घर पर खुद लहसुन कैसे उगाएं
अपने स्पेशल फ्लेवर के कारण लहसुन तरह-तरह के व्यंजनों का अभिन्न हिस्सा माना जाता है। इसके अलावा इसमें कई तरह के औषधीय गुण भी होते हैं। यह सच है कि यह ब्लड प्रेशर घटाता है और कोलेस्ट्रॉल को धमनियों की दीवारों से चिपकने से रोकता है। इन तमाम गुणों का लाभ उठाने के लिए इसे घर पर उगाना ज़्यादा अच्छा रहेगा।
अगर अब आप पूछेंगे कि क्या वाकई सारी प्रक्रिया जैसे कि मिट्टी तैयार करना, पौधे लगाना और फिर उनकी देखभाल कर पाना संभव है, तो इसका उत्तर है- हां, ऐसा करना बहुत आसान है। न केवल इसलिए कि यह स्वास्थ्यवर्धक है, बल्कि इसलिए भी कि ऐसा करके आप अलग-अलग व्यजंनों को खाने का आनंद भी उठा सकेंगे।
घर पर लहसुन उगाने के फ़ायदे
- आपको इस बात का पूरा भरोसा रहेगा कि आपका लहसुन फर्टिलाइज़र और टॉक्सिक पदार्थों से मुक्त है।
- चाहे लहसुन की खेती करना हो या किसी और खाद्य पदार्थ की, आपको इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। भले ही आपकी उम्र कुछ भी हो, इससे आपको सावधानी बरतने के साथ-साथ धैर्य रखने की सीख मिलती है। इससे तनाव दूर होता है और व्यक्ति का ध्यान काम पर केंद्रित रहता है। यानी कुल मिलाकर आपको सुख-शांति मिलती है।
- घर में उगाई गईं चीजों में पोषक तत्व भी भरपूर होते हैं। इनमें पाए जाने वाले विटामिन और मिनरल में स्पेशल ट्रीटमेंट के कारण किसी तरह की मिलावट नहीं होती है जैसा कि कई बार सुपरमार्केट से लाई गईं चीज़ों में आपको नज़र आती है।
- लहसुन की सुगंध कई स्वादिष्ट व्यंजनों और दोस्तों या परिजनों के साथ बिताए गए यादगार पलों की याद दिलाती है।
- लंबे समय के लिये खुद घर पर लहसुन उगाने का खर्च भी कम बैठता है। यह निस्संदेह पैसे बचाने का भी एक अच्छा तरीका है।
- लहसुन हार्वेस्ट करने पर आपको इस्तेमाल के लिए एकदम ताज़ा उत्पाद मिलेगा।
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खुद लहसुन उगाने के लिए ज़रूरी चीज़ें
असल में लहसुन लगाना और उसकी खेती करना बहुत आसान है। आपको सिर्फ़ इतना सुनिश्चित करना है कि पानी और सूरज की रोशनी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे (मिट्टी को नम रखने के लिए आपको इसमें अक्सर पानी डालना होगा)।
सबसे पहले लहसुन की एक गांठ खरीदें और फिर बना छिलका हटाए उसकी कलियों को अलग कर लें। मिट्टी तैयार करने के लिए नेचुरल फर्टिलाइज़र का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप किसी क्यारी में लहसुन बोने की सोच रहे हैं तो पहले मिट्टी में वे खांचे बना लें जिनमें लहसुन की कलियां गाड़ेंगे।
कली को 10 सेंटीमीटर की गहराई में प्लांट करें और उसका सिरा ऊपर की ओर रखें। आपको इन्हें एक-दूसरे से 15 सेंटीमीटर की दूरी पर प्लांट करना होगा। बाद में हर एक कली बढ़कर लहसुन की पूरी गांठ के रूप में विकसित हो जाएगी।
क्या यह इतना ही आसान है? दरअसल, आपको मिट्टी तैयार करते समय कई बातों को ध्यान में रखना होगा। आगे हम हर एक तथ्य के बार में विस्तार से जानकारी देंगे।
खुद लहसुन उगाने से पहले ये बातें ध्यान में रखें
- उत्तरी गोलार्द्ध में लहसुन की बुवाई करने का सबसे सही समय वसंत या शरद ऋतु है। अगर आप इसे किसी गमले में लगाने जा रहे हैं तो उसका आयतन कम से कम 3 तीन लीटर और गहराई 25 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
- अगर इसे गार्डन में बोने जा रहे हैं तो आपको अपने लहसुन की कतारें लगभग 30 सेंटीमीटर दूर रखनी चाहिए। इस तरह पौधों को बढ़ने के लिए पर्याप्त स्थान मिलेगा और पौधे शुरुआत से ही एक-दूसरे को नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे।
- बीज को बोने के बाद उन्हें हार्वेस्ट करने के लिए आपको लगभग साढ़े तीन महीने तक इंतजार करना होगा।
आप अपने प्रयास में कामयाब रहें, इसके लिए उपजाऊ मिट्टी का होना बहुत ज़रूरी है। इसलिए हमारी आपको सलाह है कि मिट्टी में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाने के लिए उसमें कंपोस्ट (अगर मिट्टी बहुत हल्की है तो खाद मिलाएं ) डालें।
हमारी एक सलाह यह भी है कि मिट्टी में पोषक तत्वों की गुणवत्ता और मात्रा बढ़ाने के लिए केवल नेचुरल फर्टिलाइज़र का ही इस्तेमाल करें।
लहसुन की देखभाल
पौधों को खुली धूप और भरपूर पानी की ज़रूरत पड़ती है। इसलिए आपको इसे ऐसी जगह पर उगाना चाहिए जहां इन्हें ख़ूब खुली धूप मिल सके।
साथ ही, मिट्टी को नम बनाए रखने के लिए आपको पौधों को अक्सर पानी देना होगा। आपको मिट्टी सूखने नहीं देना है। इससे पौधे मर जाएंगे।
ध्यान रखें कि पौधों में डाले जाने वाले पानी की मात्रा आपके रहने की जगह और वहां के मौसम पर भी निर्भर करती है।
अगर आप पौधों में बहुज ज़्यादा पानी डालेंगे तो उनमें बीमारियां लगने का ख़तरा बढ़ जाएगा। वहीं, अगर आप मिट्टी को सूख जाने देंगे तो लहसुन की गांठ छोटी रह जाएगी या फिर पौधे बिलकुल बढ़ेंगे ही नहीं।
इस तरह, घर पर इसे उगाना बहुत आसान है लेकिन आपको कुछ बातें ध्यान में रखनी होंगी ताकि किसी तरह की परेशानी से बचा जा सके।
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