5 नेचुरल टी: पेट की गैस के अचूक इलाज़

5 नेचुरल टी: पेट की गैस के अचूक इलाज़

आखिरी अपडेट: 15 अगस्त, 2018

पेट में गैस का बनना बहुत ही आम बात है। यह गैस अक्सर नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, हाइड्रोजन और मीथेन से मिलकर बनती है। आम-तौर पर सल्फर गैस भी कुछ मात्रा में उनमें शामिल होती है, जिसकी वजह से पेट की गैस (जब बाहर निकलती है) से एक विशिष्ट किस्म की बदबू आती है। पेट में गैस का बनना और पेट फूलना मामूली शारीरिक घटनायें हैं।

फिर भी, कुछ लोग जिन्हें इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम या दूसरी पेट की समस्याएं हैं उनके लिए यह गैस पेट दर्द के साथ-साथ और भी कई गंभीर लक्षण पैदा कर सकती है।

पेट की गैस का कारण (Why do gases form?)

कार्बोनेटेड ड्रिंक्स समेत फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, सेलूलोज़, प्रोटीन और फैट से भरपूर कुछ खास फूड पेट और आँतों में गैस बनने का कारण हो सकते हैं। यह गैस आँतों के अन्दर बैक्टीरियल फर्मेंटेशन का नतीजा भी हो सकती है, जो पेट की गैसों में बदल जाती है। ये कार्बोहाइड्रेट फर्मेंट करने वाले ऑलिगोसैकेराइड, डाइसैकेराइड, मोनोसैकेराइड और पॉलीओल्स होते हैं।

पेट में कार्बोहाइड्रेट के फर्मेंटेशन से निकलने वाली गैस आंतों से होते हुये आगे बढ़ने में सक्षम होती हैं। आखिर में शरीर उन्हें हवा के रूप में बाहर निकाल देता है।

पेट की गैस: नेचुरल टी

पेट की गैस के लिए 5 नेचुरल टी

1. मोटी सौंफ (Anise)

मोटी सौंफ पेट की गैस को कंट्रोल करने के लिए सबसे पॉपुलर ड्रिंक्स में अपनाई जाती है क्योंकि यह आँतों की सूजन को कम करती है और पाचन में मदद करती है।

जरूरी चीजें

  • 1 बड़ा चम्मच मोटी सौंफ (ऐनिस) के बीज (15 ग्राम)
  • 1 कप पानी (250 मिलीलीटर)

बनाने का तरीका

  • जब तक कि पानी उबल न जाये इसे गर्म करें और फिर उसमें मोटी सौंफ के दाने डाल दें।
  • एक बार जब आप इसमें उबाल आ जाये, तो इसे आंच से हटा दें और 12 मिनट तक ठंडा होने के लिये छोड़ दें।
  • हर बार खाना खाने के बाद एक कप चाय पियें।

2. पुदीना (Mint)

पेट की गैस: मिंट

पुदीना यानी मिंट एक प्राकृतिक औषधि है जो पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं के साथ-साथ दूसरी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज़ के लिए जानी जाती है। पुदीने में मौजूद मेन्थॉल पित्त को सक्रिय करने के साथ-साथ पाचन रस का स्राव बढ़ाने के लिए भी बहुत कारगर है। यह पेट की गैस के साथ-साथ पाचन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए सबसे बेहतरीन औषधियों में से एक है।

जरूरी चीजें

  • 1 बड़ा चम्मच पुदीने के पत्ते (15 ग्राम)
  • 2 कप पानी (500 मिलीलीटर)

बनाने का तरीका

  • पुदीना मिला हुआ पानी लें और इसे उबालें, पुदीने के पत्तों को कुछ देर भीगने दें।
  • 12 मिनट तक पानी को ठंडा होने के लिये रख दें और पत्तों को निकाल लें।
  • इसे दिन में दो बार पियें: एक कप खाली पेट और दूसरा कप सोने से पहले।

