हाइपरटेंशन को नियंत्रित रखने के लिए 5 नेचुरल खाद्य पदार्थ
हर बार धड़कने पर, आपका दिल आपकी रक्तवाहिनियों यानी आर्टरीज़ (arteries) के ज़रिए ब्लड पंप करता है। इस काम को करते समय, जब-जब आपकी धड़कनों का दबाव सामान्य से ज़्यादा तेज़ हो जाए, तब इसे हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप कहा जाता है।
जब आप ये तय करने की कोशिश कर रहें हों कि आपको हाइपरटेंशन है या नहीं, तब इन दो बातों को अपने ज़हन में रखना चाहिए:
- सिस्टोलिक प्रेशर वो दबाव होता है जो हृदय के धड़कने पर उत्पन्न होता है।
- डायास्टोलिक प्रेशर वो दबाव होता है जो रक्तवाहिनियाँ हृदय धड़कने के बीच के समय या अंतराल के समय बनाती हैं।
सामान्य रक्तवाहिनियों (arteries) का दबाव 120/80 mmHg है। पहला अंक सिस्टोलिक दबाव और दूसरा डायस्टोलिक दबाव को दर्शता है।
आर्टिरीअल हाइपरटेंशन के कारण (Arterial Hypertension)
कुछ मुख्य कारण हैं, जो की आर्टिरीअल प्रेशर को प्रभावित करते हैं। इनमें से कई आपकी उन ख़राब आदतों से जुड़े हुए होते हैं जिन्हें आप बदल सकते हैं। ख़राब आदतों में ये शामिल हैं:
- मोटापा
- बहुत ज़्यादा शराब पीना
- हाई सोडियम डाइट या नमक का अत्यधिक सेवन
- गर्भ निरोधक या ठंडी दवाओं का उपयोग
- एक सुस्त जीवनशैली
लेकिन, कुछ अनुवांशिक या जनेटिक कारण भी होते हैं। कुछ अध्ययनों के अनुसार, हाइपरटेंशन वंशागत/ हरेडिटेरी कारणों से होता है।
अन्य हृदय सम्बन्धी रोगों की तुलना में हाइपरटेंशन की वजह से बीमार होने की और जीवन खतरे में पड़ने की सम्भावना ज़्यादा होती है। आपको दिए गए रोग होने का डर बना रहता है:
- हार्ट फेलियर या दिल का काम करना बंद हो जाना,
- रोधगलन या रक्त आपूर्ति की बाधा से उत्पन्न स्थानीयकृत नेक्रोसिस(Myocardial infarction),
- उच्च रक्तचाप के कारण आँखों की रौशनी खत्म हो जाना (Hypertensive retinopathy)
- गुर्दे से जुड़ी समस्याएँ (Chronic renal insufficiency),
- मस्तिष्क और रक्तवाहिनियों से जुड़े रोग (Cerebrovascular disease),
- रक्तवाहिनी संबंधी रोग (Peripheral arterial disease)
शुरूआती दौर में हाइपरटेंशन के कोई स्पष्ट लक्षण नहीं पता लगते हैं। यही वजह है कि भारी मात्रा में लोग इस परेशानी से ग्रस्त तो हैं, लेकिन उन्हें इसका आभास नहीं है।
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हाइपरटेंशन को कंट्रोल करने वाले नेचुरल खाद्य पदार्थ
कुछ खाद्य पदार्थों के गुणों से आपको कई बिमारियों की रोकथाम करने में मदद मिलती है। आज के इस लेख में हम आपको उच्च रक्तचाप को कण्ट्रोल में रखने वाले खान-पान के बारे में बताएँगे।
1. नीबू का रस
यदि आपको हाइपरटेंशन है, तो शरीर में अत्यधिक पानी का जमा होना या फ्लूइड रिटेन्शन एक अच्छा संकेत नहीं है।
इस सन्दर्भ में नीबू में कई चमत्कारी गुण हैं।
- ये विटामिन C का एक उम्दा स्त्रोत है।
- ये फ्लूइड रिटेन्शन के कारण शरीर में जमा हुए विषैले तत्वों से लड़ने में सक्षम है।
- इसके अलावा नीबू एक अच्छा मूत्रवर्धक है और शरीर की सफाई में कारगार साबित होता है।
