सीमित मात्रा में बियर पीने के 9 शानदार फायदे
बियर एक पारंपरिक पेय है जिसका दुनिया भर के सैकड़ों देशों में उपभोग किया जाता है। इसकी खूबियों और ताजगी देने वाले असर के कारण गर्म दिनों में, दोस्तों के साथ समय बिताने या वर्कप्लेस पर काम खत्म करने के बाद बियर पीने को तरजीह दी जाती है।
दूसरे नशीले ड्रिंक की तरह बहुत ज्यादा बियर पीने से आपकी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है।
लेकिन इसके पौष्टिक गुणों के कारण, सीमित मात्रा में बियर पीने से शरीर के लिए विभिन्न लाभ दिखाई दिए हैं।
बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं, बियर में प्रति 100 मिलीलीटर केवल 45 कैलोरी होती है, और यह विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट का एक लाजवाब स्रोत है।
आज हम आपके साथ बियर के प्राथमिक लाभों में से 9 के बारे में चर्चा करना चाहते हैं, ताकि आपको कुछ-कुछ दिनों बाद एक बार बियर पीने की याद दिला सकें।
1. बियर पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं
कैल्शियम के अलावा, हड्डी के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सिलिकॉन एक जरूरी खनिज है।
बियर में इस खनिज की प्रचुर मात्रा होती है जो बड़ी उम्र के लोगों में हड्डी के घनत्व को बढ़ाने में मदद करती है।
लेकिन एक दिन में 2 से ज्यादा ग्लास पीने से हड्डी का फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है।
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2. ज्यादा स्वस्थ किडनी
बियर पीने के बाद आपको वॉशरूम जाने की जरूरत इसलिए होती है क्योंकि इसका मूत्रवर्धक असर होता है।
चूंकि इसमें 90% पानी है, सोडियम कम है और ढेर सारा पोटैशियम है बियर पीने से शरीर में रोके हुए तरल पदार्थों को मुक्त करने की क्रिया को प्रोत्साहन मिलता है।
इसके अलावा, बियर में मौजूद हॉप्स की मेहरबानी, इसकी थोड़ी मात्रा पीने से किडनी स्टोन से पीड़ित होने का खतरा 40% तक कम हो जाता है।
3. न्यूरोडिजेनरेटिव बीमारियों को रोकती है
बियर का नियंत्रित सेवन नई नर्व कोशिकाओं के उत्पादन में एक भूमिका निभाता है, जो याददाश्त को सुधारने में मदद करता है।
बियर में मौजूद सिलिकॉन विभिन्न डिजेनरेटिव बीमारियों से जुड़े जहरीले धातुओं को हटाने में मददगार है।
4. यह एंटी-कार्सिनोजेनिक है
बियर में जैन्थोहुमोल (xanthohumol) होता है जो एक पॉलीफेनोल है। यह एक लाजवाब एंटीऑक्सिडेंट के रूप में जाना जाता है जो कैंसर की कोशिकाओं के विकास को रोकता है।
इस हॉप के यौगिक को प्रोस्टेट और कोलन कैंसर के खिलाफ निवारक उपाय के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसमें पोषक तत्व भी होते हैं जिन्हें महिलाओं में हार्मोनल उपचार के पूरक के रूप में माना जाता है।
5. यह सूजन को रोकती है
हॉप्स बियर के अहम तत्वों में से एक हैं। इनका सूजन और बैक्टीरिया को रोकने का असर होता है जो उम्र बढ़ने से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम कर देता है।
यह सक्रिय यौगिक बहुत ज्यादा सूजन के कारण होने वाली आर्थराइटिस और अन्य बीमारियों को नियंत्रित करने में काफी मदद कर सकता है।
6. पाचन में सुधार करती है
बियर में पाये जाने वाले फाइबर और सूजन रोकने के गुण इसे एक जोरदार पाचन सहायक बनाते हैं।
चूंकि यह एक फरमेंटेड लिक्विड है, यह आंतों की फ्लोरा के लिए अच्छे बैक्टीरिया को उत्तेजित करने में मदद करती है और पेट के पीएच को भी संतुलित करती है।
इसका उपयोग गैस, सूजन और दर्द से लड़ने के लिए किया जा सकता है। यह अपने डाइटरी फाइबर के कारण कब्ज के लिए भी एक अच्छा उपचार है।
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7. विटामिन और मिनरल से भरपूर
बियर बनाने के लिए पानी और खमीर के अलावा जौ और गेहूं जैसे अनाजों को इस्तेमाल किया जाता है। अनाज पोषक तत्वों से भरे हुए होते हैं जो ब्रू करने की प्रक्रिया के बाद भी बचे रहते हैं। दरसल फरमेंटेशन और फिल्टरिंग की प्रक्रिया से इनमें और ताकत आती है।
बियर इनका एक नेचुरल स्रोत है:
- B ग्रुप विटामिन (विशेष रूप से फॉलिक एसिड)
- मिनरल (सिलिकॉन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, सेलेनियम)
- फाइबर
8. कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करती है
जो लोग सीमित मात्रा में नशीले ड्रिंक पीते हैं उनमें अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) के ज्यादा ऊँचें स्तर होते हैं।
इस तरह की सेहतमंद फैट रक्त में अतिरिक्त लिपिड को कम करती है, जो अवरोधों को रोकते हैं।
बियर फाइब्रिनोजेन के स्तर को भी कम करती है, एक प्रोटीन जो रक्त के जमाव को बढ़ाता है।
इसके अलावा, इसके पॉलीफेनोल की मेहरबानी से बियर उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने और हृदय की सेहत की रक्षा में मदद करती है।
9. बूढ़े होने से बचाती है
बियर में पाये जाने वाले सक्रिय यौगिक शरीर की सूजन की प्रक्रिया को नियंत्रित करते हैं और पुरानी बीमारियों के विकास की संभावना को कम कर देते हैं।
इसमें एंटीऑक्सीडेंट की प्रचुर मात्रा भी होती है जो फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाली ऑक्सीडेटिव क्षति को रोकने में सक्षम अणु हैं।
संक्षेप में, भले ही इसे एक नशीले ड्रिंक के रूप में लेबल किया गया हो, बियर को थोड़ी मात्रा में पीना शरीर के लिए अच्छा होता है।
इसका विश्राम के शांत क्षण में आनंद लें या इसे सप्ताह में कुछ बार अपने डाइट में शामिल करें।
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