बोन मेटास्टेसिस : लक्षण और इलाज

बोन मेटास्टेसिस एडवांस कैंसर की एक जटिलता है। यह बहुत गंभीर है और हम बताएंगे कि इस स्थिति में क्या कर सकते हैं।
बोन मेटास्टेसिस : लक्षण और इलाज

आखिरी अपडेट: 25 अगस्त, 2020

बोन मेटास्टेसिस कुछ किस्म के कैंसर की प्रगति है, जो एक गंभीर जटिलता की और जाते हैं जिसमें हड्डियाँ प्रभावित होती है। मूल रूप से किसी अंग के ट्यूमर से नियोप्लास्टिक सेल्स हड्डियों में चले जाते हैं।

सबसे पहले हमें इस बात पर ज़ोर देना चाहिए कि हड्डी की मेटास्टेसिस हड्डी में प्राइमरी कैंसर का उभरना नहीं है। दूसरे शब्दों में बीमारी हड्डी के टिशू में शुरू नहीं हुई, बल्कि दूसरे अंग जैसे स्तन या फेफड़े में शुरू हुई थी।

इसका मतलब है कि यह बीमारी हड्डियों तक फैल गई है। हालांकि आमतौर पर यह स्पाइनल कॉलम और लंबी हड्डियों में फैलती है। इसका सम्बन्ध खून और लिम्फैटिक सर्कुलेशन के बहाव से है।

एक बार एक नियोप्लास्टिक सेल हड्डी में आने पर यह अपनी संख्या बढानी शुरू करती है। बोन मेटास्टेसिस से आमतौर पर कुछ ऐसा कुछ बनता है जो हड्डी की टिशू में मौजूद सेल्स को उत्तेजित करता है: ओस्टियोब्लास्ट (osteoblasts) और ओस्टियोक्लास्ट (osteoclasts)। फिर यह बहुत ज्यादा उत्तेजित करता है और टिशू चपेट में आ जाता है।

इसके बाद टिशू ओस्टियोक्लास्ट के कारण कमजोर हो जाता है या ओस्टियोब्लास्ट के कारण यह कठोर हो जाता है। दोनों ही तरह से यह नुकसानदेह है।

इसके अलावा ज्यादातर कैंसर मेटास्टेसाइज कर सकते हैं, लेकिन यह स्तन और प्रोस्टेट कैंसर के मामले में ज्यादा सामान्य है। ऐसा होने पर मरीजों में प्राइमरी ट्यूमर और नए फैलने वाले दोनों के लक्षण होते हैं।

बोन मेटास्टेसिस के लक्षण

कई प्रकार के बोन मेटास्टेसिस के लक्षण सामान्य होते हैं, जो अलग-अलग ट्यूमर के कारण होते हैं। कुछ सामान्य संकेत हैं:

  • दर्द: यह मुख्य विशेषता है। हालांकि यह दर्द लगातार हो सकता है या नहीं भी हो सकता है। कुछ रोगियों में यह चलने-फिरने के साथ बिगड़ जाता है, जबकि दूसरे लोग इसे हर वक्त महसूस करते हैं, यहां तक ​​कि आराम करते समय भी। तो यह इलाज को मुश्किल बना सकता है।
  • फ्रैक्चर: जैसा कि हमने पहले ही बताया है, मेटास्टेसिस हड्डी को कमजोर कर सकती है। कमजोर हड्डी के थोड़ी मशक्ककत में ही टूटने की संभावना होती है। कैंसर रोगियों के लिए फ्रैक्चर को रोकने के लिए बहुत सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है।
  • हाइपरकैल्सेमिया (Hypercalcemia): ट्यूमर खून में कैल्शियम रिलीज कर सकता है। जैसे-जैसे यह खराब होता है, ज्यादा लक्षण दिखाई देते हैं। उदाहरण के लिए रोगियों को कब्ज, भूख में कमी और बार-बार पेशाब आने का अनुभव होता है। भूख के बिना बहुत अधिक पेशाब से रोगी डिहाइड्रेटेड हो सकते हैं।
  • कम्प्रेशन : हड्डी की मेटास्टेसिस जहां आम तौर पर दिखाई पड़ती है उन अंगों में रीढ़ है। क्षतिग्रस्त वर्टिब्रा आकार में सिकुड़ सकते हैं, एक दूसरे पर चढ़ सकते हैं, और स्थान बदल सकते हैं। फिर नसों या रीढ़ की हड्डी दब सकती हैं।

पढ़ते रहिए: कैंसर ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट क्या हैं?

