तेजपत्ता से डायबिटीज का इलाज कैसे करें
मधुमेह या डायबिटीज बहुत ही गंभीर स्थिति है। हर साल दुनिया भर में लाखों लोगों में इसकी डायग्नोसिस की जाती है। हालाँकि, आप इसके जोखिम को कम कर सकते हैं या इसे नियंत्रित करने में प्राकृतिक उपायों की मदद ले सकते हैं। आज हम मधुमेह का इलाज करने में चिकित्सा निर्देशों के पूरक और मददगार के रूप में तेजपत्ता का उपयोग करने की जानकारी देंगे।
यदि आप मधुमेह से पीड़ित हैं, तो लगातार मेडिकल फॉलो अप करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, ब्लड शुगर का सामान्य स्तर बनाए रखने के लिए आपको एक विशेष डाइट का पालन करना चाहिए।
डायबिटीज क्या है?
इंसुलिन उत्पन्न करने या इसे प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करने में अग्न्याशय (pancreas) को होने वाले मुश्किलों या उसकी अक्षमता को डायबिटीज के रूप में जाना जाता है। इस कारण मधुमेह पीड़ित लोगों के खून में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है।
डायबिटीज के सबसे प्रसिद्ध प्रकार टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज हैं। टाइप 1 डायबिटीज में शरीर इंसुलिन उत्पन्न नहीं कर सकता है। इसलिए पीड़ित व्यक्ति को हर दिन इसे लेने की आवश्यकता होती है। यह बीमारी बच्चों और युवाओं में ज्यादा पाई जाती है।
दूसरी ओर, टाइप 2 डायबिटीज तब होता है जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर कम करने के लिए इंसुलिन का उपयोग ठीक से नहीं हो पाता है। यह सबसे आम प्रकार की डायबिटीज है। यह गलत खानपान, मोटापे और शारीरिक निष्क्रियता व कुछ अन्य कारणों से प्रकट होता है।
मधुमेह पर ग्लोबल डेटा
पूरी दुनिया में मधुमेह के मरीजों में वृद्धि हुई है। विशेषज्ञ यह जानना चाहते हैं कि इसकी व्यापकता को कैसे कम किया जाए। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार 2014 में दुनिया भर में 422 मिलियन वयस्कों को मधुमेह था। यानी हर 11 में से 1 व्यक्ति इससे पीड़ित था।
अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार 2015 में अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका में 30.3 मिलियन लोग इस बीमारी से पीड़ित थे। यह आंकड़ा आबादी का 9.4% है। उसी वर्ष संयुक्त राज्य में मृत्यु का सातवाँ सबसे प्रमुख कारण डायबिटीज थी।
इस बीमारी की कुंजी रोकथाम और नियंत्रण है। स्वस्थ आहार बनाए रखना, व्यायाम करना और तम्बाकू से परहेज करने से इस बीमारी का खतरा कम हो सकता है। हालांकि मधुमेह के उपचार में मदद करने के लिए प्राकृतिक उपचार भी हैं, जिसमें तेजपत्ता की पत्तियां भी शामिल हैं।
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डायबिटीज को नियंत्रित करने में तेजपत्ता कैसे मदद करता है?
तेजपत्ता पौधों के परिवार लॉरेसी (Lauraceae) से जुड़ा है। अपने औषधीय गुणों के कारण इसे व्यापक रूप से मसालों में उपयोग किया जाता है। ये अपने एंटीऑक्सिडेंट गुणों के लिए जाने जाते हैं, जो टाइप 2 मधुमेह के दुष्प्रभावों को कम कर सकता है। इनका सेवन इससे जुड़ी तमाम क्षय को कम करना शुरू कर देता है, क्योंकि ये फ्री रेडिकल्स पर रोकन लगाते हैं।
इसके अलावा, बे तेजपत्ता सामान्य रूप से पैंक्रियाज के कामकाज में मदद करता है। यह ब्लड शुगर कम करने में मदद करता है।
मधुमेह का इलाज करने के लिए तेजपत्ते को कैसे इस्तेमाल करें
तेजपत्ता में कई गुण होते हैं। यह पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है, पीरियड को रेगुलेट करता है, और एंटीस्पाज्मोडिक, एक्स्पेक्टोरेंट, एंटी-रयूमेटिक और मूत्रवर्धक होता है।
टाइप 2 डायबिटीज के इलाज के लिए चाय के रूप में तेजपत्ता का सेवन किया जा सकता है। यह इसके फायदे पाने के कई तरीकों में से एक है। इसे बनाने के निर्देश नीचे दिए गए हैं
सामग्री
- 4 कप पानी (1 लीटर)
- 1 बड़ा चमचा ताज़े तेजपत्ते (15 ग्राम)
तैयारी
- एक लीटर पानी उबालें। एक बार जब यह अपने बॉइलिंग पॉइंट पर पहुंच जाये तो इसमें तेजपत्ते डाल दीजिये।
- उन्हें तीन से पांच मिनट के लिए ओवन पर रखें।
- फिर चाय को लगभग दस मिनट छोड़ दें और पीने से पहले छान लें।
- हम एक दिन में इसके चार कप तक सेवन करने की सलाह देते हैं।
तेजपत्ता को “हाँ” कहें, लेकिन संयमित मात्रा में
हालांकि इसमें निस्संदेह कई औषधीय लाभ हैं, लेकिन इसके ज्यादा सेवन से डर्माइटिस, अस्थमा या एलर्जी हो सकती है। यह नॉजिया का कारण भी हो सकता है और अन्य दुष्प्रभावों के अलावा पेट की अंदरूनी दीवारों में जलन पैदा कर सकता है।
टाइप 1 डायबिटीज वाले लोग इस चाय का सेवन न करें। गर्भवती महिलाओं और रक्तस्राव विकारों, किडनी, हृदय और लिवर रोग या पाचन तंत्र से जुड़े अल्सर वाले लोगों को भी इससे बचना चाहिए।
तेजपत्ता में अद्भुत गुण हैं जो रक्त शर्करा को कम करने में सक्षम हैं। हालाँकि यदि आपको पहले से ही मधुमेह है तो आपको अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं की जगह सिर्फ इस चाय को नहीं अपनाना चाहिए। इसे बस सप्लीमेंट के रूप में लें।
उम्मीद है, इस लेख ने आपको तेजपत्ता के अद्भुत गुणों के बारे में आश्वस्त किया है। आज ही तेजपत्ता की चाय बनाने की कोशिश करो! हालांकि ऐसा करने से पहले, अपने भरोसेमंद डॉक्टर से परामर्श करें ताकि वे आपको बता सकें कि इसे कितनी बार पीना है।
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