सपाट पेट पाने के लिए रात को अपनाएं ये 9 आसान-सी आदतें
एक सपाट पेट पाना दरअसल उतना मुश्किल होता नहीं, जितना कि वह लगता है। सपाट पेट पाने की इन आसान-सी आदतों को अपनाकर आप अपने लक्ष्य में सफल हो सकते हैं।
अक्सर इन आसान-सी आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेने से ही काफी फर्क पड़ जाता है। सपाट पेट पाने की ये आदतें वाकई में आपके काम आ सकती हैं।
एक बार उन्हें खुद पर आज़माकर तो देखें!
1. सपाट पेट पाने की सबसे पहली टिप: दही को अपने डिनर में शामिल न करें
यह सच है कि दही में कई खूबियाँ होती हैं, मगर अगर आप एक सपाट पेट पाना चाहते हैं तो आपको रात के खाने में उसका सेवन हरगिज़ नहीं करना चाहिए।
दही जैसी प्रोडक्ट्स में एडेड शुगर्स के साथ-साथ लैक्टोज़ की भी भारी मात्रा होती है। लैक्टोज़ एक नेचुरल शुगर होती है, जिसे पचाने में कई लोगों को काफी दिक्कत आती है।
लैक्टोज़ और एडेड शुगर्स के इस मिश्रण की वजह से आपका पेट सूज या फूल सकता है।
लेकिन अगर आपको लगता है कि दही के बिना आपका डिनर अधूरा है तो कम शुगर वाले दही का सेवन ही करें। रात के समय लिए जाने वाले दही में शुगर की मात्रा 8 ग्राम से कम होनी चाहिए।
2. सोने से पहले आठ मिनट तक कसरत करें
सोने से पहले आठ मिनट की कसरत कर लेने से सुबह बिस्तर से उठने पर आप हल्का महसूस करेंगे। इसके अलावा, रोज़ाना कसरत करने से आपका वज़न भी कम होने लगेगा । एक सपाट पेट पाने के लिए कसरत सबसे बेहतरीन उपायों में से एक होती है।
सपाट पेट पाने के लिए की जानी वाली सबसे कारगर कसरतों में से एक में आपको अपने पैरों को कंधों की चौड़ाई पर खोलकर खड़ा होना होगा। इस कसरत में आपको डम्बल्स की ज़रूरत होगी।
- अपने कूल्हों को झुकाकर स्क्वैट करें। फिर खड़े होकर डम्बल्स को उठाकर अपने सिर के ऊपर ले जाएँ।
- इस कसरत को आठ मिनट तक करते रहे। दो स्क्वैट्स के बीच आप कुछ सेकंड का आराम ले सकते हैं।
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3. ठंडे पानी से नहाएं
सोने से पहले एक ठंडा-ठंडा शावर लेना आपके रक्तसंचार के लिए अच्छा होता है। यही नहीं, आपके शरीर में मौजूद चरबी को गलाने की अपनी खूबी की वजह से वह सपाट पेट पाने में आपकी मदद भी कर सकता है।
वह इसलिए कि ठंडे पानी से नहाते समय आपके शरीर का तापमान कम हो जाता है। नतीजतन ऊर्जा को खर्च कर आपके शारीरिक तापमान को बढ़ाने वाला टिशू सक्रिय हो उठता है।
आपकी ज़्यादा कैलोरीज़ जलाई जाने लगती हैं। अगर ठंडे पानी से नहाने का आपका मन नहीं है तो आप गुनगुने पानी से भी नहा सकते हैं। हाँ, यह तय है कि गर्म पानी से नहाकर आप अपनी चरबी को गला नहीं पाएंगे।
4. अच्छा नाश्ता करें
अपने दिन की शुरुआत अच्छे नाश्ते से करना बेहद अहम होता है। अपने शरीर की सामान्य सूजन को कम करने व इन्सुलिन के प्रति उसके प्रतिरोध को बढ़ाने में ब्यूटिरिक एसिड मददगार साबित होता है।
