5 नेचुरल आई क्रीम आँखों के आसपास की त्वचा की देखभाल के लिए

अपनी आँखों के आस-पास की त्वचा की देखरेख करके और सही आई क्रीम के इस्तेमाल से हम उसे पोषण दे सकते हैं और समय से पहले टिश्यू का लचीलापन खोने के डर से बचे रह सकते हैं।
5 नेचुरल आई क्रीम आँखों के आसपास की त्वचा की देखभाल के लिए

आखिरी अपडेट: 24 जुलाई, 2018

कॉस्मेटिक इंडस्ट्री ने आई क्रीम की बड़ी खेप विकसित की है। वजह बेहद ही सीधी सी है। आँखों के इर्द-गिर्द की त्वचा बहुत नाज़ुक होती है और बढ़ती उम्र सबसे पहले अपनी छाप यहीं पर छोड़ती है।
लेकिन आज भी कई औरतें ऐसी क्रीम खरीदने में पीछे रह जाती हैं। दरअसल इस प्रकार के प्रोडक्ट के महंगे दाम सबकी बजट में फिट नहीं बैठते हैं!
खूबसूरत आँखें हमारी सुन्दरता में चार चाँद लगाती हैं। इसलिए अपनी आँखों के इर्द-गिर्द की त्वचा की देख-रेख करना हमारी डेली ब्यूटी रूटीन का एक हिस्सा बन चुका है। सौभाग्य से, हमारे पास ऐसे कई नेचुरल उपाय हैं जो आँखों के आस-पास की त्वचा की देख-रेख में मदद कर सकते हैं।
इन्हें तैयार करने में आपका थोड़ा समय तो ज़रूर लगेगा लेकिन ये इतने किफ़ायती हैं कि आपको अपना वक्त देना का पछतावा नहीं होगा। साथ ही, इनके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होते हैं।
आज हम आपसे आँखों के इर्द-गिर्द की त्वचा की देखभाल करने वाली ऐसी क्रीम बनाने का तरीका शेयर करेंगे।
तो चलिए, ऐसी 5 क्रीम्स बनाने के बारे में बात करते हैं और इनकी एंटी-एजिंग खूबियों का लाभ उठाते हैं।

1. एलो वेरा और ग्रेप सीड से बनी आई क्रीम (Aloe vera – grape seed eye cream)

नेचुरल आई क्रीम: एलो वेरा और अंगूर के बीज

इस आई क्रीम में एंटीऑक्सीडेंट की खूबियाँ होती हैं और ये आँखों के आस-पास की स्किन सेल्स को सुधारती है। यह त्वचा पर इस तरह से काम  करती है कि वह समय से पहले बूढ़ी न दिखे।

इस क्रीम से कोलेजन का उत्पादन बढ़ता है जिससे आँखों के आस-पास दिखने वाली महीन लाइनों में कमी आती है।

सामग्री

  • 3 चम्मच एलो वेरा जेल  (45 ग्राम)
  • 1 चम्मच ग्रेपसीड ऑइल (5 ग्राम)

आई क्रीम बनाने की विधि

  • एक बाउल में एलो वेरा जेल को ग्रेपसीड ऑइल के साथ मिलाकर इसका मिश्रण तैयार कर लें।

लगाने का तरीका

  • रात को अपना चेहरा धोकर साफ़ करने के बाद, इस क्रीम को अपनी आँखों के इर्द-गिर्द लगा लें।
  • अब इस जगह पर तब तक अच्छी तरह से मसाज करते रहें जब तक त्वचा क्रीम को पूरी तरह सोख न ले।
  • इस प्रक्रिया को रोज़ दोहराएँ

 

इसे भी पढ़ें:  डार्क सर्कल्स से छुटकारा दिलाने और आँखों को आराम देने वाले 4 मास्क

2. कोको बटर और ऑलिव ऑयल से तैयार आई क्रीम (Cacao butter- olive oil)

आँखों के आस-पास की त्वचा बहुत ही पतली होती है और इसमें चरबी वाली कई सिबेशिअस ग्लैंड (sebaceous glands) नहीं पाई जाती हैं (वसामय ग्रंथियाँ में से एक तैलीय पदार्थ निकलता रहता है जो त्वचा को नम और पोषित रखता है)।

ऐसे में झुर्रियों से बचने के लिए हमें अपनी आँखों के आस-पास नमी और पोषण, दोनों को ही बनाए रखना होता है।

इस आई क्रीम में कई फैटी एसिड, विटामिन E और एमिनो एसिड पाए जाते हैं। इन सब से त्वचा के टिश्यू पोषित रहते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आँखों के आस-पास की जगह ठोस और लोचदार बनी रहे, तो इस क्रीम का इस्तेमाल ज़रूर करें।

सामग्री

  • 2 चम्मच कोको बटर(40 ग्राम)
  • 2 चम्मच ऑलिव ऑयल (32 ग्राम)

आइ क्रीम बनाने की विधि

  • कोको बटर को एक डबल बॉयलर में गर्म करें।
  • जब यह पिघल जाए तो आंच धीमी करके इसमें ऑलिव ऑयल मिला लें।
  • तापमान सामान्य होने पर होने पर पूरी सामग्री को ठीक से मिलाकर ठंडा होने के लिए छोड़ दें।

लगाने का तरीका

  • एक बार जब क्रीम जम जाए तो उसे थोड़ा सा ऊँगली में लगा कर अपनी आँखों के आस-पास लगाएँ।
  • हर रात सोने से पहले इस क्रीम का रेगुलर इस्तेमाल करें।

3. दही और ग्रीन टी से तैयार आई क्रीम (Yogurt and green tea)

