क्या करें अगर आप एक तकलीफ़देह रिश्ते में हैं
कभी-कभी हम सोचते हैं, “मैं अपने रिश्ते में खुश नहीं हूँ,” जबकि हमें वास्तव में जो करना चाहिए वह है यह पता लगाना कि हम एक तकलीफ़देह रिश्ते में क्या गलत कर रहे हैं।
शायद हम भूल गए हैं कि रिश्ते काम करते हैं। अकेले प्यार ही जारी रखने के लिए पर्याप्त नहीं है। रिश्तों में बहुत प्रयत्न की ज़रूरत होती है।
जब आप किसी रिश्ते में होते हैं तो कभी-कभी नाखुशी आपमें आती है। हालाँकि, परेशान होने या घबराने के बजाय, रुकें और देखें कि दरअसल क्या हो रहा है।
तकलीफ़देह रिश्ते के वास्तविक कारण
ऐसे कई कारण हैं जिनसे आप अपने रिश्ते में खुश नहीं होते। शायद पैशन कम हो गया है। दूसरी ओर, शायद बेवफाई थी, या संभवतः वह वाद-विवाद जिसमें आपने असम्मानित महसूस किया।
हालाँकि, कुछ कारण हैं जिन पर आप ध्यान नहीं दे सकते हैं। इसलिए कि वे बहुत गहराई तक जाते हैं और ज्यादा गहन विश्लेषण की मांग करते हैं।
आइए इनमें से कुछ पर नज़र डालें।
1. तकलीफ़देह रिश्ते में आप स्वीकार नहीं करते कि मन में रोष पाल रहे हैं
अगर वह बेवफा है, तो शायद आपने उसे माफ कर दिया है, लेकिन अंदर ही अंदर आप खुद को धोखा दे रहे हैं। आपने उसे पूरी तरह से माफ नहीं किया; अभी भी अन्दर नाराजगी है।
यही कारण है, आप अपने रिश्ते में खुश नहीं हैं। इस कारण आगे आपको यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि यही वह बात है जिसे आप महसूस कर रहे हैं।
क्या आप नाराज हैं? क्या आप रोष महसूस कर रहे हैं? आपको खुद को धोखा नहीं देना है। अपनी भावनाओं को स्वीकार करना बेहतर है।
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2. आप यह स्वीकार नहीं करना चाहते कि आपने टकराव को ठीक से नहीं सम्भाला
रिश्तों में हमेशा मतभेद होते हैं जो विवाद और टकराव का कारण बनते हैं। हालाँकि जब तक आप उन्हें ठीक से मैनेज करना नहीं जानते तब तक यह समस्या नहीं होगी।
क्या आप दूसरे की बात सुनते हैं? क्या आप हमेशा अपने को सही महसूस करते हैं? क्या आप हमेशा उसके आगे उसके अतीत को ला देते हैं? यह सब कारण हो सकता है तकलीफ़देह रिश्ते में होने का।
रिश्ते में मुखर होना सीखना महत्वपूर्ण है। हालाँकि आपको किसी चीज़ के बारे में अपनी राय देते समय या किसी चीज़ पर काम करते समय दूसरे व्यक्ति का हमेशा सम्मान करना चाहिए।
आवश्यक यह है कि, अंत में दोनों पक्षों के बीच एक समझौता किया जाए।
आपको कभी भी इसे छोड़कर नहीं रहना चाहिए। जितनी जल्दी हो सके समस्या का समाधान करें; इस तरह आप आप टकराव को पीछे छोड़ देंगे और आपके संबंध वास्तव में मजबूत होंगे।
3. तकलीफ़देह रिश्ते का एक कारण पैशन कम होना भी होता है
कभी-कभी, हम यह भूल जाते हैं कि सेक्स कितना महत्वपूर्ण है और यह हमारे रिश्ते की सेहत को प्रभावित करता है। हालाँकि ऐसे समय होते हैं जब पैशन कम हो जाता है और हम नहीं जानते कि क्यों।
यह वह वक्त अहि जब आप रिश्ते पर नज़र डालें और इसे दुरुस्त करें।
आप जो चाहते हैं, क्या आप उसे व्यक्तते हैं? इसी तरह, क्या आप सेक्स का आनंद लेने में सक्षम हैं या आप इसे बस एक जिम्मेदारी के रूप में देखते हैं? क्या आप इसके लिए वक्त निकाल रहे हैं या दूसरी चीजों को प्राथमिकता दे रहे हैं?
पैशन कल्टीवेट करने की जरूरत है। एक-दूसरे को न छूना, स्नेह नहीं दिखाना, दूसरे को पता नहीं चलने देना कि आप केयर करते हैं … यह सब जुनून कम कर सकता है।
यदि आप यह नहीं जानते कि समस्या को कैसे ठीक किया जाए, तो एक कपल काउंसलर या सेक्स थेरेपिस्ट को विजिट करना बहुत ही पॉजिटिव हो सकता है। यह बहुत मदद करेगा।
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4. आप स्वीकार नहीं कर सकते कि चीजें खत्म हो सकती हैं
वर्षों तक किसी तकलीफ़देह रिश्ते में रहने पर हो सकता है कि आप इसे ख़त्म करने के लिए तैयार न हों। दरअसल इसका मतलब यह हो सकता है कि आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ हैं जिसके साथ आपको नहीं होना चाहिए और यहां तक कि अतीत की बेवफाई का बोझ भी महसूस हो सकता है।
कभी-कभी, प्यार ख़त्म होने और रिश्ते की गर्माहट सूख जाने पर हममें रिश्ते को ख़त्म करने और यह कहने का साहस नहीं होता कि “बस बहुत हो चुका“।
हालांकि, ईमानदार और गंभीर होना ऐसा कुछ करने से बहुत बेहतर है, जो एक भयावह अंत का कारण बन सकता है, जहां हर कोई आहत होता है।
जब रिश्ते का आधा हिस्सा इससे नाखुश हो, तो यह पता लगाना महत्वपूर्ण है कि क्या समस्या का समाधान किया जा सकता है या यह ब्रेकअप का वक्त है। ऐसा करने के लिए आपको खुद को धोखा देना बंद करना होगा और अपने आपको और दूसरे व्यक्ति के साथ ईमानदार होना शुरू करना होगा।
एक रिश्ते में दोनों लोगों को खुश होना चाहिए। यदि आप एक तकलीफ़देह रिश्ते में हैं, तो क्या यह समाधान खोजने का वक्त नहीं है?