अर्निका और नारियल तेल का मरहम: पीठ के निचले हिस्से में दर्द का इलाज करने के लिए

यूं तो अर्निका अपने एंटी-इन्फ्लैमटॉरी गुणों के लिए प्रसिद्ध है और अगर बात करें कमर दर्द से राहत पाने की, तो नारियल का तेल भी मदद कर सकता है।
अर्निका और नारियल तेल का मरहम: पीठ के निचले हिस्से में दर्द का इलाज करने के लिए

आखिरी अपडेट: 16 मार्च, 2019

क्या आप नेचुरल तरीके से पीठ के निचले हिस्से में दर्द का इलाज करना चाहेंगे?

लोअर बैक पेन (Lower back pain) यानी पीठ के निचले हिस्से में दर्द को लम्बैगो (lumbago) भी कहा जाता है। यह पीठ के निचले हिस्से में होने वाला एक असहनीय दर्द है। आमतौर पर, यह तेज़ दर्द सूजन के साथ होता है। इसका सबसे आम कारण उम्र बढ़ने के साथ मांसपेशियों की विकृति है।

इस आर्टिकल में हम एक सस्ते और आसान मरहम के बारे में बताने वाले हैं जिससे आप अपनी पीठ के निचले हिस्से में दर्द का इलाज कर सकते हैं।

क्या है पीठ के निचले हिस्से में दर्द? (What is Lower Back Pain?)

महिलायें और पुरुष दोनों ही इस दर्द से पीड़ित हो सकते हैं, और यह अक्सर 30 साल से 50 साल की उम्र के बीच सामने आता है। कमर का यह दर्द किडनी की ऊंचाई के आसपास महसूस होता है और डॉक्टर के पास जाने और काम से गैरहाजिर रहने के सबसे आम कारणों में से एक है।

इस दर्द का मुख्य कारण का रीढ़ की हड्डी में चोट (slipped disc) या वर्टिब्र (vertebrae) में ख़राबी हैं, जो उम्र के साथ-साथ और ज्यादा बद्तर होता जाता है।

हम जितने बूढ़े होते जाते हैं, हमारी हड्डियाँ उतनी ही कमजोर होती जाती हैं, हम उतने कम फुर्तीले होते जाते हैं, और उतनी ही कमजोर हमारी मांसपेशियां भी हो जाती हैं। उसी समय, स्पाइनल डिस्क अपना तरल और लचीलापन खो देती है और ज्यादा ठीक तरह से सुरक्षित नहीं रह पाती हैं।

कमर के निचले हिस्से में दर्द के क्या कारण हैं?

लम्बैगो के कई अलग-अलग कारण हैं जिनका सम्बन्ध अक्सर बढती उम्र से होता है।

मांसपेशियों का कमजोर होना भी इसका एक सामान्य कारण है। कभी-कभी, किसी भारी चीज को उठाने के लिए ज़ोरदार प्रयास करने से मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है, और इससे चीज़ों को उठाने या यहाँ तक कि चलने-फिरने में भी दिक्कत हो सकती है।

पीठ के निचले हिस्से में दर्द का इलाज : कारण

एक के बाद एक, दूसरी स्थितियां भी कमर के निचले हिस्से में दर्द का कारण बन सकती हैं:

  • साइटिका, जो पैरों में एक तेज़ दर्द के रूप में सामने आता है, कमर के निचले हिस्से में दर्द की वजह बन सकता है।
  • स्पोंडिलोलिस्थीसिस, इसमें एक वर्टब्र पीठ के निचले हिस्से में खिसक जाती है। यह अस्थिरता और तंत्रिकाओं में समस्या पैदा कर सकता है।
  • पीठ के निचले हिस्से में ऑस्टियोआर्थराइटिस, जहां स्पाइनल डिस्क घिस जाती हैं। यह सूजन के साथ-साथ पीठ के निचले हिस्से में कमज़ोरी का कारण बनता है। यह स्थिति कमर के निचले हिस्से में दर्द, सूजन और असुविधा का कारण बनती है। यहाँ तक कि कई बार यह साइटिका की वजह भी बन सकती है।
  • इसके अन्य सामान्य कारणों में रीढ़ की हड्डी में चोट, ऑस्टियोपोरोसिस, रीढ़ की हड्डी में कैंसर, स्लिप्ड डिस्क, किडनी इन्फेक्शन, किडनी स्टोन, महिलाओं की रिप्रोडक्टिव अंगों की समस्यायें या गर्भावस्था से जुड़ी समस्याएं हैं।

