6 दुर्लभ असर जो होते हैं एंग्जायटी से
एंग्जायटी (Anxiety) यानी चिंता में डूबे रहना एक आम स्वास्थ्य समस्या है। एक आम आदमी के जीवन में घबराए और चिंतित हुए बिना एक दिन भी बीतना असंभव है।
चाहे बात भीड़ के सामने बोलने की हो या फिर वित्तीय मदद के लिए आवदेन करने की, दोनों ही स्थितियों में चिंता करने और घबराहट से ग्रस्त व्यक्तियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है।
इनके कारण कई अजीब लक्षण भी नज़र आने लगते हैं जो आम लक्षणों जैसे कि अत्यधिक पसीना आना या सिरर्दद से अलग होते हैं।
बड़ा सवाल यह है कि आपको कैसे पता चलेगा कि आपको से ज़्यादा ऐंग्जाइटी है? आज इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे एंग्जायटी के 6 अनजाने दुष्प्रभाव, जिनके बारे में आपने शायद ही कभी सोचा होगा।
हमारे साथ जानिए कि ये क्या हैं। अगर आपको ये ख़ुद में नज़र आते हैं तो तुरंत किसी की मदद ज़रूर लें।
1. भ्रम या सोच-समझ में बदलाव
मतिभ्रम यानी हैलुसिनेशन का स्तर अलग-अलग व्यक्तियों में अलग-अलग हो सकता है। यह इस पर निर्भर करता है कि वह व्यक्ति कितने तनाव से गुजरा है।
कुछ लोग केवल समय-समय पर रंग धुंधले दिखने की बात बताते हैं। वहीं, अन्य कुछ बेहद आतंकित कर देने वाली छाया आकृतियां दिखने की कल्पना करते हैं।
अगर आप बहुत तनाव में जी रहे हैं तो आपको अपने आसपास की चीज़ों की ऊंचाई, लंबाई-चौड़ाई या दिशा समझने में परेशानी हो सकती है। आपके लिए अपने आसपास के क्षेत्र से तालमेल बिठाना मुश्किल हो जाता है।
आपकी समय और स्थान की समझ गड़बड़ हो सकती है, विशेष तौर पर गंभीर चिंता में पड़ जाने पर।
एंग्जायटी के कारण भय और घबराहट पैदा करने वाली आदिम प्रतिक्रियाओं की शुरुआत हो सकती है। जैसे कि ज़्यादा रोशनी आने देने के लिए आंखों की पुतली का फैल जाना।
अगर कोई व्यक्ति एंग्जायटी के इन अनजाने दुष्प्रभावों से ग्रस्त है तो ये उसकी सोच-समझ में बदलाव ला सकते हैं। इस कारण उस व्यक्ति के लिए ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो जाता है और अक्सर ऐसा सबसे ग़लत समय पर होता है।
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2. जब एंग्जायटी बनती है गैस या पेट फूलने का कारण
जैसा कि आप जानते हैं। पेट में गैस बनने से हम सबको बहुत परेशानी होती है। एंग्जायटी के कारण यह अनजानी समस्या भी हमें मुश्किल में डाल देती है।
वैसे, यह बात भी सही है कि हर बार पेट फूलने या गैस बनने का कारण एंग्जायटी नहीं है। फिर भी, कई मामलों में वज़ह यही पाई गई है।
इस समस्या को अक्सर एंग्जायटी के कारण ख़राब पाचन और श्वसन प्रक्रिया से जोड़कर देखा जाता है। लगातार चिंता में डूबे रहने वाले लोगों को इसका अनुभव होना आम बात है।
3. हार्मोन की गड़बड़ी (Hormonal problems)
एंग्जायटी शरीर की कई प्रणालियों को प्रभावित कर सकती है। इनमें से एक हार्मोन प्रणाली है जो हार्मोन पैदा करने वाली ग्रंथियों का प्रबंधन करती है।
तनाव और घबराहट के दौरान दिमाग के संदेशों में गड़बड़ी से तंत्रिका तंत्र सही ढंग से काम नहीं करता है जिससे इन हार्मोन के स्राव की मात्रा बदल जाती है।
