खांसी होने पर सीने में दर्द का कारण
खांसी होने पर सीने में दर्द का कारण
यह दर्द उन लोगों में बहुत आम है जो श्वसन प्रणाली की कुछ स्थितियों से पीड़ित हैं। नीचे, हम संभावित कारणों की व्याख्या करते हैं।
फ़्लू
इन्फ्लुएंजा दुनिया भर में सबसे आम वायरल संक्रमणों में से एक है। यह आमतौर पर अचानक प्रकट होता है, लगभग पहले क्षण से ही गंभीर लक्षण दीखते हैं। फ्लू के मुख्य लक्षण हैं:
- बुखार
- सिरदर्द
- ठंड लगना
- मांसपेशियों और सीने में दर्द
फ्लू के लक्षण सर्दी की तुलना में अधिक गंभीर और लंबे समय तक चलने वाले होते हैं। फ्लू के मामले में छाती में दर्द होना सामान्य है, जो रोगी को खांसी होने पर भी बिगड़ सकता है।
इसे भी पढ़ें : 7 दिन शहद और लहसुन सेवन के फायदे
सर्दी-जुकाम
जुकाम या कोल्ड एक वायरल इन्फेक्शस रेस्पिरेटरी स्थिति है। वयस्कों की तुलना में बच्चों में यह ज्यादा आम है और इसके लक्षण पहले तीन दिनों में ज्यादा तेज होते हैं।
सामान्य अस्वस्थता के अलावा, गले में खराश और बलगम में बढोतरी, खांसी आदि इसके सबसे आम लक्षणों में से हैं। अगर यह बार-बार हो तो इससे सीने में दर्द भी हो सकता है।
कोल्ड के लक्षण तीसरे दिन के बाद उभरते हैं और लगभग एक हफ़्ते तक रहते हैं। सर्दी के मुख्य लक्षण हैं:
- बंद नाक
- बार-बार छींक आना
- गले में खरास
- खांसी
तथ्य यह है कि यह श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है, और खांसी होने पर सीने में दर्द के प्रमुख कारणों में से एक बनाता है।
एक्यूट ब्रोंकाइटिस
ब्रोंकाइटिस ब्रान्काई की सूजन है। ब्रान्काई में संक्रमण या सूजन के बाद सांस लेने की क्षमता कम हो जाती है। ब्रोंकाइटिस के कारण जो लक्षण प्रकट होते हैं:
- घरघराहट
- बलगम
- खांसी
- सीने और पीठ में दर्द
एक्यूट ब्रोंकाइटिस का मुख्य कारण आमतौर पर वायरल संक्रमण होता है। यह अक्सर खराब तरह से इलाज किये गए कोल्ड का नतीजा होता है। हालाँकि यह एक बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण भी हो सकता है।
खांसी होने पर दमा और सीने में दर्द
अस्थमा (Asthma) एक क्रॉनिक कंडीशन है जिसमें सूजन के कारण वायुमार्ग पतला हो जाता है। अस्थमा वायुमार्ग को प्रभावित करता है, उनमें सूजन लाता है और उन्हें पतला कर देता है।
अगर सही तरीके से डायग्नोसिस और इलाज न किया जाए तो खांसी होने पर सांस की तकलीफ, घरघराहट या सीने में दर्द बहुत आम बात है। यहाँ अस्थमा के कुछ लक्षण दिए गए हैं:
- शार्टनेस ऑफ़ ब्रेथ
- बलगम के साथ खांसी (Cough with mucus)
- घरघराहट (Wheezing)
- खांसी होने पर सीने में दर्द
इसे भी पढ़ें : दालचीनी और नींबू: एक सनसनीखेज उपचार, आज़मा कर देखें
न्यूमोथोरैक्स (Pneumothorax)
न्यूमोथोरैक्स को लंग्स कोलैप्स के रूप में भी जाना जाता है। यह तब होता है जब फेफड़ों में छिद्र हो जाते हैं और हवा इनसे बाहर निकल जाती है।
न्यूमोथोरैक्स का सीधा नतीज़ा फेफड़ों के चारों ओर के खाली जगह में हवा का भर जाना है। यह इसे फैलने से रोकता है, जिससे छाती में दर्द और सांस की तकलीफ जैसे साफ़ लक्षण दिखाई देते हैं।
फेफड़ों के बाहर जमी हवा के फेफड़े पर दबाव के कारण सीने में दर्द होता है। यह स्थिति खाँसने पर बिगड़ जाती है।
खांसी होने पर मस्कुलोस्केलेटल इंजरी और सीने में दर्द
जब कोई छाती की मांसपेशियों या हड्डियों या इसके पास के लोगों को चोट पहुंचाता है, तो खांसी होने पर दर्द तेज हो जाएगा। खांसी होने पर पसलियों, रिब केज, स्टर्नम या स्पाइन में फ्रैक्चर या दरारें सीने में गंभीर दर्द का कारण बनती हैं, ऐसा दर्द जो सांस लेने, खड़े होने या हिलने-डुलने पर भी उभरता सकता है।
कोस्टोकॉन्ड्रोइटिस (Costochondritis)
आख़िरी दो रिब्स को छोड़कर बाकी सभी पसलियाँ कार्टिलेज के जरिये स्टर्नम से जुड़ी होती हैं। यह कार्टिलेज सूज कर एक चोट का कारण बनती है जिसे कॉस्टोकोंड्रोइटिस या कॉस्टोस्टर्ननल सिंड्रोम कहा जाता है।
मुख्य नतीजा सीने में एक तरह का तेज दर्द होता है जो खांसी या कुछ मूवमेंट करते समय बिगड़ जाता है। कोस्टोकोन्ड्राइटिस इस दर्द के मुख्य कारणों में से एक है। इसके मुख्य कारण हैं:
- थोरैसिक चोटें
- वजन उठाना
- वायुमार्ग में इन्फेक्शन
- खांसी होने पर ज्यादा एक्जर्शन
- आर्गराइटिस की कुछ किसमें
निष्कर्ष
जैसा कि आपने देखा, यह दर्द विभिन्न संक्रामक प्रक्रियाओं और स्थितियों के कारण हो सकता है। इसलिए यदि आपके सीने का दर्द आम सर्दी के कारण नहीं है, तो एक्सपर्ट से सलाह में।
यह आपकी रुचि हो सकती है ...