बोन मेटास्टेसिस के लिए इलाज

बोन मेटास्टेसिस के लिए इलाज

इलाज के दो तरीके हैं। अप्रोच लोकलाइज या सिस्टेमिक हो सकता है। यह विकल्प शुरुआती कैंसर के टाइप, रोगी की डायग्नोसिस की स्थिति और इलाज की उपलब्धता पर निर्भर करेगा। आइये हम इसे नज़दीक से देखें।

सिस्टेमिक विकल्प

  • कीमोथेरेपी: यह उन दवाओं का उपयोग करता है जो ट्यूमर सेल्स की कुछ प्रक्रियाओं को बाधित करता है। यह आमतौर पर सबसे आम विकल्प है।
  • रेडिएशन थेरेपी : विशेष उपकरणों से रेडिएशन के माध्यम से यह कैंसर सेल्स को नष्ट करने के लिए शरीर में प्रवेश करता है। सेशन की संख्या और रेडिएशन थेरेपी की डोज अलग-अलग हो सकती है। आमतौर पर यह बोन मेटास्टेसिस से दर्द को नियंत्रित करने में बहुत प्रभावी है।
  • हार्मोन थेरेपी: यह उन दवाओं का उपयोग करता है जो विशेष हार्मोन को अवरुद्ध करते हैं। यह एक थेरेपी है जो स्तन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर में आम है।
  • इम्यूनोथेरेपी: यह दवाओं का भी इस्तेमाल करता है, लेकिन वे इम्यून सिस्टम के कामकाज का अनुकरण करते हैं।
  • रेडियोफार्मास्युटिकल्स: इस मामले में रेडिएशन शरीर के अंदर से पैदा होता है, न कि बाहरी उपकरण से। रेडियोफार्मास्यूटिकल्स को रोगी के शरीर में डाला जाता है, जो बोन मेटास्टेसिस तक यात्रा करती है फिर ट्यूमर सेल्स पर हमला करती है।

स्थानीयकृत विकल्प (Localized options)

  • बायोफोस्फोनेट (Biphosphonates) : बायोफोस्फोनेट स्वस्थ हड्डी को नष्ट करने से रोकने के लिए ओस्टियोक्लास्ट के एक्शन को ब्लाक करता है।
  • डेनोसुमैब (Denosumab) : बायोफोस्फोनेट की तरह डेनोसुमैब भी ओस्टियोक्लास्ट को ब्लाक करता है। यह दूसरों से थोड़ा अलग तरीके से काम करता है, लेकिन परिणाम एक सामान होता है।
  • वर्टिब्रोप्लास्टी (Vertebroplasty) : जब हड्डी की मेटास्टेसिस रीढ़ में होती है, तो तेज़-एक्अशन वाले बोन ग्लू को इंजेक्ट करने का कल्प होता है। इसे वर्टेब्रोप्लास्टी कहा जाता है। यह दर्द को शांत करने के लिए पर्याप्त प्रभावी है।
  • सर्जरी: अंत में अगर आप कुछ शर्तों को पूरा करें तो सर्जिकल ट्रीटमेंट उपलब्ध है। यदि मेटास्टेसिस सुलभ है, तो एक सर्जन जितना चाहे उतना ऑपरेशन कर सकता है और हटा सकता है।

अधिक जानकारी प्राप्त करें: ऑस्टियोआर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस और आर्थराइटिस : तीनों में क्या अंतर हैं?

इसके खिलाफ कदम उठायें

बोन मेटास्टेसिस का उभरना गंभीर कैंसर की जटिलता को दर्शाता है। रोगी के लिए डॉक्टरों की एक टीम होना जरूरी है जो उन्हें सबसे अच्छा विकल्प उपलब्ध करा सके। नए मेडिकल आप्शन के उपलब्ध होने से इस बीमारी से पीड़ित लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार संभव होता है।



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