़रूरी है। इस तरह प्रोसेस्ड फ़ूड या या चीनी भरे खाद्यों से बचना बेहतर होता है।

प्रोटीन और फैट ज्यादा तृप्तिदायक होते हैं और लेप्टिन और न्यूरोपेप्टाइड को उत्तेजित करते हैं। इस तरह सरल शुगर न लेकर रिएक्टिव हाइपोग्लाइसीमिया से बचाव होता है जिससे भूख बढ़ जाती है।

फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ पेट और आंतों में फैलाव लाते हैं, पेट भरे होने की भावना पैदा करने वाले रिसेप्टर्स को उत्तेजित करते हैं। इसलिए आपको नॉन प्रोसेस्ड फ़ूड खाने को प्राथमिकता देनी चाहिए।

इस तरह मैक्रो और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स का फायदा देने के अलावा यह ग्लूकोज कर्व और भूख के तंत्र को कुशलता से नियंत्रित कर सकता है।

कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य चुनने की बात आये तो आपको साबुत अनाज वाले कार्ब्स को ही प्राथमिकता देनी चाहिए। इनमें बहुत फाइबर होता है और ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो रिफाइंड चीनी के मुकाबले इंसुलिन स्राव को बहुत कम करता है।

क्या यह आपको मोटा बना रही है : निष्कर्ष

अपने आपमें कोई मोटा बनाने वाला खाद्य नहीं है, और ब्रेड भी इसकी अपवाद नहीं। हालाँकि लोग गलत तरीके से ब्रेड का सेवन करते हैं।

इसे अपनी डाइट में शामिल करते वक्त आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह आपकी डिश की मुख्य सामग्री है। इसके अलावा, आपको खाने के बाद भूख बढ़ाने से बचने के लिए स्नैक के रूप में इसे खाने से बचना चाहिए।

एक आम नियम के रूप में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स और प्रोसेस्ड फ़ूड वाले कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों से बचना अच्छा है। जटिल रोगों का विकसा रोकने और तृप्तिदायक अहसास के लिए भरपूर फाइबर वाले भोजन खाना ज़रूरी है।



  • Lee YJ., Song S., Song Y., High carbohydrate diets and food patterns and their associations with metabolic disease in the Korean population. Yonsei Med J, 2018. 59 (7): 834-842.
  • Sternson SM., Eiselt AK., Three pillars for the neural control of appetite. Annu Rev Physiol, 2017. 79: 401-423.
  • McConn BR., Gilbert ER., Cline MA., Appetite associated responses to central neuropeptide Y injection in quail. Neuropeptides, 2018. 69: 9-18.

यह पाठ केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान किया जाता है और किसी पेशेवर के साथ परामर्श की जगह नहीं लेता है। संदेह होने पर, अपने विशेषज्ञ से परामर्श करें।