सांस की दुर्गंध या हैलिटोसिस से छुटकारा पाने के 9 बेहतरीन घरेलू उपाय
हैलिटोसिस यानी सांस की दुर्गंध में हमारे मुंह से बदबू-सी आती है, जो काफ़ी असुविधा का सबब बन सकती है।
इस शर्मनाक लक्षण की वजह से अपने फ्रेंड सर्कल में आपका आत्मविश्वास कम हो सकता है।
ऐसा कई बार देखने में आता है कि ओरल हाइजीन की खराब आदतें इस अवस्था का कारण बन जाती हैं, लेकिन यह कुछ विशिष्ट प्रकार के खान-पान, धूम्रपान या मुंह के सूखेपन समेत कई अन्य चीज़ों का नतीजा भी हो सकता है।
खुशकिस्मती से बैक्टीरिया की ग्रोथ को धीमा करने, सांस की बदबू कम करने या फिर आपके मुंह के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए कई तरह के प्रोडक्ट उपलब्ध हैं।
हालांकि मार्केट में मिलने वाले माउथवॉश सांस की दुर्गंध से निजात दिलाने में बहुत कारगर हो सकते हैं, आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों के बारे में बताना चाहेंगे, जो आपकी जेब ढीली किए बगैर इस समस्या से लड़ने में आपकी मदद कर सकते हैं। एक बार उन्हें आज़माकर देखें!
सांस की दुर्गंध को कम करने के लिए बेकिंग सोडा
हैलिटोसिस के इलाज में बेकिंग सोडा का इस्तेमाल आम है। इसकी एंटीमाइक्रोबियल खूबियाँ बैक्टीरिया के ग्रोथ को नियंत्रित कर सांस की दुर्गंध और संभावित संक्रमणों से निजात दिलाती हैं।
सामग्री
- एक चम्मच बेकिंग सोडा (5 ग्राम)
- आधा कप गर्म पानी (100 मिलीलीटर)
प्रयोग की विधि
- बेकिंग सोडा में आधा कप गर्म पानी मिलाकर उसे पतला कर लें। फिर उस मिश्रण से रोज़ाना दो से तीन बार गरारे करें।
टी ट्री एसेंशियल ऑइल
एक शक्तिशाली एंटीसेप्टिक होने की वजह से टी ट्री एसेंशियल ऑइल मुंह में बैक्टीरिया से लड़कर सांस की दुर्गंध को नियंत्रित करता है।
सामग्री
- टी ट्री एसेंशियल ऑइल की पांच बूँदें
- पुदीने के तेल की पांच बूँदें
- नींबू के तेल की तीन बूँदें
- आधा कप गर्म पानी (125 मिलीलीटर)
प्रयोग की विधि
- ऊपर बतायी गयी सभी चीज़ों को मिलाकर दिन में दो बार कुल्ला करें।
अजमोद (Parsley)
अजमोद में मौजूद क्लोरोफिल नाम का तत्व हैलिटोसिस के लक्षणों से लड़ने में मदद करता है।
सामग्री
- एक मुट्ठीभर पार्सले
- आधा कप एप्पल साइडर विनेगर (125 मिलीलीटर)
प्रयोग की विधि
- अजमोद के पत्तों को 15 मिनट तक एप्पल साइडर विनेगर में भिगोकर छोड़ दें।
- कुछ मिनटों के लिए उन्हें चबाएं।
- हर बार ब्रश करने के बाद इस उपाय को दोहराएं।
एप्पल साइडर विनेगर
एप्पल साइडर विनेगर में मौजूद एसिटिक एसिड हमारे मुंह के पी.एच. स्तर को कम कर सूक्ष्मजीवों के पनपने वाली परिस्थितियों को ही बदल देता है।
सामग्री
- एप्पल साइडर विनेगर के तीन चम्मच (30 मिलीलीटर)
- एक कप पानी (200 मिलीलीटर)
प्रयोग की विधि
- एप्पल साइडर विनेगर को पानी में मिलाकर उसे किसी माउथवॉश की तरह इस्तेमाल करें।
