इन 12 फूड्स की मदद से करें आर्थराइटिस का मुकाबला
अगर आप आर्थराइटिस से परेशान हैं, तो इस बात का एहसास आपको हो ही गया होगा, इससे पैदा होने वाला दर्द आपकी डाइट, आपकी गतिविधियों और मौसम पर निर्भर करता है। इस बीमारी से आराम दिलाने वाले फलों को खोज निकालना किसी चुनौती से कम नहीं।
अपनी डाइट में आपको ऐसी सामग्री शामिल करनी होगी जो दर्द से आराम दिलाकर आपकी शारीरिक गतिविधियों में सुधार ला सके। आपको ऐसे खान-पान से भी परहेज़ करना होगा, जो आपकी स्थिति को बद से बदतर बना दे।
आर्थराइटिस का मुकाबला कर आपकी सेहत में सुधार लाने वाले फल कौन-कौनसे हैं, इस लेख में हम आपको बताएँगे।
बेशक, अपनी ख़ुराक में कोई भी बड़ा बदलाव लाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें!
केला (Banana)
केले हमेशा ही एक सेहतमंद विकल्प होते हैं। इसके बावजूद, बात जब आर्थराइटिस की आती है तो केले की शायद ही कोई बराबरी हो।
पोटैशियम और फोलिक एसिड, विटामिन B-6 और C आदि जैसे कई अन्य विटामिन और मिनरल से युक्त यह फल आर्थराइटिस के असर को कम कर उसे काबू में रखने में मदद करता है।
केले में मौजूद फाइबर हमारे पाचन तंत्र के लिए बहुत अच्छा होता है।
आम और सेब (Mangos and apples)
एक मौसमी और महंगा फल होने के बावजूद आम एंटीऑक्सीडेंट से युक्त होता है।
- उसमें विटामिन E और बीटा-कैरोटीन की उच्च मात्रा होती है। ये दोनों तत्व कुछ प्रकार के आर्थराइटिस को बदतर होने से रोकने में मददगार होते हैं।
- दूसरी तरफ़, सेब से भी हमारी सेहत को कई तरह के फायदे होते हैं, जैसे कि जोड़ों के दर्द में कमी। इससे हिलने-डुलने की आपकी परेशानियों के साथ-साथ आपके दर्द को भी कम किया जा सकता है।
नट्स (Nuts)
ऐसे कई ड्राई फ्रूट्स हैं, जो अपने सेहतमंद फैट की बदौलत हमारे शरीर की सूजन को कम कर देते हैं। लेकिन आर्थराइटिस से राहत दिलाने में वे और भी कारगर होते हैं।
राहत पाने के लिए ब्राज़ील नट्स और काजू अच्छे विकल्प साबित होते हैं।
सोया (Soy)
आर्थराइटिस से लड़ने में जहाँ सोया फायदेमंद होता है, वहीं गठिया के मरीज़ों के लिए यह किसी ज़हर से कम नहीं होता।
सोया को कई अलग-अलग तरीकों से खाया जा सकता है।
लेकिन मिसो, टेम्पपे और टोफू जैसे फर्मेंटेड सोया वाले खाद्य पदार्थ आर्थराइटिस से पैदा होने वाले दर्द और सूजन से सबसे ज़्यादा आराम देते हैं।
सामन (Salmon)
सामन ओमेगा 3 फैटी एसिड से युक्त होती है। इसीलिए आर्थराइटिस के दर्द से छुटकारा पाने के लिए उसे खाने का सुझाव दिया जाता है।
हालांकि तली हुई मछली को भी आप अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। इसकी शुरुआत आपको कुछेक बार या फ़िर हफ़्ते में एक बार सामन खाकर करनी चाहिए।
ओमेगा 3 के असर से आपके शरीर की सूजन कम हो जाती है। रोज़ाना ओमेगा 3 की अच्छी-खासी ख़ुराक मिलना आपके शरीर के लिए बेहद ज़रूरी होता है।
काली मिर्च (Peppers)
काली मिर्च में मौजूद विटामिन C किसी एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। साथ ही, हमारे शरीर में मौजूद मुक्त कणों से लड़कर वह सूजन को कम करने में भी मददगार होता है।
इसलिए आर्थराइटिस की वजह से होने वाले दर्द को वह कम कर देती है। मुक्त कणों के दुष्प्रभावों से बचना बहुत मुश्किल होता है। इसी वजह से उनसे पहुँचने वाले नुकसान की भरपाई करते रहने के लिए हमें पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट लेते रहने चाहिए।
हरी मिर्च को आसानी से अपने खान-पान, सलाद और यहाँ तक कि शेक में भी शामिल किया जा सकता है। यह झट से हमें विटामिन दे देती है।
ग्रीन टी (Green tea)
हम सभी को पता है, ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स की ऊँची मात्रा होती है।
उसमें ऐसे भी कई तत्व होते हैं, जिनका सीधा असर हमारे शरीर की सूजन पर पड़ता है। इसलिए आर्थराइटिस के दर्द का मुकाबला करने में ग्रीन टी आपकी सच्ची हमदर्द होती है।
अभी यह साफ़ तो नहीं है कि दर्द से राहत पाने के लिए आपको कितनी चाय पीनी चाहिए, पर वालंटियर्स द्वारा की गई ज़्यादातर स्टडीज़ का तो यही कहना है कि दिन में दो कप की मात्रा आपके लिए काफ़ी लाभदायक साबित होती है।
साबुत अनाज (Whole grains)
सूजन कम करने में यह कमाल का उपयोगी है। हाँ, उनकी बेकार क्वालिटी वाले उत्पादों से आपको दूर ही रहना चाहिए।
दरअसल खान-पान की चीज़ों के व्यवसायीकरण की वजह से आमतौर पर उनमें कई एडिटिव्स भी डाल दिए जाते हैं। हो सकता है, उनकी वजह से आर्थराइटिस की आपकी समस्या ठीक होने के बजाये उल्टा बिगड़ ही जाए।
दूसरी तरफ़, साबुत अनाज एक बेहतर विकल्प होता है। मसूर की दाल अच्छा विकल्प होती है। सेहतमंद होने के साथ-साथ उसे खाकर आपका पेट भी ज़्यादा देर तक भरा-भरा जो रहता है।
पालक, टमाटर और चुकंदर (Spinach, tomatoes, and beets)
आर्थराइटिस का मुकाबला करने में और भी कई फूड आपकी मदद कर सकते हैं। पालक फाइटोन्यूट्रिएंट्स और फाइबर से युक्त होता है।
टमाटर में भी आर्थराइटिस की वजह से होने वाले दर्द को कम करने वाला लाइकोपीन नाम का पदार्थ मौजूद होता है। टमाटर को पकाकर खाने पर हमें लाइकोपीन की ज़्यादा ख़ुराक मिल सकती है।
चुकंदर जितने एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा शायद ही किसी और खाद्य पदार्थ में होती है। हमारे शरीर के डिफेन्स को मज़बूती देने वाला बीटालाइन भी उसमें मौजूद होता है।
अपने खान-पान का पूरा लाभ उठाने के लिए बाज़ार से कच्चे खाद्य पदार्थ खरीदकर उन्हें अपने घर पर ही पकायें।
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