दुनिया को सम्मान भरे बच्चे देने के लिए, उनकी परवरिश सम्मान के साथ करें
दुनिया को सम्मान भरे बच्चे देने के लिए ज़रूरी है कि बचपन में उनका सम्मान किया जाए, उन शुरुआती दिनों में जब वे एक व्यक्ति के रूप में बड़े हो रहे हैं।
जब शिक्षा की और पालन-पोषण की बात आती है, तब माता-पिता कोई भी तरीका अपनाने के लिए स्वतंत्र हैं जिसे वे अपनी मान्यताओं के अनुसार सबसे उचित समझते हैं।
फिर भी, एक पहलू है जिसकी आप कभी भी अनदेखी नहीं कर सकते। वह है आपके बच्चों की खुशी आपको यह भी याद रखना चाहिए, बच्चों को एक बेहतर और आलीशान दुनिया बनाना सिखाने का उत्तरदायित्व बड़ों का है।
अपने बच्चों को शिक्षा देना जिम्मेदारी का कार्य है। यह सबसे अहम कार्य है जिसकी जिम्मेदारी आप पर है। आपको इसकी सनक सवार नहीं होनी चाहिए। आप सबसे बढ़िया माता-पिता बनने के लिए संधर्ष भी नहीं कर सकते। कभी-कभी आपको अपने दिल की बात मान लेने की जरूरत होती है।
इस पोस्ट में हम इस बारे में बातें करना चाहते हैं कि जागरूक और सम्मान भरे बच्चे का पालन-पोषण कैसे करें।
प्यारे, सम्मान भरे बच्चे
जब कोई बच्चा दुनिया में आता है तब उसके बारे में आप ज्यादा कुछ नहीं जानते। आप कुछ ही महीनों या वर्षों में सबकुछ सीख भी नहीं सकते। जब वे प्रकृति से अपना चरित्र पाते हैं तब शायद इस पर भी ध्यान नहीं देते कि खुद आप उन्हें क्या बनाना चाहते हैं।
प्रत्येक बच्चा अपनी रुचि, अपनी पहचान विकसित करेगा और उसकी अपनी लालसाएँ और चिंताएं होंगी। बच्चे अपने माता-पिता की कार्बन कॉपी नहीं हैं। हर उस चीज को तय करना आपका काम नहीं है, जिसे वे सोचते और अनुभव करते हैं।
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आपका काम विकास की प्रक्रिया में प्यार और आदर सहित उनका साथ देना है। यदि आप सम्मान भरे बच्चे चाहते हैं तब इससे बढ़िया कुछ भी नहीं है कि उन बच्चों का आदर करते हुए, उन्हें प्यार और उनकी कद्र करते हुए उनका पालन-पोषण करें।
अपने बच्चों के स्वाभाविक विकास का सम्मान करें
90 के दशक में शुरुआती उकसाव का टॉपिक बहुत अहम बन गया था। बेशक यह एक अद्भुत और प्रमुख रणनीति है। यह विकास समस्या से पीड़ित बच्चों को कुछ बुनियादी प्रक्रियाओं को सुधारने की अनुमति देता है।
- शुरुआती उकसाव को “तेजी लाना” समझने का भ्रम न करें। कुछ माताएँ हैं जिन पर अपने चार वर्ष के बच्चे को जबरदस्त रीडर बनाने का जुनून सवार हो जाता है।
- कुछ परिवार हैं जो अपने पाँच वर्ष के बच्चों को गणित के सवाल हल करना सिखाते हैं। वे पहले से ही बैले, म्यूजिक क्लास में जाने के अलावा फुटबॉल खेलना भी सीख रहे होते हैं।
- कभी-कभी तेजी लाना यानी एक्स्लेरेशन दुनिया में तनाव-भरे बच्चे पैदा करता है। बढ़िया प्रदर्शन के दबाव में तनाव, चिंता और दबाव का शिकार होकर वे कभी भी सम्मान भरे बच्चे नहीं बन सकते।