नींबू
सांस की दुर्गंध से छुटकारा पाने के लिए नींबू के रस का इस्तेमाल सबसे पुराने उपचारों में से एक है। सिट्रिक एसिड जीभ और मसूड़ों में मौजूद बैक्टीरिया पर लगाम लगा देता है।
सामग्री
- एक नींबू
- एक कप पानी (200 मिलीलीटर)
प्रयोग की विधि
- नींबू के रस को एक कप पानी में निचोड़कर उसे मिला लें।
- इस तरल से दिन में कई बार गरारे करें।
पुदीने वाली चाय
मिंट यानी पुदीने की एंटीबैक्टीरियल खूबियाँ सांस की दुर्गंध और मुंह में पनपने वाले बैक्टीरिया को कम करने में एक अहम भूमिका निभाती हैं।
सामग्री
- मुट्ठी भर पुदीने की पत्तियां
- एक कप पानी (250 मिलीलीटर)
प्रयोग की विधि
- पानी को उबलने के लिए छोड़कर उसमें पुदीने की पत्तियां डाल दें। पांच मिनट तक धीमी आंच पर उबालकर तरल को छान लें। प्रत्येक बार भोजन के बाद इस चाय को पिएं।
नेटल टी
नेटल टी शरीर से विषैले तत्वों और भारी धातुओं को निकाल बाहर करने वाला एक पेय होता है।
हालांकि बहुत से लोग इस बात से अनजान हैं, लेकिन ये चीज़ें सांस की दुर्गंध को नियंत्रित करने की हमारी क्षमता को प्रभावित करती हैं।
सामग्री
- एक चम्मच नेटल (10 ग्राम)
- एक कप पानी (250 मिलीलीटर)
प्रयोग की विधि
- पानी के कप को उबलने के लिए रखकर उसमें थोड़ा नेटल डाल दें। फिर उसे कम आंच पर पांच मिनट तक उबलने दें।
- गैस बंद कर उसे ठंडा होने दें। इस चाय के रोज़ाना दो कप पिएं।
सौंफ
अलग-अलग किस्म के मसालों या मुंह के सूखेपन की वजह से पैदा होने वाली सांस की दुर्गंध से निपटने में सौंफ काफ़ी मददगार साबित होती है।
सामग्री
- एक चम्मच सौंफ (10 ग्राम)
प्रयोग की विधि
- खाना खाने के बाद हमेशा सौंफ के कुछ दाने चबाएं।
मेथी वाली चाय
अगर आपकी सांस की दुर्गंध के पीछे कैटैरल संक्रमण का हाथ है तो मेथी वाला यह नुस्खा आपके लिए एक शानदार विकल्प है।
सामग्री
- एक चम्मच मेथी के बीज (5 ग्राम)
- एक कप पानी (250 मिलीलीटर)
प्रयोग की विधि
- पानी को उबलने रखकर उसमें मेथी के बीज डाल दें।
- तरल को छानकर दिन में दो बार पिएं।
बदबूदार सांस के लिए इन उपायों के अलावा अपनी सेहत का ख्याल रखकर, सही टूथब्रश, टूथपेस्ट व फ्लॉस का इस्तेमाल कर मुंह की साफ़-सफ़ाई को चाक-चौबंद रखना न भूलें।
यह आपकी रुचि हो सकती है ...- Scully, C., & Greenman, J. (2008). Halitosis (breath odor). Periodontology 2000. https://doi.org/10.1111/j.1600-0757.2008.00266.x
- Porter, S. R., & Scully, C. (2006). Oral malodour (halitosis). British Medical Journal. https://doi.org/10.1136/bmj.38954.631968.AE
- Aylikci, B., & Çolak, H. (2013). Halitosis: From diagnosis to management. Journal of Natural Science, Biology and Medicine. https://doi.org/10.4103/0976-9668.107255