आइस थेरेपी से त्वचा को निखारने की आसान ट्रिक
स्किन के लिए आइस थेरेपी पर बात करने से पहले हम याद दिला दें कि हमारी त्वचा बहुत कोमल होती है। धूप या हवा के संपर्क में आने से त्वचा को नुकसान पहुंचता है। इसी कारण अधिकतर लोग इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि उनकी त्वचा कैसी दिखती है।
वातावरण में टॉक्सिन, सूरज की हानिकारक अल्ट्रा वायलेट किरणें, लगातार ग़लत आदतों के कारण त्वचा की नेचुरल एजिंग प्रक्रिया को बढ़ावा मिल सकता है।
कॉस्मेटिक्स इंडस्ट्री के अलावा कई अन्य पेशेवरों ने क्षति की भरपाई और आपकी त्वचा को फिर से जवां बनाने के लिए कई प्रोडक्ट और तकनीक तैयार किया है।
बड़ी समस्या यह है कि ये महंगे हैं और जो लोग इनका इस्तेमाल करना चाहते हैं, उनकी पहुंच से बाहर हैं।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको बताएंगे ऐसी ट्रिक, जो न केवल किफ़ायती हैं बल्कि जिसे आप अपनी त्वचा निखारने के लिए रोज़ाना इस्तेमाल कर सकती हैं।
आप हैरान होंगी कि यह कोई जटिल प्रक्रिया नहीं है। आपको सिर्फ़ आइस क्यूब का इस्तेमाल करना है। चेहरे की त्वचा को फिर से जवां बनाने की अपनी ख़ासियत के कारण आइस थेरेपी आजकल लोगों के बीच बेहद पॉपुलर भी है।
दुनिया भर में महिलाएं इसका इस्तेमाल करके बिना खर्च अपनी त्वचा की देखभाल करने में सक्षम बन रही हैं।
आपने इसकी खूबियां जान ली हैं, अब तैयार हो जाइए इसकी विस्तृत जानकारी के लिए।
आइस थेरेपी त्वचा में लाए निखार
हजारों महिलाएं अपनी सुंदरता में चार चांद लगाने के लिए रेगुलर स्किन केयर के अलावा आइस थेरेपी का इस्तेमाल कर रही हैं।
बर्फ का इस्तेमाल रक्त संचार बढ़ाने और चेहरे को स्वस्थ और दमकदार बनाए रखने का एक शानदार तरीका है।
इसके अलावा, आइस थेरेपी महीन रेखाओं का उभार घटाती है, बढ़ती उम्र के साथ बनने वाले दाग़-धब्बों की रोकथाम करती है और एक्ने से बने निशानों का आकार घटाती है।
अब आपको इसके लाभों के बारे में कोई संदेह नहीं रह गया होगा। तो आइए, अब हम इस बारे में गहराई से जानते हैं।
चिकनी त्वचा
आपके चेहरे पर आइस का नियमित इस्तेमाल आपकी त्वचा में बने सूक्ष्म छिद्रों को सिकुड़ने में मदद करता है। इससे त्वचा की वे अशुद्धियाँ बाहर निकल जाती हैं जो इसे खुरदरा बनाती हैं।
एक निःशुल्क टोनर
बाज़ार में उपलब्ध टोनर खरीदने के बजाय आप अपने चेहरे पर सिर्फ़ थोड़ी सी आइस लगाकर दूसरे कॉस्मेटिक उत्पाद इस्तेमाल कर सकती हैं।
इससे मेकअप के नीचे त्वचा के सूक्ष्म छिद्रों का उभार कम से कम रहेगा, आपकी त्वचा चिकनी और बेदाग़ नज़र आएगी।
रक्त संचार में सुधार
ठंडापन आपकी रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ता है। रक्त संचार में सुधार आने से आंखों के नीचे त्वचा के झूलने और नसों के उभरने की रोकथाम होती है।
आंखों के नीचे बने सर्कल हो जाते हैं गायब
आइस थेरेपी का नियमित इस्तेमाल करने से आंखों के नीचे की त्वचा का काला पड़ना कम किया जा सकता है।
लालिमा में कमी
अपनी एंटी-इन्फ्लेमेटरी शक्ति के कारण आइस जलन से राहत दिलाती है और एक्ने या कटाव के कारण हुई लालिमा कम करती है।
अगर आप इसका इस्तेमाल दिन में दो बार करें तो यह आपकी फ्री रेडिकल्स के प्रभावों से छुटकारा दिलाने में मदद करेगी।
फेशियल ट्रीटमेंट के तौर पर आइस थेरेपी का इस्तेमाल कैसे करें?