किस्मत से, नेचुरल तरीके से कमर के निचले हिस्से के दर्द का इलाज करने के लिए मरहम बहुत कारगर हो सकता है।

पीठ के निचले हिस्से में दर्द का इलाज करने के लिए अर्निका और नारियल तेल का मरहम

अर्निका (arnica)

इसमें एनाल्जेसिक गुण पाये जाते हैं जो मोच या दूसरी मांसपेशियों की चोटों के कारण होने वाले दर्द को शांत करते हैं। यह एक एंटी-इन्फ्लैमटॉरी है और इसमें मौजूद हेलनैलिन नामक यौगिक के चलते यह चोटों के कारण होने वाली सूजन को कम करने में मदद करता है।

इसके ऐन्टी-माइक्रोबीयल गुणों के कारण, इसे त्वचा पर लगाने से यह खुजली को भी शांत कर सकता है।

पीठ के निचले हिस्से में दर्द का इलाज : अर्निका (arnica)

अर्निका में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने की क्षमता भी है। यह चोट के उपचार में मदद करता है और उनके होने की संभावना को कम करता है।

नारियल का तेल (Coconut Oil)

नारियल तेल में पाया जाने वाला सैचुरेटेड फैट शरीर द्वारा बहुत आसानी से सोख लिया जाता है।

नारियल के तेल के संघटन में लॉरिक एसिड, पामिटिक एसिड, मिरिस्टिक एसिड, ओलिक एसिड और लिनोलिक एसिड मौजूद होते हैं। इसमें आयरन और विटामिन E और K भी होते हैं जो इसे आपके स्वास्थ्य के लिए एक शानदार घटक (ingredient) बनाते हैं।

इसके अलावा, यह एंटी-माइक्रोबीयल, एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल है। यहां तक कि यह इम्यून सिस्टम को तेज़ करने और मांसपेशियों में आराम देने के लिये भी इस्तेमाल किया जाता है।

अर्निका और नारियल तेल के गुणों को मिलाने से कमर दर्द के इलाज के लिए एक सस्ता और आसान प्राकृतिक नुस्खा प्राप्त होता है। इसमें थोड़ा बीज़्वैक्स (beeswax) मिलाने से यह थोड़ा गाढ़ा हो जायेगा और इसे लगाने में मदद मिलेगी।

मरहम बनाने का तरीका (Ointment Recipe)

ज़रुरी चीजें:

  • 3 बड़े चम्मच मोम (beeswax) (45 ग्राम)
  • 1 बड़ा चम्मच नारियल का तेल (15 मिली)
  • 2 बड़े चम्मच अर्निका का तेल (30 मिली)

बनाने का तरीका:

  • एक बैन मेरी में बीज़्वैक्स (मोम) को गरम करें।
  • जब यह पिघल जाए तो इसे कम आंच पर रखें और इसमें अर्निका और नारियल का तेल मिलाएं।
  • सारी चीजें मिलाने के बाद इसे हिलायें, आंच बंद कर दें और इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें।
  • दिन में दो बार प्रभावित हिस्से पर लगायें।

अगर आपको पीठ के निचले हिस्से में दर्द महसूस होने लगे, तो इससे पहले कि यह खराब हो, बेहतर होगा कि आप इस पर ध्यान दें। जैसा कि हमने बताया है, कारण कई हो सकते हैं, लेकिन हर एक के लिए एक विशेष उपचार है।

अगर आप सही उपचार पाने का इंतजार कर रहे हैं, तो आप दर्द को शांत करने के लिए इस मरहम का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह बहुत तेजी से काम करता है, तथा सुरक्षित और प्राकृतिक भी है।



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