5 टॉपिकल हर्बल सोरायसिस ट्रीटमेंट
टॉपिकल हर्बल सोरायसिस ट्रीटमेंट ने ऐसे कई रोगियों का ध्यान खींचा है जो इसके लक्षणों से जूझ रहे हैं। इस स्थिति में डॉक्टर के देखभाल की ज़रूरत होती है। फिर भी ये प्राकृतिक विकल्प इस रोग के लक्षणों से राहत दे सकते हैं।
सोरायसिस एक ऑटोइम्यून रोग है जो त्वचा की सेहत पर असर डालती है। अनुमान है कि यह ग्लोबल आबादी के 2% हिस्से को प्रभावित करता है। कई मामलों में यह रोग सोरायटिक आर्एथराइटिस (psoriatic arthritis) के रूप में प्रकट होता है।
इसके लक्षणों का मुकाबला करने के कुछ आधुनिक तरीकों में ओरल मेडिसिन और लाइट थेरेपी आती हैं। हालांकि, इन पौधों के फायदों का प्रमाण खोजने के लिए अभी भी ज्यादा रिसर्च की ज़रूरत है।
सोरायसिस क्या है (What is Psoriasis)?
सोरायसिस एक क्रोनिक बीमारी है। यह त्वचा की कोशिकाओं के तेजी से इकट्ठे होने का कारण बनती है। बदले में यह अन्य लक्षणों के साथ लाल धब्बे या पपड़ी पैदा करती है। इसमें दर्द या रक्तस्राव हो सकता है।
कुल मिलाकर इस बीमारी के कई रूप हैं। इनमें सोरियाटिक अर्थराइटिस, प्लाक सोरियासिस (plaque psoriasis) और गट्टेट सोरायसिस (guttate psoriasis) शामिल हैं। फुंसीदार, उलटा और एरिथ्रोडर्मिक सोरायसिस भी हैं। इनमें आख़िरी सबसे गंभीर और दुर्लभ रूपों में से एक है।
इसके लक्षण
रोग की टाइप और उसके विकास के अनुरूप सोरायसिस के लक्षण लोगों में अलग-अलग हो सकते हैं। अक्सर स्कैल्प, हाथ, कोहनी और गर्दन पर इसका असर दिखता है।
इन अंगों में ये लक्षण उभर सकते हैं:
- लाल और सूजे हुए पैच
- छिला हुआ या सफेद दाग
- सूखी और फटी ही त्वचा जिसमें खून बह सकता है
- प्रभावित क्षेत्रों के आसपास दर्द
- खुजली और जलन
- फटे हुए मोटे नाखून
- कोमल और सूजन वाले जॉइंट।
5 टॉपिकल हर्बल सोरायसिस ट्रीटमेंट
टॉपिकल हर्बल सोरायसिस ट्रीटमेंट सोरायसिस के कारण होने वाली सूजन और अकड़न को कम करने में मदद कर सकता है। दरअसल इस रोग में कई दवाओं को तैयार करने के लिए जड़ी-बूटियों का अर्क इस्तेमाल किया जाता है।
उन्हें यहाँ पढ़ें!
1. एलो वेरा ( Aloe Vera)
एलोवेरा जेल में सुखद अनुभव देने वाले गुण होते हैं जो सोरायसिस की तकलीफ को कम करते हैं।
निस्संदेह एलोवेरा सबसे पॉपुलर टॉपिकल हर्बल सोरायसिस ट्रीटमेंट में से एक है। अपनी सुखदायक, एंटी बैक्टीरियल गुणों के कारण यह जलन, दर्द और लालिमा को कम करने में असरदार है। यह संक्रमण की रोकथाम को बढ़ावा देता है।
कैसे इस्तेमाल करें
- आदर्श रूप से एलोवेरा जेल को तीन से चार सप्ताह के लिए प्रभावित अंग पर लगाएं।
- अगर लक्षण बने रहें तो एक हफ़्ते की मोहलत दें और फिर इसे लगाना शुरू करें।
2. हल्दी (Turmeric)
हल्दी एंटी इन्फ्लेमेटरी मसाला है जो अदरक की फैमिली से जुड़ी है।
इसके एक्टिव कम्पाउंड करक्यूमिन (curcumin) ने सोरायसिस के इलाज में सकारात्मक नतीज़ा दिया है। इसके एंटी बैक्टीरियल प्रभाव के कारण यह संक्रमण को कम करता है जलन में राहत देता है।
कैसे इस्तेमाल करें
- टॉपिकल जेल बनाकर आप इसका लाभ उठा सकते हैं। हल्दी पाउडर को शहद में मिलाना एक अच्छा विकल्प है।
- तीन से चार सप्ताह तक इसका उपयोग कर सकते हैं।
यह लेख आपको दिलचस्प लग सकता है: सोरायसिस क्या है, यह कितने तरह की होती है?
3. ओरेगन अंगूर (Oregon Grapes)
ओरेगन अंगूर (Mahonia aquifolium) में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो उन्हें टॉपिकल हर्बल सोरायसिस ट्रीटमेंट में सबसे अलग करते हैं।
ये गुण चकत्ते और लालिमा को कम कर सकते हैं।
कैसे इस्तेमाल करें
- चूर्ण बनाने के लिए आप इस पौधे को पीस सकते हैं। फिर इसे एक मॉइस्चराइजिंग क्रीम में डाल सकते हैं।
- इसके अलावा, आप इसके डिस्टिल एक्सट्रेक्ट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
4. गेंदा ( Marigold)
छीलने और खुजली की तकलीफ को आम मैरीगोल्ड लगाकर कम किया जा सकता है।
गेंदा एक एंटी इन्फ्लेमेटरी पौधा है जिसमें त्वचा को स्वस्थ करने वाले कई फायदे हैं। सैकड़ों वर्षों से इसका उपयोग त्वचा रोगों के इलाज में किया जाता है। यह सूजन, लालिमा और छीलने के लक्षणों से राहत देने में मदद करता है।
कैसे इस्तेमाल करें
- इस पौधे के अर्क से स्नान करने से सोरायसिस से राहत मिल सकती है।
- इसके अलावा आप इसके अर्क का उपयोग क्रीम या तेल में भी कर सकते हैं।
5. कैमोमाइल (Chamomile)
यह कोई रहस्य नहीं है कि कैमोमाइल का उपयोग कई वर्षों से डर्मेटोलॉजी में किया जाता है।
कैमोमाइल में एंटी इन्फ्लेमेटरी और सुखदायक गुण होते हैं। इसलिए यह सोरायसिस, एक्जिमा (eczema) और अन्य त्वचा रोगों में एक आदर्श इलाज है।
कैसे इस्तेमाल करें
- इसके अर्क को एक लोशन के रूप में प्रभावित स्थान पर लगाया जा सकता है। क्रीम तैयार करने के लिए आप इसके अर्क और तेल का भी उपयोग कर सकते हैं।
- आदर्श रूप से पौधे को दिन में दो या तीन बार लगाएं।
क्या आप सोरायसिस के लक्षणों से पीड़ित हैं? अपने डॉक्टर से मिलने के अलावा इन टॉपिकल हर्बल सोरायसिस ट्रीटमेंट को आजमाने में संकोच न करें। हालांकि कोई भी प्रतिकूल प्रभाव देखने पर तुरंत इनका उपयोग बंद कर दें।
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