4. लाल चकत्ते (Rashes)
शरीर पर लाल चकत्ते या एक्ने एंग्जायटी के बहुत आम लक्षण हैं। चिंता में डूबे रहने पर ये आपकी नाक, माथे और गालों पर बड़ी संख्या में निकल आते हैं।
जब आप अच्छा महसूस करते हैं तब ये गायब हो जाते हैं और तनाव में होने पर दोबारा निकल आते हैं। तनाव बदतर होने पर आपको एलर्जी सहित त्वचा से जुड़ी अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
ऐसे में चकत्तों और एक्ने का कोई भी इलाज तब तक कारगर नहीं होता जब तक कि आप चिंता और तनाव का स्तर घटा नहीं लेते हैं।
5. एंग्जायटी से झड़ सकते हैं आपके बाल (Anxiety can cause hair loss)
आप विश्वास नहीं करेंगे लेकिन एंग्जायटी के कारण आपका लुक भी बदल सकता है। हालांकि बाल झड़ना आम संकेत नहीं लेकिन यह इसके सबसे अनजान दुष्प्रभावों में ज़रूर गिना जाता है।
जब आपका दिमाग चिंता में डूबा रहता है, तब तुरंत ऊर्जा प्राप्ति के लिए लिम्फैटिक ग्रंथियां प्रोटीन को शूगर में बदल देती हैं। इससे आपके शरीर में इस्तेमाल किए गए पोषक तत्वों की भरपाई के लिए नए पोषक तत्व बनते हैं।
इस प्रक्रिया में फ्री रेडिकल्स छोड़े जाते हैं और फिर इनका मुकाबला करने के लिए और ऊर्जा की ज़रूरत पड़ती है।
अंत में, इस सबका प्रभाव यह पड़ता है कि आपके बालों की स्वस्थ वृद्धि के लिए उपलब्ध पोषक तत्व घट जाते हैं।
6. सोने में परेशानी, एंग्जायटी के अन्य अनजाने असर
नींद आने में परेशानी और अगर आ जाए तो सोते रहने में मुश्किल का कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं-दोनों, शारीरिक और व्यावहारिक हो सकती हैं।
शायद आपने भी कभी किसी महत्वपूर्ण जॉब इंटरव्यू या भाषण से पहले रात भर करवटें बदली होंगी।
लेकिन अगर आप अक्सर रात भर जागते हैं, किसी विशेष समस्या या फिर किसी अन्य बात को लेकर चिंतित और बेचैन हैं, तो यह एंग्जायटी डिसऑर्डर का एक संकेत हो सकता है।
यह डिसऑर्डर किसी एक चीज़ के डर या रात में होने वाली किसी अजीब घटना से जुड़ा हो सकता है। इससे आपकी मुट्ठियां, जबड़े और शरीर के अन्य हिस्सों की मांसपेशियां ऐंठ जाती हैं।
एंग्जायटी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया समझें और इसका सामना करना सीखें
एंग्जायटी को लेकर हर कोई अलग प्रतिक्रिया करता है। ऐसा लग सकता है कि कुछ लोग ज़्यादा चिंता को भी बिना किसी ख़ास परेशानी के सह लेते हैं। वहीं, बाकी तनाव शुरू होते ही बिखर जाते हैं।
इसी कारण एक जैसी परेशानी हर व्यक्ति में एंग्जाइटी के अन्य अनजाने दुष्प्रभावों की शुरुआत कर सकती है।
अगर आपने इन अनजाने लक्षणों का अनुभव पहले कभी नहीं किया है तो यह न समझें कि आपको एंग्जायटी से कोई परेशानी नहीं होगी।
अगर आप इन दुष्प्रभावों का सामना कर रहे हैं तो फिर आपको एंग्जायटी का मुकाबला करने के वैकल्पिक तरीकों की खोज ज़रूर करनी चाहिए।
आप चाहे तो साइकोलॉजिकल थेरेपी अपना सकते हैं या फिर रेलैक्सिंग एक्टिविटी और एक्सरसाइज का सहारा ले सकते हैं।
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