ओट्स, डार्क चॉकलेट, लाल फलों और दालचीनी का मिश्रण, नाश्ते के लिए एक अच्छा विकल्प होता है।
उसका सेवन कर आप अपनी आँतों को स्टिम्यूलेट कर कम फूला हुआ महसूस करेंगे। आप पहले से ज़्यादा हल्का भी महसूस करेंगे।
5. कुछ तरह के खान-पान का ख्याल भी अपने दिमाग से निकाल फेंकें
रेस्तरां में बेचे जाने वाले चाईनीज़ फ़ूड में सोडियम की भारी मात्रा मौजूद होती है। वह आपके पेट को ज़्यादा फुला देता है।
उसी तरह, रेस्तरां में बेचे जाने वाले मेक्सिकन फ़ूड में भी सोडियम की अच्छी-खासी मात्रा पाई जाती है।
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6. शुगर-फ्री गम न चबाएं
यकीन करने में यह बात थोड़ी मुश्किल ज़रूर लग सकती है, लेकिन शुगर-फ्री गम इतनी हानिरहित भी नहीं होती जितनी कि वह दिखाई देती है। कई अध्ययनों से इस बात की पुष्टि की जा चुकी है कि शुगर-फ्री गम्स में इस्तेमाल की जाने वाली एक प्रकार की शुगर अल्कोहल, जिसे सोर्बीटोल के नाम से जाना जाता है, को पचाने का काम आपके शरीर के लिए टेढ़ी खीर साबित होता है।
दूसरे शब्दों में कहें तो इससे बैक्टीरियल फर्मेंटेशन को बढ़ावा मिलता है। इसकी वजह से आपको दस्त, पेट फूलने या बादी जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
यही नहीं, इस गम को चबाकर दरअसल आप अपने दिमाग को अपनी भूख बढ़ाने का संकेत दे देते हैं।
7. सीरियल बार्ज़ से परहेज़ करें
किसी स्नैक के तौर पर सीरियल बार्ज़ एक सही खाद्य पदार्थ लग सकता है, पर इससे बड़ा झूठ आपने शायद ही कभी सुना हो। सीरियल बार्ज़ और सपाट पेट के बीच छत्तीस का आंकड़ा होता है, और इसकी कई वजहें हैं।
- दिखने में सेहतमंद लगने वाले इन खाद्य पदार्थों में लैक्टोज़ होता है। लैक्टोज़ की वजह से आपका पेट फूल सकता है। उनमें सोयाबीन भी होती है, जो अक्सर गैस का कारण बनती है।
- आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि सीरियल बार्ज़ आख़िर होती तो एक प्रोसेस्ड प्रोडक्ट ही हैं। वैज्ञानिकों ने इस बात की पुष्टि कर दिखाई है कि ऐसी खाद्य सामग्री में आपकी सोच से कहीं ज़्यादा कैलोरीज़ होती हैं।
8. स्मूदीज़ को अपनाएं – बशर्ते वे घर में बनी हों
घर में बनी प्राकृतिक स्मूदीज़ बेमिसाल होती हैं।
बाज़ार में बेची जाने वाली स्मूदीज़ में अक्सर प्राकृतिक पोषक तत्वों के सकारात्मक प्रभाव को बेअसर कर देने वाले रासायनिक पदार्थ पाए जाते हैं। उनमें प्रीज़र्वेटिव्स भी होते हैं, जो हमारी सेहत के लिए बिल्कुल फायदेमंद नहीं होते।
इसीलिए अपने घर पर ही एक जैविक स्मूदी बना लेना आपका सबसे बेहतरीन विकल्प होता है।
अपनी स्मूदी में आप इन चीज़ों को शामिल कर सकते हैं:
- पालक
- बीज
- बादाम का दूध
- नारियल का तेल
- फल आदि