7 दिन शहद और लहसुन सेवन के फायदे

लहसुन दुनिया भर में खाना बनाने में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली नेचुरल सामग्रियों में से एक है। हालांकि, किचन का महज एक अच्छा सहयोगी होने के अलावा भी, सदियों से लहसुन की अहमियत बनी हुई है।
7 दिन शहद और लहसुन सेवन के फायदे

आखिरी अपडेट: 27 नवंबर, 2018

लहसुन कई प्रकार की बीमारियों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। शहद के फायदे भी नागिनत हैं। आज इस पोस्ट में हम कुछ ज्यादा फायदा पाने के लिए शहद और लहसुन का मिश्रण लेने पर विचार करेंगे।

जहां तक ​​इसके औषधीय गुणों का सम्बन्ध है, लहसुन का उपयोग सूजन, पुरानी बीमारियों और संक्रमण से मुकाबला करने के लिए किया जा सकता है। इसके कई लाभ एलिसिन (allicin) से आते हैं, जो लहसुन में एक एक्टिव एजेंट है। यह ऊँचे कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लडप्रेशर और अन्य कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद करता है।

इसके अलावा, यह पाचन समस्याओं , साँस की बीमारियों और फंगल इन्फेक्शन के इलाज में भी प्रयोग किया जाता है। वास्तव में, इसके एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट तत्वों की मेहरबानी से लहसुन गठिया (arthritis), कैंसर और डायबिटीज के प्रचलित ट्रीटमेंट में बड़ा सहायक होता है।

न्यूट्रीशन एक्सपर्ट इसके सभी एक्टिव अवयवों का फायदा उठाने के लिए इसे कच्चा खाने की सलाह देते हैं। इसके अलावा, आप शहद के साथ एक भी इसका एक नुस्खा तैयार कर सकते हैं। इसका फायदा यह है कि यह लहसुन को खाने में आसान बना देता है। इसके परिणामस्वरूप इसके फायदे बढ़ जाते हैं।

इस उम्मीद में कि इससे आपको स्वास्थ्य लाभ होगा और यह आपके सामग्रिक हेल्थ में सुधार लाने में मदद करेगा, आज हम उन फायदों की जानकारी शेयर करना चाहेंगे, जो लगातार सात दिन शहद और लहसुन का सेवन करने पर आपको हासिल होंगे। आगे पढ़ें और ज्यादा जानें!

शहद और लहसुन: सर्कुलेशन में सुधार

1. यह सर्कुलेशन में सुधार लाता है

लहसुन में पाया जाने वाला सल्फर जब शहद के गुणों के साथ जुड़ जाता है, तो यह आपके ब्लड सर्कुलेशन के लिए बहुत अच्छा होता है। दोनों क्लॉटिंग को रोकने वाले एजेंट के रूप में कार्य करते हैं और थ्रोम्बोसिस और वेरीकोस वेंस जैसी गड़बड़ियों से बचने के लिए आपकी नसों को मजबूत करते हैं।

2. यह ब्लडप्रेशर कम कर सकता है

उच्च रक्तचाप वह गड़बड़ी है जो आपके पूरे कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को खतरे में डाल सकती है। प्राकृतिक रूप से इसे नियंत्रित करने के लिए हर दिन खाली पेट शहद और लहसुन का सेवन करने की कोशिश करें।

शहद और लहसुन: कोलेस्ट्रॉल

3. यह खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है

कच्चे लहसुन को जब आप पीसते हैं तो इससे निकलने वाला एलिसिन आपके रक्त प्रवाह से अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को बाहर करके इसे शुद्ध करने में मदद कर सकता है। यह आपके ट्राइग्लिसराइड (triglyceride) लेवल को कंट्रोल में रखने का एक शानदार तरीका भी है।

4. यह सूजन को कम करता है

कई अध्ययनों से पता चला है, लोगों को होने वाले बहुत से क्रॉनिक डिसऑर्डर हमारे शरीर में असंतुलन से जुड़े होते हैं, जो सूजन का कारण बनते हैं।

शहद और लहसुन दोनों सूजन से लड़ते हैं और कई अलग-अलग स्थितियों में मदद करते हुए नेचुरल पेनकिलर के रूप में कार्य करते हैं। इनमें गठिया (arthritis), द्रव प्रतिधारण (fluid retention) और मांसपेशियों की गड़बड़ी शामिल हैं।

5. यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है

शहद और लहसुन के एंटीमाइक्रोबियल और एंटीफंगल गुण आपके इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए उत्कृष्ट हैं।

उन्हें इकट्ठे उपयोग करने के कारण वे वायरस, बैक्टीरिया और किसी भी अन्य खतरनाक सूक्ष्मजीवों के खिलाफ आपके शरीर की की सुरक्षा प्रणाली में काफी सुधार कर सकते हैं।

6. यह खांसी से राहत दिला सकता है

शहद और लहसुन: खांसी कम करता है

आपकी खांसी भले ही बैक्टीरिया या वायरस के संक्रमण से हुई हो, शहद और पिसे हुए लहसुन से बने एक साधारण सिरप से बेहतर कुछ भी नहीं है। यह आपके इरीटेशन को शांत करता है, और कफ के हटाने की प्रक्रिया को उत्तेजित करने के लिए एक एक्सपेक्टोरेंट के रूप में भी कार्य करता है।

7. यह सर्दी और फ्लू ठीक करता है

और अंत में, इस नुस्ख़े के लगातार सेवन से सर्दी और फ़्लू के सभी लक्षण अस्थायी रूप से रोके जा सकते हैं।

यह वायरस से लड़ने में मदद करता है, आपके शरीर में वायुमार्गों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार एंटीबॉडी के उत्पादन को उत्तेजित करता है।

इसे भी पढ़ें: बच्चों के लिए 6 खांसी के उपाय

शहद और लहसुन के इस नेचुरल नुस्ख़े को कैसे बनायें?

