मसूड़ों के रोग के लिए असरदार नेचुरल ट्रीटमेंट
सूजे हुए मसूड़े मुंह के सबसे आम रोगों में से एक है जिनका सामना डेंटिस्ट को करना पड़ता है। इस बीमारी को मसूड़े की सूजन के रूप में जाना जाता है। आम तौर पर मसूड़ों के रोग मुंह की साफ़-सफाई और दूसरी बुरी आदतों के कारण होते हैं।
मुंह की पर्याप्त साफ़-सफाई न होने पर मुंह में रहने वाले बैक्टीरिया और माइक्रोब कई गुना बढ़ जाते हैं। इसके अलावा बैक्टीरिया की बहुत ज्यादा बढ़त से होने वाली सूजन आपके दांतों को सपोर्ट करने वाले टिशू को नष्ट कर देती है। वक्त पर इसका इलाज न होने पर आपके मसूड़े आपके दांतों से अलग हो जाते हैं। इसे पीरियोडोंटाइटिस के नाम से जाना जाता है।
संक्रमित मसूड़े इस हिस्से में सेंसीटिविटी और दर्द का कारण बनते हैं। वे लाल हो जाते हैं। ज्यादातर मामलों में थोड़ा खून भी आता है। यदि आप अपने डेन्टिस्ट की सलाह पर अमल करें तो आप अच्छे ओरल हाइजीन और स्वस्थ मसूड़े पा सकते हैं।
मसूड़ों की सूजन को ठीक करने के उपाय
मसूड़ों की सूजन के लिए कई पॉपुलर नेचुरल ट्रीटमेंट हैं। इनमें से ज्यादातर आम सामग्री से बने होते हैं, जैसे कि एलोवेरा और नींबू का रस, जिनके विभिन्न गुण इसमें मदद करते हैं।
इनमें से कुछ नुस्खे संभावित रूप से असरदार हो सकते हैं, पर इनके कथित फायदे और उनके साइड एफ़ेक्ट को लेकर कोई वैज्ञानिक प्रमाण या सबूत नहीं है।
दरअसल वैज्ञानिकों का कहना है कि इंसान में इनकी उपयोगिता को जानने और उन्हें निर्धारित करने के लिए इन सामग्रियों के गुणों पर ज्यादा रिसर्च की जरूरत है।
यदि आप इनमें से किसी भी नुस्खे को आजमाना चाहें तो ध्यान रखें कि यह अभी साबित नहीं हुआ है कि वे समस्या को बिल्कुल खत्म करेंगे या आपके मामले राहत देंगे। जो भी हो इन्हें आपको डॉक्टर के बताए गए इलाज के सप्लीमेंट के रूप में ही लें।
संक्रमित मसूड़े: एलोवेरा का इस्तेमाल करें
एलोवेरा व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला पौधा है। लोगों का मानना है कि इसमें एंटीफंगल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और हीलिंग गुण होते हैं। इसलिए कुछ लोग मसूड़े की सूजन का मुकाबला करने के लिए एलोवेरा आजमाते हैं।
दरअसल हाल की एक स्टडी से पता चला है कि यह कुल्ला किये जाने में इस्तेमाल होने पर कुछ राहत दे सकता है, क्योंकि यह सूजन को कम करने में मददगार है।
अगर ब्रश करने के बाद एलोवेरा को माउथवॉश की तरह इस्तेमाल करने की इच्छा न हो तो एक एलोवेरा स्टेम ले सकते हैं, इसे छील लें और इसे ढेर सारे पानी से धो लें, फिर एलोवेरा वेरा जेल को सीधे मसूड़ों की सूजन पर लगा दें। इसे निगलें नहीं!
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लौंग (Cloves)
इस प्रसिद्ध मसाले का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढाने के लिए किया जाता है। इसमें एनाल्जेसिक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं और इसमें फ्लेवोनोइड भी होते हैं। इसलिए यह माना जाता है कि यह मसूड़ों की सूजन का दर्द दूर करने में मदद कर सकता है।
सामग्री
- 5 लौंग
- 1 कप पानी
कैसे इस्तेमाल करें?