- इसमें अच्छी मात्रा में पानी पाया जाता है जिससे नेचुरल तरीके से आपके शरीर का शुद्धिकरण होता है।
अपने शरीर को डीटाक्स करना बेहद ज़रूरी है ताकि ब्लड प्रेशर न बढ़े। आप नीबू के उपयोग से इस तरह अपने शरीर का शुद्धिकरण कर सकते हैं:
सामग्री
- 1 कप पानी (250 मिलीलीटर)
- 2 नीबुओं का रस
बनाने की विधि
- नीबू के रस और पानी को आपस में मिला लें और सुबह के समय खाली पेट पीएं।
2. केले
केला कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
- इसमें पोटैशियम पाया जाता है जिससे रक्वाहिनी से पड़ने वाले दबाव को नियंत्रित किया जा सकता है।
साथ ही में, ये उर्जा का बेहतरीन स्त्रोत हैं।
इन्हीं कारणों से हम आपको इनके नियमित सेवन की सलाह देते हैं। हाइपरटेंशन को नियंत्रित रखने के लिए, अपनी डाइट में सोडियम का मात्रा कम कर देनी चाहिए। इसका मतलब है कि कम नमक खाने के साथ-साथ, आप प्रोसेस्ड फ़ूड का भी कम से कम सेवन करें।
3. लहसुन
जब प्राकृतिक उपचार की बात आए, तब लहसुन बड़े ही काम की चीज़ है। ये कई सारे चिकित्सिक, पोषण सम्बन्धी और हड्डियों से जुड़े रोगों के इलाज में काम आता है।
हाइपरटेंशन की स्थिति में ये रक्त धमनियों को चौड़ा करता है और ब्लड क्लॉट यानी रक्त के थक्के बनने से बचाव करता है।
- पानी में 6 से 8 घंटों तक छोड़ने के बाद, आप इसे टेबलेट के रूप में, अपने खाने में शामिल कर के या रोज़ इसका एक जवा खा कर इसका सेवन कर सकते हैं। इसे रात में भिगो दीजिये और अगली सुबह खा लीजिये।
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3.ऑलिव ऑयल
पुराने इजिप्शन समय से लेकर आज तक, सेहत के लिए वरदान की तरह काम आने वाले ऑलिव के बारे में हर कोई जानता है।जब हाइपरटेंशन की बात आती है, तब ऑलिव ऑयल शरीर में एक नेचुरल कंट्रोलर की तरह काम करता है। ये रक्त प्रवाह की तेज़ गति को कम करता है।
इस तेल में पाया जाने वाला अच्छा फैट कई विभिन्न चीज़ों के मेल से बनता है। इसके कुछ लाभकारी गुण इस प्रकार हैं:
- कोशिकाओं के ऑक्सीकरण को रोकने में मदद करता है।
- डायबिटीज़ को नियंत्रित करता है।
- खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है (LDL)
5. तरबूज़
चूंकि तरबूज़ रक्त वाहिकाओं को चौड़ा कर पाने में सक्षम हैं, इनका सेवन हाइपरटेंशन की स्थिति में बेहद फ़ायदेमंद होता है। ये दिल का दौरा पड़ने का ख़तरा भी कम करते हैं।
तरबूज़ एल-साइट्रूलाइन और एल-आर्जिनिन भी प्रदान करते हैं। ये दो एमिनो एसिड हैं जो आपके वैस्कुलर टोन को मजबूत करते हैं और धमनियों के दबाव को नियंत्रित करते हैं।
क्या आपके डॉक्टर का कहना है कि आपको हाइपरटेंशन है, लेकिन आपको इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं? सौभाग्य से आप अभी भी कई समस्याओं से बच सकते हैं। अपने आहार में एक टुकड़ा तरबूज़ शामिल करने से भी कई लाभ मिलेंगे।
ज़रूरी है कि आप अनुशासित और संतुलित आहार की ओर ध्यान दें। जब आपकी सेहत का सवाल हो, तब इसकी देख-रेख की ज़िम्मेदारी भी आप ही की है। ख़राब खान-पान से ये बिगड़ सकती है।