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नारंगी के छिलके की चाय पीने से आती है तुरंत नींद
नींद न आना एक गंभीर समस्या है। इसके कारण शरीर में समस्याएं पैदा होती हैं और लगातार थकान का अनुभव हो सकता है। आपकी दिनचर्या प्रभावित न हो और आपका शरीर भी ठीक से काम करे, इसके लिए रोज़ाना 7 घंटे या ज़्यादा की नींद लेना बहुत ज़रूरी है।

कभी-कभी कुछ लोगों को नींद आने में बहुत परेशानी होती है। इसके कई कारण हो सकते हैं जिनमें तनाव और नींद से संबंधित समस्याएं शामिल हैं। आज इस लेख में हम आपको नींद आने में मददगार एक आसान उपाय के बारे में बताएंगे और इसका नाम है- नारंगी के छिलके की चाय (Tangerine Peel Tea)।
अगर आप उन व्यक्तियों में से हैं जो सोने से पहले काफी देर तक बिस्तर में करवटें बदलते रहते हैं तो यकीन मानिए कि नारंगी के छिलके की चाय पीने से आप मात्र पांच मिनट में नींद के आगोश में होंगे।
लेकिन चाय से पहले एक ज़रूरी बात। क्या आप जानते हैं कि आपकी अनिद्रा (insomnia) का कारण क्या है? पहले इस समस्या के कारणों का पता लगाना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि इसे जड़ से समाप्त किया जा सके और आप एक बार फिर चैन की नींद सो सकें।
अनिद्रा (Insomnia) क्या है?
अनिद्रा (insomnia) एक बहुत आम नींद से संबंधित समस्या है। यह तब होती है जब कोई व्यक्ति चाहने पर भी सो नहीं पाता है। इस कारण वह बहुत कम नींद ले पाता है और उठने पर उसे लगता है कि उसकी नींद पूरी नहीं हुई है।
नींद की कमी के कारण शरीर में कई बदलाव आते हैं जैसे कि ऊर्जा की कमी, थकान, एकाग्रता की कमी और बेचैनी। इसके अलावा मात्र कुछ घंटों की नींद से आपके शरीर की कई प्रक्रियाएं प्रभावित हो जाती हैं।
वैसे कई ऐसे औषधीय उत्पाद हैं जो अनिद्रा दूर भगाते हैं। हालांकि ये आपके शरीर में निर्भरता और समस्याएं पैदा कर सकते हैं। बार-बार सेवन किए जाने पर आपका शरीर इनका आदी हो जाता है और सेवन रोक देने पर अनिद्रा की समस्या और गंभीर होने की संभावना बढ़ जाती है।
दुष्प्रभाव और लत लगने से बचने के लिए प्राकृतिक विकल्पों से बेहतर कोई उपाय नहीं है। इसीलिए, हम आपको बताने जा रहे हैं कि नारंगी के छिलकों की चाय कैसे बनाई जाए ताकि इसे आप एक नींद उपाय के रूप में इस्तेमाल कर सकें।
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अनिद्रा के कारण क्या हैं?
- तनाव
- अवसाद
- चिंता
- पारिवारिक समस्याएं
- वित्तीय समस्याएं
- रात में काम करना
- लगातार शेड्यूल में बदलाव के साथ लंबी दूरी की यात्राएं करना
- घबराहट
- रात में इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों और ध्यान भंग करने वाली अन्य चीज़ों का इस्तेमाल
कारण चाहे कोई भी हो, सौभाग्य से कुछ प्राकृतिक उपायों की मदद से आप अनिद्रा का मुकाबला कर सकते हैं।
नारंगी के छिलके के फ़ायदे
टैंजरिन (Tangerine) या मैंडरिन ऑरेंज (Mandarine Orange) के छिलकों के कई फ़ायदे होते हैं। ये अपच, तनाव और पेट में अल्सर से संबंधित समस्याएं ठीक करते हैं। यही नहीं, ये कोलेस्ट्रॉल और ब्लड ग्लूकोज़ भी कम करते हैं। ये यकृत को डिटॉक्सीफाई करने और प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने का काम भी करते हैं।
इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा सर्दी और जुकाम का मुक़ाबला करने में भी मददगार साबित होती है। इसके अलावा, अपने बेहतरीन एंटी-इन्फ्लामेटरी गुणों के कारण ये दर्द और सूजन से प्रभावी रूप से आराम दिलाते हैं।
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निद्रा उपाय के रूप में नारंगी के छिलकों की चाय
सामग्री
- 1 कप पानी (250 मिली.)
- 1 चम्मच सूखा कैमोमाइल (15 ग्रा.)
- 1 चम्मच सूखा लैवेंडर (15 ग्रा.)
- 1 चम्मच सूखा वैलेरियन (15 ग्रा.)
- एक ताज़ा नारंगी के छिलके
तैयारी
- सबसे पहले, एक कप के बराबर पानी बर्तन में डालें और गर्म करें।
- जब यह उबलने लग जाए तो एक-एक चम्मच सूखे हुए कैमोमाइल, लैवेंडर और वैलेरियन डालें।
- अंत में, नारंगी के छिलके मिलाएं और मिश्रण को कुछ मिनट तक उबलने के लिए छोड़ दें।
- गर्मागर्म चाय को बिस्तर पर जाने से ठीक पहले पीयें।
- मात्र 5 मिनट के अंदर आप जान जाएंगे कि यह एक शानदार नींद उपाय है क्योंकि नारंगी के छिलके अनिद्रा के कई कारणों में से एक- तनाव पर सीधा असर करते हैं।
यदि आप शांत और तनावमुक्त महसूस करते हैं तो निश्चित रूप से आपको नींद आने में आसानी होगी। विशेषकर रात में, अपना दिमाग शांत रखें और मन से किसी भी तरह की परेशानी जैसे कि तनाव या अवसाद पैदा करने वाले विचार निकाल फेंके।
आपके लिए यह समझना भी महत्वपूर्ण है कि रात केवल सोने के लिए है। एक बार जब आप इस बात को लेकर जागरूक हो जाएंगे तो आप अनिद्रा का कारण बनने वाली बुरी आदतों से छुटकारा पा लेंगे। रात में कामकाज न करें। इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों को दूर रखें और शरीर को आराम देने पर ध्यान लगाएं।
सोच-विचार करना छोड़ दें अन्यथा आप सो नहीं पाएंगे। अगर आपको कोई समस्या है तो रात में इस बारे में ज़्यादा न सोचें। आपके लिए सबसे अच्छा तो यह रहेगा कि आप अपनी ऊर्जा दोबारा प्राप्त करें ताकि अगले दिन आप अच्छी तरह सोच-विचार कर सकें कि समस्याओं का हल और सामना कैसे करना है।
अगर आपको लगता है कि नींद आने में बहुद ज़्यादा मुश्किल हो रही है तो किसी विशेषज्ञ की सलाह लेने से न झिझकें। वह आपको रिलेक्सेशन थेरेपी और ध्यान लगाने के बारे में बताएंगे और साथ ही साथ समस्या का मूल कारण खोजने में आपकी मदद करेंगे।
एक बात ध्यान रखें कि आपके लिए मदद हमेशा उपलब्ध हो सकती है। इसलिए, अकेले अनिद्रा से न जूझें और अपने आसपास मौजूद व्यक्तियों और दोस्तों की मदद ज़रूर लें।