नेचुरल आई क्रीम: दही और ग्रीन टी

दही में पाया जाने वाला लैक्टिक एसिड त्वचा के pH लेवल को संतुलित रखता है। इसके साथ-साथ यह त्वचा के दाग-धब्बों का दिखना भी कम करता है। इसमें ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा को अपनी लोच बनाए रखने में मदद करते हैं।

इस क्रीम में हमने ग्रीन टी का इस्तेमाल किया है। ग्रीन टी अपने आपमें एक स्वस्थ्य सामग्री है जो त्वचा को जवान और चमकदार बनाने में मदद करती है।

सामग्री

  • ¼ कप दही (50 ग्राम)
  • 3 चम्मच तैयार ग्रीन टी (45 मिलीलीटर)

आई क्रीम बनाने की विधि

  • दही को एक जार में खाली कर लें और फिर उसमें ग्रीन टी मिला दें।
  • अब इसे फ्रिज में रख दें और जब यह पूरी तरह जम जाए तब इस्तेमाल में लाना शुरू करें।

लगाने का तरीका

  • क्रीम को अपनी आँखों के आस-पास लगाएँ।
  • इसे 20 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें और फिर एक गीले कपड़े से अपनी आँखें पोछ लें।
  • इसे हर रात सोने से पहले इस्तेमाल करें।

 

इसे भी पढ़ें: 6 आश्चर्य में डाल देने वाले तरीके आइलाइनर लगाने के

4. आलू और पेट्रोलियम जेली से बनी आई क्रीम

यह आई क्रीम आलू के जूस की तरोताज़ा करने वाली खूबियों और पेट्रोलियम जेली के अच्छे फैट को मिलाकर तैयार की गई है। यह एंटी-इंफ्लेमेटरी मॉइस्चराइज़र के गुणों से भरी है।

इस आई क्रीम के उपयोग से आँखों के नीचे के आई बैग्स कम हो सकते हैं– हमारी आँखों के नीचे ये बैग्स बूढ़ी होती हुई और ढलती त्वचा का राज़ खोल देते हैं।

सामग्री

  • 3 चम्मच घिसा हुआ आलू (45 ग्राम)
  • 1 चम्मच पेट्रोलियम जेली (20 ग्राम)

बनाने का तरीका

  • सभी चीज़ों को एक बाउल में निकाल कर मिला लें और एक गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लें।

लगाने का तरीका

  • क्रीम को आँखों के आस-पास लगाएँ।
  • इसे 30 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें और फिर ठन्डे पानी से धो लें।
  • इसे कम से कम हफ्ते में 3 बार इस्तेमाल करें।

 

5. सेब और शहद से तैयार आई क्रीम (Apple and honey eye cream)

नेचुरल आई क्रीम: सेब और शहद

सेब में टैनिक एसिड पाया जाता है। यह त्वचा को निखारने का काम करता है और आँखों के इर्द-गिर्द आई बैग्स को भी कम करता है।

यदि सेब को आर्गेनिक शहद के साथ मिला दिया जाए तो एक उम्दा मॉइस्चराइज़र तैयार हो सकता है। यह आँखों के आस-पास की नाज़ुक त्वचा की हिफाज़त करने का एक बेहद कारगर नुस्खा है।

सामग्री

  • 1 पका हुआ सेब
  • 3 चम्मच शहद (75 ग्राम)

आई क्रीम बनाने का तरीका

  • एक सेब लें और उसे उबाल लें।
  • इसके बाद उसे अच्छे से घोट लें।
  • अब उसमे शहद मिला कर एक एयर टाइट डब्बे में बंद कर दें।

लगाने का तरीका

  • क्रीम को आँखों के इर्द-गिर्द कम से कम 30 मिनट के लिए लगा कर छोड़ दें।
  • बाकी क्रीम को फ्रिज में रख दें।
  • 30 मिनट बाद अपना चेहरा धो लें।
  • इसे हफ्ते में 2 से 3 बार इस्तेमाल करें।

क्या आप अपनी आँखों के आस-पास उभरती लकीरों से बचना चाहती हैं? क्या आपको डर है कि कहीं आपकी त्वचा की कसावट कम न हो जाये?

आज सुझाई गई आई क्रीम में से किसी एक को इस्तेमाल में लाएँ और खुद ही इनके फ़ायदों का लाभ उठाएँ!

यह आपकी रुचि हो सकती है ...
आँखों की सुन्दरता निखारें प्राकृतिक नारियल तेल क्रीम से
स्वास्थ्य की ओर
इसमें पढ़ें स्वास्थ्य की ओर
आँखों की सुन्दरता निखारें प्राकृतिक नारियल तेल क्रीम से

आपके आँखों के चारों तरफ की त्वचा आपके चेहरे की सबसे नाज़ुक और संवेदनशील हिस्सा है। यह शरीर के उन हिस्सों में से एक है जिन पर समय से पहले झुर्रियां प...



  • Chithra, P., Sajithlal, G. B., & Chandrakasan, G. (1998). Influence of Aloe vera on collagen characteristics in healing dermal wounds in rats. Molecular and Cellular Biochemistry. https://doi.org/10.1023/A:1006813510959


इस प्रकाशन की सामग्री केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी समय चिकित्सा पेशेवरों द्वारा किए गए निदान, उपचार या सिफारिशों को सुविधाजनक या प्रतिस्थापित नहीं कर सकता है। यदि आपको कोई संदेह है तो अपने विश्वसनीय चिकित्सक से परामर्श करें और कोई भी प्रक्रिया शुरू करने से पहले उनकी स्वीकृति लें।