जोड़ों का दर्द कम करने के लिए 3 जिलेटिन उपचार
जोड़ों का दर्द आघात, तनाव, या कुछ पुरानी स्थितियों के विकास के परिणामस्वरूप हो सकता है।
इसके लक्षण आपके कार्य-कलाप सीमित कर सकते हैं। ये धीरे-धीरे आपको विकलांगता की ओर ले जाते हैं और जीवन की गुणवत्ता को बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं।
वृद्ध लोग जोड़ों के दर्द से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। वे कार्टिलेज, टेंडन और लिगामेंट के टूटने के नतीजों को झेल रहे होते हैं।
यह उन लोगों के बीच भी आम है जो रूमेटोइड आर्थराइटिस, ऑस्टियो आर्थराइटिस और सूजन की अन्य स्थितियों से पीड़ित हैं। ये सभी स्थितियाँ जॉइंट्स और स्केलेटन को प्रभावित करती हैं।
जोड़ों के दर्द के उपचार में आमतौर पर कई किस्म के के पेनकिलर और फ़िजिओथेरेपी शामिल हैं।
हालांकि, कई ऐसे प्राकृतिक नुस्ख़े हैं, जिनके गुण सूजन को कम करने में मदद करते हैं। ये जोड़ों का दर्द और और इसके लक्षणों को भी शांत करते हैं। नेचुरल जिलेटिन ट्रीटमेंट ऐसे ही उत्पादों में से एक हैं, जो अपनी ऊँची पौष्टिकता के लिए जाने जाते हैं।
आज हम आपके साथ जोड़ों के दर्द के लिए जिलेटिन के मुख्य लाभ की जानकारी शेयर करना चाहते हैं। ये तीन जिलेटिन ट्रीटमेंट आप अपने जोड़ों का दर्द दूर करने के लिए आज़मा सकते हैं।
जोड़ों का दर्द – नेचुरल जिलेटिन ट्रीटमेंट के क्या फायदे हैं?
जिलेटिन एक ऐसा घटक है जो गाय और सुअर की हड्डियों और त्वचा की प्रोसेसिंग से प्राप्त होता है। इसे कोलेजन के सबसे शक्तिशाली, प्राकृतिक स्रोतों में से एक माना जाता है। यह क्षतिग्रस्त टिशू के पुनर्निर्माण में मदद करता है।
क्योंकि यह पशु कोलेजन से लिया गया है, इसके अंदर प्रोटीन की मात्रा काफी अधिक (लगभग 90%) होती है।
जिलेटिन में पानी, खनिज, विटामिन और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी अच्छी ख़ासी मात्रा में होते हैं। ये हड्डियों, जोड़ों, बालों और नाखूनों को अधिक स्वस्थ बनाते हैं।
इनमें से अधिकांश लाभ आपको जिलेटिन के सेवन से ही मिलते हैं। लेकिन कुछ तरीके ऐसे भी हैं, जिनमें इसे बाहरी तौर पर लगाने से भी आपको राहत मिल सकती है।
1. जिलेटिन ट्रीटमेंट: कॉम्प्रेस
जिलेटिन कॉम्प्रेस जोड़ों को प्रभावित करने वाली सूजन पर नियंत्रण करने का एक उपयोगी तरीका है। साथ ही, यह दर्द को भी कम करता है।
इससे एक आरामदायक प्रभाव पड़ता है, जो अत्यधिक शारीरिक गतिविधि के बाद थकान कम करता है। यह आपके शरीर को तनाव से भी राहत देता है।
सामग्री:
- 1 बड़ा चमचा बिना फ्लेवर वाला जिलेटिन (10 ग्राम)
- 1 लीटर पानी
- 1 चौड़ी पट्टी
- प्लास्टिक की 1 शीट
आपको क्या करना है?
पट्टी को गर्म पानी में भिगो दें और इसे कई बार फोल्ड करें।
अब इस पर बिना फ्लेवर वाला जिलेटिन डालें और इसे दर्द से प्रभावित जगह पर लगाएँ।
प्लास्टिक की शीट से कवर करें और संपीड़न को एक घंटे के लिए छोड़ दें।
जब तक आपका दर्द कम न हो जाए तब तक इसे हर दिन दोहराएं।
2. ठंडे पानी के साथ जिलेटिन
यह उपाय आपके शरीर को काफी मात्रा में प्रोलाइन (proline) और हाइड्रॉक्सीप्रोलिन (hydroxyproline) प्रदान करता है। ये दोनों शरीर के लिए अति आवश्यक एमिनो एसिड हैं। कनेक्टिव डैमेज और जोड़ों, मांसपेशियों और हड्डी के दर्द को शांत करते हैं।
सामग्री:
- 1/2 बड़ा चमचा बिना फ्लेवर वाला जिलेटिन (5 ग्राम)
- 1/2 कप बर्फ का पानी (100 मिलीलीटर)
- 1/2 कप गर्म पानी (100 मिलीलीटर)
आपको क्या करना है?
जेलाटिन को बर्फ के पानी में डालें और इसे रात भर छोड़ दें।
सुबह इसे गर्म पानी में डालें और डबल बॉयलर में रखकर गरम करें।
जब जिलेटिन तैयार हो जाये, तो इसे आंच से हटा दें और इसे लेने से पहले कुछ मिनट प्रतीक्षा करें।
अपने नियमित नाश्ते से कम से कम आधे घंटे पहले खाली पेट पर खाएं।
इसे अधिक सुखद स्वाद देना चाहते हैं? तो इसे नारंगी या अन्य फलों के रस में मिला कर लें।
3. नेचुरल जिलेटिन मिल्क
जिलेटिन मिल्क नाश्ते के लिए अच्छा विकल्प है। यह आपके शरीर के ऊर्जा भंडार को “रिचार्ज” करने में मदद करता है।
18 आवश्यक एमिनो एसिड और कोलेजन के उच्च स्तर जोड़ों और हड्डियों को मजबूत करने में मदद करते हैं।
सामग्री:
- बिना फ्लेवर वाला जिलेटिन 2 चम्मच (20 ग्राम)
- ठंडा दूध 3/4 कप (150 मिलीलीटर)
आपको क्या करना है?
जिलेटिन को ठंडे दूध में डालें और इसे कम से कम एक घंटे तक छोड़ दें।
एक डबल बॉयलर में मिश्रण को गर्म करें और उबाल शुरू होने से ठीक पहले आंच से हटा दें।
यदि आप चाहें तो मीठा करने के लिए इसमें थोड़ी शहद मिला सकते हैं।
10 से 15 मिनट तक ठंडा होने के बाद जिलेटिन मिल्क का सेवन करें।
जोड़ों के दर्द के लिए इस उपाय को लगातार तीन सप्ताह तक आजमाना चाहिए।
यहां दिये गए सभी जिलेटिन ट्रीटमेंट जोड़ों का दर्द कम करने में मदद करने के लिए हैं। यदि उपचार के दो हफ्तों के बाद भी आपका दर्द बना रहता है या बढ़ जाता है, तो अपने डॉक्टर की सलाह लें।
वैसे तो जिलेटिन पूरी तरह सुरक्षित है और शायद ही कभी दुष्प्रभाव का कारण बनता है। फिर भी, यदि आप हार्ट की समस्याओं से पीड़ित हैं या पुराने पाचन रोगों का सामना कर रहे हैं, तो विशेषज्ञों की सलाह है कि इसका उपयोग न करें।
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