- अपने बच्चों को “प्यार की धीमी आग” के साथ बड़ा होने दीजिए। उन्हें खेलने दीजिए। उन्हें अपने सामने की दुनिया की खोज करने दीजिए। उन्हें अपने पहले कदम उठाने दीजिए। उन्हें पार्क में गिरने, दौड़ने, गिरने और गिर कर फिर उठने दीजिए।
ये सभी उपाय बच्चों के विकास का सम्मान करते हैं। जब उन्हें अनुभव होगा कि उन्हें प्यार किया जा रहा है, उनका आदर किया जा रहा है, तब वे भी सम्मान भरे बच्चे बनेंगे।
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उनकी भावनाओं को समझें, इन्हें सही दिशा देनें में उनकी मदद करें
जब आप अपने बच्चों पर चिल्लाते हुए कहते हैं, “इतने बड़े हो गए हो, फिर भी रोते हो,” या “मेरे पास तुम्हारी बकवास के लिए समय नहीं है, मैं थक गया/गयी हूँ,” तब आप उनकी भावनाओं की दुनिया हमेशा के लिए बदल देते हैं।
- सम्मान करने की शिक्षा ऐसे तरीके से दी जाती है जिससे उनकी भावनाओं की दुनिया को सही मार्ग मिलता है। इससे वे अपने गुस्से, डर और चिंता को समझ सकते हैं।
- किसी की भावनाओं का आदर करना स्वास्थ्य और विकास के लिए एक प्रयोग है जिसके लिए आपके बच्चे हमेशा आपके कृतज्ञ रहेंगे।
- यदि उन्हें महसूस होता है कि उन्हे सुना जा रहा है, जब वे देखते हैं कि उनके द्वारा कहे गए प्रत्येक शब्द पर ध्यान दिया जाएगा, तब वे सुरक्षा और परिपक्वता की भावना के साथ विकसित होंगे।
आदर के साथ शिक्षा का यह मतलब नहीं है कि आप अपने बच्चों के लिए सीमाएँ तय नहीं करते। यह ज़रूरी है। ठीक उसी तरह जैसे बाकी समाज आपकी सीमाएँ तय करता है। आपके बच्चों को कुछ नियम और उत्तरदायित्व स्वीकार करने में सक्षम होना पड़ेगा।
अधिकार और उत्तरदायित्व सिखाना भी किसी बच्चे की शिक्षा में सम्मान का एक रूप है। यह उन्हें अपनी निराशाओं को संभालने और यह समझने की अनुमति देता है कि हर वक्त उनसे क्या अपेक्षा की जाती है।
यदि किसी बच्चे को मालूम नहीं है कि उसकी सीमाएँ क्या है तब वह प्रतिदिन उन्हें लांघने की कोशिश करेगा। इसके परिणाम नकारात्मक होंगे और वे आपको निराश और हैरान छोड़ देंगे।
दूसरी ओर, सम्मान भरे बच्चे को जानकारी रहेगी कि अपना सम्मान कैसे किया जाए।
अपने बच्चों का रोल मॉडल बनिए
आप देख सकते हैं, इस प्रकार का सम्मान से भरी परवरिश एक ऐसी चीज है जिसका अधिकतर परिवार प्रतिदिन अभ्यास करते हैं। वे ऐसा इसलिए करते हैं, क्योंकि वे समझते हैं, प्यार और आदर अदृश्य बंधन हैं जो उनके बच्चों के विकास का मार्गदर्शन करते हैं।
- बच्चों को सुरक्षित होकर चलने में सक्षम होने की ज़रूरत है। पर यह जानते हुए कि वे क्या कर सकते हैं और क्या नहीं कर सकते, उन्हें अपनी चाल बनाए रखने की आजादी देना भी ज़रूरी है।
अपने बच्चों के लिए सबसे बढ़िया रोल मॉडल बनिए। याद रखिए, इस समय वे जीवन के “नन्हें विद्यार्थी” हैं। वे शब्दों से अधिक उदाहरणों से सीखते हैं।
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