शहद और लहसुन का नुस्खा

ऊपर हमने जिन तमाम फायदों की बात की है, उन्हें पाने के लिए यह सुनिश्चित करें कि शहद और लहसुन आर्गेनिक हों। यह सच है, दुकानों में सस्ते शहद पाना आसान है। लेकिन 100% प्राकृतिक न होने के कारण और संभवतः अतिरिक्त चीनी मिले होने के कारण इसमें पोषक तत्वों की कमी होती है।

सामग्री

1 कप शहद (335 ग्राम)

लहसुन की 10 कलियाँ

एक ढक्कन वाला ग्लास जार

तैयारी

लहसुन की कलियों को छोटे टुकड़ों में काट लें, या गार्लिक प्रेस का उपयोग करके इसे दबाएं।

शहद को कांच की जार में डालें और लहसुन में हिलाएं।

अंत में, ढक्कन को बंद करें और एक सप्ताह के लिए एक अंधेरी जगह में रख दें।

इसके बाद, आपके पास एक समृद्ध, स्वास्थ्यवर्धक सिरप होगा।

इसका सेवन कैसे करें

नाश्ते से पहले एक चम्मच खाएं, या तो अकेले या थोड़े गर्म पानी में डालकर।

आपको इसे लगातार सात दिनों तक रोज खाएं। इसके बाद, कुछ हफ्तों तक प्रतीक्षा करें और फिर दोहराएं।

कमरे के तापमान पर शहद और लहसुन को स्टोर करें ताकि ये क्रिस्टलाइज न होने लगें।

यह अहम है कि इस नुस्ख़े का असर उनके रोज की आदतों के आधार पर हर व्यक्ति के मामले में अलग-अलग हो सकता है।

हालांकि, हमें यह बता देना चाहिए कि यदि आपने अपनी डाइट में कोई बदलाव नहीं किया तो बिलकुल भी असर नहीं होगा। यदि सेचुरेटेड फैट , शुगर और अन्य नुकसानदेह खाद्य पदार्थों वाली डाइट खाते रहे , तो हमारे शहद और लहसुन के इस नुस्खे से आप कोई लाभ नहीं उठा पायेंगे।



  • Abderrahim L. A, Thaïbi K, et al. Euphorbia honey and garlic: biological activity and burn wound recovery. Burns. Noviembre 2019. 45 (7): 1695-1706.
  • Abuelgasim H, Albury Ch, Lee J. Effectiveness of honey for symptomatic relief in upper respiratory tract infections: a systematic review and meta-analysis. BMJ Evidence Based Medicine. Abril 2021. 26 (2): 57-64.
  • Andualem, B. (2013). Combined antibacterial activity of stingless bee (Apis mellipodae) honey and garlic (Allium sativum) extracts against standard and clinical pathogenic bacteria. Asian Pacific Journal of Tropical Biomedicine. https://doi.org/10.1016/S2221-1691(13)60146-X
  • Ansary J, Forbes-Hernández T. Y, et al. Potential health benefit of garlic based on human intervention studies: a brief overview. Antioxidants. Julio 2020. 9 (7): 619.
  • De Ova M. Colesterol HDL y mortalidad cardiovascular en España. Revista Española de Cardiología. Diciembre 1998. 51 (12): 988-990.
  • Ernst E. CArdiovascular effects of garlic (Allium sativum) a review. Pharmatherapeutica. 1987. 5 (2): 83-9.
  • Fleischauer, A. T., Poole, C., & Arab, L. (2000). Garlic consumption and cancer prevention: Meta-analyses of colorectal and stomach cancers. American Journal of Clinical Nutrition. https://doi.org/10.1093/ajcn/72.4.1047.
  • Quesada I, de Paola M, et al. Effect of garlic’s active constituents in inflammation, obesity and cardiovascular disease. Current Hypertension Reports. Enero 2020. 22 (6).
  • Salehi B, Zucca P, Erdogan Orhan I. Allicin and health: a comprehensive review. Trends in Food Science & Technology. Marzo 2019. 86.
  • Samarghandian S, Farkhondeh T, Samini F. Honey and health: a review of recent clinical research. Pharmacognosy Research. Abril-Junio 2017. 9 (2): 121-127.
  • Sun Y-E, Wang W, Qin J. Anti-hyperlipidemia of garlic by reducing the level of total cholesterol and low density lipoprotein. Mayo 2018. 97 (18): 0255.
  • Torija Mª. E, Matallana Mª C, Chalup N. El ajo y la cebolla: de las medicinas antiguas al interés actual. Bol. R. Soc. Esp. Hist. Nat. Sec. Bio. 2013. 107: 29-37.
  • Tsai, C. W., Chen, H. W., Sheen, L. Y., & Lii, C. K. (2012). Garlic: Health benefits and actions. BioMedicine (Netherlands). https://doi.org/10.1016/j.biomed.2011.12.002

यह पाठ केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान किया जाता है और किसी पेशेवर के साथ परामर्श की जगह नहीं लेता है। संदेह होने पर, अपने विशेषज्ञ से परामर्श करें।