3. कैमोमाइल (Chamomile) टी

कैमोमाइल उन फूलों में से एक है जिसे प्राचीन समय में बहुत अच्छी तरह से जाना जाता था और इस्तेमाल किया जाता था। कैमोमाइल का सेवन करना बदहजमी और पेट की गैस (पेट फूलना) सहित कई पाचन सम्बन्धी रोगों से छुटकारा पाने का एक शानदार तरीका है।

पेट की गैस से छुटकारा दिलाने के गुणों के अलावा, इसका एक कार्मिनिटिव असर भी है, जो पाचन तंत्र को पेट की गैस से छुटकारा दिलाता है। यह पेट की सूजन को कम करता है और बहुत तेजी से राहत देता है।

जरूरी चीजें

  • 1 बड़ा चम्मच कैमोमाइल के फूल (15 ग्राम)
  • 1 कप पानी (250 मिलीलीटर)

बनाने का तरीका

  • एक सही आकार के बर्तन में पानी और कैमोमाइल के फूलों को गर्म करें।
  • जब वे उबालने लगें, तो आंच से हटा दें और इसे 12 मिनट तक ठंडा होने के लिये छोड़ दें।
  • एक हफ्ते तक हर दिन एक कप लेते रहें।

इसे भी पढ़ें: 5 प्राकृतिक नुस्खे नर्वस गैस्ट्राइटिस के लिए

4. सौंफ़ के दाने (Fennel seeds)

पेट की गैस के लिए सौंफ़ बीज -1

सौंफ एक पौधा है जो अजवाइन से काफी मिलता-जुलता है, लेकिन इसका स्वाद एनीज (मोटी सौंफ) के जैसा होता है। लोग सदियों से सौंफ का इस्तेमाल अलग-अलग तरह के दर्द और पेट से जुड़ी परेशानियों के इलाज़ के लिये करते रहे हैं।

  • इसमें मौजूद विटामिन C के लिए धन्यवाद, सौंफ़ आँतों में बैक्टीरिया की मौजूदगी को कम करने में मदद करता है, पाचन में मदद करता है और पेट की गैसों के बनने को कम करता है।
  • इसके अलावा, हिस्टिडाइन, एक एमिनो-एसिड जो सौंफ़ में मौजूद होता है, यह गैस्ट्रिक जूस (जठर-रस) की पैदावार को बढ़ाता है, जिससे, फैट या दूसरे पोषक तत्वों के पाचन में सुधार होता है।

जरूरी चीजें

  • 1 बड़ा चम्मच सौंफ के दाने (15 ग्राम)
  • 2 कप पानी (500 मिलीलीटर)

बनाने का तरीका

  • सौंफ़ के बीज मिलाये हुये पानी को हल्की आँच पर गर्म करें।
  • जब यह उबालने लग जाये, तो इसे आँच से हटा दें और 12 मिनट तक ठंडा होने के लिये रख दें।
  • दिन में दो बार पियें: एक बार खाली पेट और दूसरी बार सोने से पहले।

5. दालचीनी (Cinnamon)

दालचीनी अपनी खुशबू और स्वाद के चलते किचन का एक पसंदीदा मसाला है। इतना ही नहीं, यह आपके पाचन तंत्र के लिए भी बहुत फायदेमंद हैदालचीनी मतली और उल्टी रोकने के साथ-साथ पेट का फूलना, पेट की गैस, मांसपेशियों तथा पेट की ऐंठन से भी मुकाबला कर सकती है।

जरूरी चीजें

  • 2 दालचीनी के टुकड़े
  • 1 कप पानी (250 मिलीलीटर)

बनाने का तरीका

  • पानी और 2 दालचीनी के टुकड़ों को गर्म करें।
  • जब पानी उबालने लगे, तो उसे आंच से हटा दें।
  • इसे ठंडा होने दों और रोजाना 1 कप पीयें।

इन प्राकृतिक नुस्खों के अलावा, पेट के आस-पास मालिश करने से भी पेट की गैस को बाहर निकलने में आसानी हो सकती है।


यह पाठ केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान किया जाता है और किसी पेशेवर के साथ परामर्श की जगह नहीं लेता है। संदेह होने पर, अपने विशेषज्ञ से परामर्श करें।