अब जबकि आप आइस थेरेपी के सभी लाभ जान चुकी हैं, आपको सिर्फ़ इसे अब अपने ब्यूटी रूटीन में शामिल करना है।
ध्यान रखें कि यह एक बहुत किफ़ायती विकल्प है और इसके इस्तेमाल में भी ज़्यादा समय नहीं लगता है।
हालांकि इसके प्रभाव तुरंत नज़र नहीं आएंगे। नतीजों के लिए आपको धैर्य रखते हुए लगातार इसका इस्तेमाल करना पड़ेगा।
इसे भी आजमायें: आँखों की सुन्दरता निखारें प्राकृतिक नारियल तेल क्रीम से
आपको ज़रूरत है
- आइस क्यूब
- कोई तौलिया या कपड़ा
स्टेप 1
- अपने चेहरे को अच्छी तरह साफ़ करें और मेकअप और धूल-मिट्टी हटा दें।
स्टेप 2
- तौलिया या कपड़े में कुछ आइस क्यूब लपेट लें। यदि आप इसे सीधे त्वचा पर लगाएंगी तो यह आपकी केशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है।
स्टेप 3
- आइस का इस्तेमाल करते हुए अपने चेहरे की मसाज करें। थोड़ा दबाव डालते हुए चेहरे के दोनों तरफ़ एक से दो मिनट तक।
इन स्थानों के चारों ओर गोल-गोल घुमाएं
- जबड़ा और ठोड़ी
- माथा
- गालों पर
- नाक
जब आप आँख के पास पहुंच जाएं तो थोड़ा अहिस्ता-अहिस्ता घुमाएं।
स्टेप 4
आइस का इस्तेमाल करने के बाद किसी टोनर या मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें।
अंत में, इनका रखें ध्यान
अगर ठंडक के कारण आपको जलन होती है तो चेहरे की मसाज सूती कपड़े से करें, टेरीक्लॉथ का इस्तेमाल करने से बचें क्योंकि इससे त्वचा रगड़ खा सकती है।
तैलीय त्वचा या मस्से होने पर आइस को थोड़ी ज़्यादा देर तक लगाएं, त्वचा छूने में ठंडी लगे तब तक। आइस थेरेपी का इस्तेमाल करने के बाद कोई पारंपरिक एंटी एक्ने ट्रीटमेंट करें।
अगर आप प्रिमेच्योर एजिंग की रोकथाम के लिए इसका लाभ उठाना चाहती हैं तो नीचे दिए एंटी-इन्फ्लेमेटरी और पोषक तत्वों से आइस क्यूब बना सकती हैं।
सबसे ज़्यादा प्रयोग किए जाते हैंः
- रोज़वाटर
- विच हेज़ल
- लेमन जूस
- ग्रीन टी
- कैमोमाइल टी
- खीरे का पानी
आइस थेरेपी का इस्तेमाल करने में केवल 15 मिनट लगते हैं। सर्वोत्तम नतीजों के लिए इसका इस्तेमाल सुबह और शाम दोनों वक्त करें।
- Lloyd L Mcdonald & William L Walters. “Dispositivo Cosmético”. EE.UU patente de investigación. https://patents.google.com/patent/US2787261A/en#patentCitations.
- “Inflamación aguda”. American College of Foot and Ankle Surgeons. https://www.austinregionalclinic.com/templates/ARC/Assets/acute-inflammation_sp.pdf
- Morales, N. y Aristizábal, AM (2013). Cicatrices de acné, un reto terapéutico. Revista de la Asociación Colombiana de Dermatología y Cirugía Dermatológica, 21 (4), 328–336. https://doi.org/10.29176/2590843x.252
- Fernández Diego, M. Consuelo. Quemadura por congelación con hielo seco. Caso clínico. Nuberos Científica. 2018; 3(26): 66-0. Disponible en: http://ciberindex.com/c/nc/e2666nc [acceso: 28/04/2020]