सबसे पहले लौंग को गर्म पानी में डालकर माउथवॉश बनाएं। इसे इस्तेमाल करने से पहले ठंडा होने दें।
मसूड़ों के रोग के लिए असरदार खारा पानी
यह एक ऐसा नुस्खा है जो दादी-नानी मसूड़ों की सूजन के लिए करती आई हैं। मान्यता यह है कि साल्ट वाटर आपके मुंह में सूजन को कम करने और नुकसानदेह बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करता है।
इसका फायदा उठाने के लिए बस नमक के साथ पानी का मिश्रण तैयार करें और ब्रश करने से पहले और बाद में कुछ मिनटों के लिए इससे कुल्ला करें।
यह माना जाता है कि अगर आप समुद्री नमक का उपयोग करते हैं तो यह ज्यादा असरदार हो सकता है, पर यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं है।
कैसे इस्तेमाल करें?
- सबसे पहले नमक और पानी का मिश्रण बनाएं।
- फिर इसे कुछ मिनट के लिए अपने मुंह में इधर-उधर घुमाएं।
- बाद में ब्रश करें।
कुछ लोग मानते हैं कि यदि आप समुद्री नमक का उपयोग करते हैं तो यह उपाय अधिक प्रभावी है, लेकिन उस दावे का समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
नमक और अदरक (salt and ginger)
दूसरा नुस्खा जो मसूड़ों की सूजन के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है, वह है अदरक। इस मसालेदार जड़ में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं जो मसूड़ों के रोग से कुछ राहत दे सकते हैं।
सामग्री
- 1 छोटा टुकड़ा अदरक
- एक चुटकी नमक
कैसे इस्तेमाल करें?
- अदरक का एक टुकड़ा लें और इसे तब तक पीसें जब तक कि चिकना पेस्ट न मिले
- जितना हो सके नमक लें और एक पेस्ट जैसी स्थिरता पाने के लिए पानी की कुछ बूंदें मिलाएं
- अंत में सूजन वाले अंग की मालिश करने के लिए प्राप्त मिश्रण का उपयोग करें
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कुछ दूसरी बातें
संक्रमित मसूड़े आपके दांतों के आसपास के टिशू को जख्मी कर देते हैं। वे बदबूदार सांस का कारण बनते हैं, और कई मामलों में दांतों को नुक्सान पहुंचाते हैं।
इस बीमारी से बहने वाले खून के कारण यह बैक्टीरिया और माइक्रोब के लिए फलने-फूलने का अड्डा बन सकता है। वे गंभीर संक्रमण पैदा कर सकते हैं और दूसरे दांतों में फैल सकते हैं।
कुछ दूसरे रोग हैं जिनमें आप मसूड़ों की सूजन से पीड़ित हो सकते हैं। इसके अलावा एक्सपर्ट ने इसे बीमारियों और कुपोषण से जोड़ा है जो आपकी इम्यून सिस्टम पर हमला कर सकते हैं। ये इस बीमारी से पीड़ित होने का जोखिम बढ़ा सकते हैं।
इसलिए अपनी डेली डाइट में फाइबर को शामिल करना बहुत महत्वपूर्ण है। आपको अनाज और बीज शामिल करना चाहिए।
अन्य सिफारिशें
- ब्रोकली और एस्पेरेगस जैसी हरी सब्जियां खाएं। ये फोलिक एसिड और विटामिन C के बड़े स्रोत हैं।
- रिफाइंड शुगर और मैदे का सेवन कम करें। क्योंकि ये ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो बैक्टीरिया की बढ़त को प्रोत्साहित करते हैं। ये खाद्य आपकी मुंह की सेहत को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
- ब्रेसिज़, रिटेनर या डेन्चर होने से मुंह की सफाई में रुकावट आती है इसलिए जरूरी है कि अपने मुंह को गहरे से साफ करें।
- हर साल दो बार प्रोफेशनल क्लीनिंग कराएं और नियमित रूप से अपने डेंटिस्ट से मिलें। रोकथाम इस समस्या से बचने की कुंजी है।