मूत्र संबंधी समस्याओं से मुकाबले में आपका अच्छा सहायक है बोल्डो
यूरिनरी ट्रैक्ट की मूत्र संबंधी समस्याओं को नेचुरल तरीके से ठीक करने के बहुत सारे तरीके हैं। उनमें चाय और खाने की चीजों से लेकर रोगनिरोधक तक शामिल हैं। इस आर्टिकल में, हम इस बारे में बात करने जा रहे हैं कि आप इन तकलीफ़ों को बोल्डो की मदद से कैसे ठीक कर सकते हैं।
यह पौधा परंपरागत लोक-चिकित्सा में एक जाना-माना नाम है। इसमें कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं।
बोल्डो क्या है? ( What is boldo?)
बोल्डो दक्षिणी अमेरिका के एन्डियन क्षेत्र में पाया जाने वाला एक पौधा है। इसमें पाए जाने वाले औषधीय गुणों की वजह से, मूल दक्षिणी अमेरिकी संस्कृतियों में लम्बे समय से इसे औषधीय पौधे के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
इसमें पाए जाने वाले आवश्यक तेल जैसे कि एस्कारीडोल (ascaridole) और यूकेलिप्टोल (eucalyptol), और साथ ही इसके फ्लेवोनॉयडस और टेनिंस इसे बहुत ही उपयोगी बनाते हैं। इसकी दूसरी तमाम खूबियों के मुकाबले इसके पाचक, मूत्रवर्धक, दर्दनाशक , एंटीऑक्सीडेंट और बलगम ठीक करने वाले गुण खास स्थान रखते हैं।
बोल्डो के फायदे (benefits of Boldo)
यह पौधा स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद है। उनमें से कुछ नीचे बताए गए हैं:
- कब्ज़ या बदहजमी के मामलों में यह पाचन तंत्र को ठीक से काम करने में मदद करता है।
- शरीर से गैस बाहर निकालने में मदद करता है।
- मुंह सूखने की तकलीफ़ से पीड़ित लोगों में यह थूक का स्राव बढ़ाता है।
- इसका शुद्धकारी (depurative) प्रभाव है। क्योंकि यह शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालकर लीवर को सुरक्षित रखता है।
- यह गठिया रोग और हड्डियों के स्थान छोड़ने की समस्या को ठीक करने में मददगार है।
- पित्त की पथरी को बाहर निकालने के लिए गॉलब्लैडर को उत्तेजित करता है।
- शरीर से तरल को निकालने में मदद करता है। इसलिए यह सिस्टाइटिस (cystitis), नेफ्राइटीस (nephritis) और दूसरी यूरिनरी समस्याओं को ठीक करने में बहुत असरदार है।
बोल्डो में ये सभी फायदे मौजूद हैं। फिर भी यह याद रखना जरूरी है कि इसका इस्तेमाल चार हफ्तों से ज्यादा न करें। ज्यादा मात्रा में बोल्डो के सेवन से इसके नेगेटिव साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
यह एक लैक्जेटिव है। इसलिए अगर आपको डायरिया है तो इसका सेवन नहीं करना चाहिए। ठीक इसी तरह गर्भावस्था या स्तनपान के समय इसका इस्तेमा नहीं क रना चाहिए क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा मात्रा में एल्कलॉइड होते हैं।
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मूत्र संबंधी समस्याएं क्या हैं? (What are urinary conditions?)
यूरिनरी ट्रैक्ट की बीमारियाँ आमतौर पर किडनी , ब्लैडर , प्रॉस्टेट , यूरेटर और यूरेथरा में संक्रमण की वजह से होती हैं। ये स्थितियां मौजूदा आबादी में होने वाले सबसे आम संक्रमण में दूसरे नंबर पर आती हैं। ऐसी परेशानियां तब पैदा होती हैं जब नीचे के यूरिनरी ट्रैक्ट के जरिए या खून के रास्ते कीटाणु यूरिनरी ट्रैक्ट में घुसकर किडनी तक पहुंच जाते हैं। ऐसे संक्रमण अक्सर अलक्षणी होते हैं। इसका मतलब है, उन्हें पहचानना बहुत मुश्किल होता है।
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण हैं, तो आप यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन (UTI) से पीड़ित हो सकते हैं:
- पेशाब करते समय दर्द या जलन
- पेट के निचले हिस्से में दबाव या दर्द महसूस होना
- बुखार, थकान या कंपकपी
- बार-बार पेशाब करने की इच्छा
- पेशाब का गहरा रंग, उसमें झाग और बदबू आना
इस तरह के संक्रमण किसी को भी हो सकते हैं। फिर भी आदमियों की तुलना में ये महिलाओं को ज्यादा होते हैं। यूरिनरी ट्रैक्ट के संक्रमण की संभावना और भी बढ़ जाती है अगर व्यक्ति:
- ब्लैडर को खाली करने के लिए बाहरी उपकरणों का इस्तेमाल करता हो।
- डायबिटीज का रोगी हो।
- रीढ़ की हड्डी में चोट का शिकार हो।
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यूरिनरी समस्याओं से लड़ने के लिए बोल्डो
हमने पहले ही बताया है, बोल्डो अपने ऐसे कई गुणों के लिए जाना जाता है जो कई किस्म की बीमारियों को ठीक कर सकते हैं। यूरिनरी ट्रैक्ट की बीमारियों के मामले में बोल्डो टी मददगार साबित हो सकती है।
जरूरी चीजें
- दो चम्मच बोल्डो टी (30 ग्राम)
- एक कप पानी (250 मिलीलीटर)
बनाने का तरीका
- एक बर्तन में पानी लेकर उसमें बोल्डो की कुछ पत्तियां मिलाएं और उसे उबलने दें।
- जब यह उबल जाए, तो इसे आंच से उतार लें और थोड़ी देर के लिए ठंडा होने के लिए रख दें।
- इस घोल को एक हफ्ते तक हर रोज दिन में 2 से 3 बार पीने की सलाह दी जाती है।
- बोल्डो टी के सेवन का दूसरा तरीका इसे फलों के ड्रिंक के बेस के रूप में इस्तेमाल करना है।
यह याद रखें कि यह ड्रिंक पूरी तरह से नेचुरल घरेलू नुस्खा है। इसलिए आपको यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन के लक्षणों के बारे में डॉक्टर द्वारा दी गयी सलाह को कभी अनदेखा नहीं करना चाहिए। केवल स्पेशलिस्ट ही कुछ लैब टेस्ट करने के बाद आपकी समस्या के कारणों की पहचान कर सकते हैं। आपकी बीमारी को पहचान कर वे उसका सही इलाज बता सकते हैं।
फिर भी बोल्डो जैसे पौधे से बने हुए नुस्खों को कमतर न आंकें। ये मेडिकल ट्रीटमेंट के बहुत ही मददगार सहयोगी हो सकते हैं।
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