8 प्राकृतिक नुस्ख़े मौसमी एलर्जी के लिए

मौसमी एलर्जी से पीड़ित लोग यह बात बहुत अच्छी तरह से जानते हैं कि एलर्जी से कितनी परेशानी होती है। यदि आप भी उनमें से एक हैं, तो एक बार इस लेख को पढ़कर मौसमी एलर्जी के प्राकृतिक उपचार के बारे में जानने की अवश्य कोशिश करें। इनसे आपको बहुत मदद मिलेगी।
8 प्राकृतिक नुस्ख़े मौसमी एलर्जी के लिए

आखिरी अपडेट: 19 जनवरी, 2019

हमारे भोजन में कुछ ऐसे खाद्यपदार्थ भी होते हैं जो किसी ख़ास मौसम में होने वाली एलर्जी अर्थात मौसमी एलर्जी में सुधार करने के बजाय उसमें और वृद्धि कर देते हैं। आपको इन खाद्यपदार्थों के सेवन से बचना होगा ताकि आप अपनी एलर्जी में सुधार कर सकें।

इसके अलावा, कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ भी हैं जो वास्तव में एलर्जी ठीक करने या उसमें सुधार लाने में मदद कर सकते हैं। ऐसे खाद्यपदार्थ एक तरह से मौसमी एलर्जी के प्राकृतिक उपचार की तरह काम करते है। आइए, इन सब के बारे में और भी अधिक जानें!

यदि मौसम बदलते ही छींक , बंद नाक,  आँखों में चुभन और लाली ने आपको काबू में कर लिया है, तो बिना संकोच किए इन सुझावों पर तुरंत ध्यान दीजिये।

आपको सच में इन उपचारों के जरिये एलर्जी से थोड़ी राहत मिलेगी और आप बेहतर महसूस कर सकेंगे।

1. मौसमी एलर्जी में खूब मसाले खाएं

मौसमी एलर्जी में खाएं खूब मसाले

यदि आपको अपने शरीर में एलर्जी के लक्षण दिख रहे हैं, तो आपकी रसोई में इस समस्या का निदान छिपा हुआ है। अपने भोजन को भरपूर  मसालों से स्वादिष्ट बना देना एलर्जी से थोड़ी राहत पाने के लिए पर्याप्त साबित होगा।

आप मानिए, न मानिए लेकिन बलगम कम करने में मसालें बहुत मदद करते हैं। इनसे बंद नाक के अवरोधों को साफ़ करने में बड़ी मदद मिलती है।

यदि आप इस विकल्प का प्रयोग करना चाहते है तो उपयोग करने के लिए कुछ मसालों के उदाहरण इस प्रकार हैं:

  • लाल मिर्च
  • अदरक
  • सरसों
  • लाल शिमला मिर्च

लहसुन और प्याज भी एलर्जी से राहत दिलाने में आपकी मदद कर सकते हैं।

एक बार इन्हें आजमा कर देखिए!

2. एप्पल साइडर सिरका

सेब के सिरका का प्रयोग करके भी आप एलर्जी के सामान्य लक्षणों से छुटकारा पा सकते है। इसमें भी म्यूकस यानी बलगम को कम करने की क्षमता पाई जाती है।

कैसे प्रयोग करें ?

एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब साइडर विनेगर मिलाकर मिश्रण को दिन में तीन बार पियें।

आप ताजा निचोड़े हुए नींबू का रस, आधा चम्मच शहद और एक बड़ा चम्मच सेब साइडर सिरका मिलाकर भी इसका सेवन कर सकते है।

इसे दिन में तीन बार पीए और आप स्वयं अपने स्वास्थ्य में अंतर महसूस करेंगे।

3. बिच्छू बूटी (नेटल)

नेटल में एंटी-हिस्टामाइन गुण पाए जाते हैं जिससे यह पौधा मौसमी एलर्जी से लड़ने में बहुत ही असरदार होता है।

आप इस पौधे की पत्तियों को लेकर एक अर्क तैयार करें और पूरे दिन इसे पिए।

आप एलर्जी में थोड़ा सुधार देखेंगे और साथ ही आप यह भी जान सकेंगे कि एलर्जी से राहत दिलाने में यह अर्क किस मात्रा में ज़रूरी है।

4. मौसमी एलर्जी से राहत दिलाये शहद

मौसमी एलर्जी के लिए शहद

यह आपको थोड़ा हैरान कर सकता है, लेकिन स्थानीय तौर पर उतारी गयी ऑर्गेनिक शहद वातावरण में मौजूद एलर्जी पैदा करने वाले तत्वों से तालमेल बिठा पाने में शरीर की मदद कर सकती है।

  • आपको बस दिन में एक या कई बार एक चम्मच शहद खानी है।
  • एलर्जी वाले मौसम की शुरुआत से महीने भर पहले ही इसे शुरू कर दें। इससे आप फर्क महसूस करेंगे।

5. खट्टे फल

खट्टे फल विटामिन C से भरपूर होते हैं। विटामिन C वह तत्व है जिसकी जरूरत आपके शरीर को संभावित एलर्जी से लड़ने में होती है।

एंटी-ऑक्सीडेंट का एक बड़ा स्रोत होने के कारण, विटामिन C एक प्राकृतिक एंटी-हिस्टामाइन के रूप में भी कार्य करता है।

खट्टे फलों के अलावा, हम इस विटामिन को इनसे भी ग्रहण कर सकते हैं:

  • ब्रोकली और अन्य क्रूसिफेरस सब्जियाँ
  • शिमला मिर्च
  • स्ट्रॉबरी या झरबेर
  • अनन्नास
  • कीवी

6. हल्दी

 मौसमी एलर्जी में हल्दी का प्रयोग

मसालों में हल्दी भी एक ऐसा मसाला है जिसका प्रयोग हम मौसमी एलर्जी के प्राकृतिक उपचार में कर सकते हैं।

  • इसका कारण यह है कि हल्दी में करक्यूमिन नाम का रासायनिक पदार्थ पाया जाता है। यह सर्दी-खाँसी के दौरान छाती में भरे बलगम की सफाई में प्राकृतिक दवा के रूप में काम करता है।
  • हल्दी के इस गुण का लाभ उठाने के लिए, इसे अपने भोजन में अतिरिक्त मसालें के रूप में खाने की आदत डालनी होगी।

7. एसेंशियल ऑयल

लैवेंडर, यूकेलिप्टस, गुलाब, या पुदीने से बने एसेंशियल ऑयल शरीर के वायु मार्गों को साफ़ करने में मदद कर सकते हैं।

इसके लिए आपको क्या करना है ?

  • एसेंशियल लैवेंडर या पुदीने के तेल का उपयोग करने के लिए इनमें से किसी एक की तीन बूँदें एक बड़े चम्मच बादाम या जैतून के तेल में मिलायें।
  • इसे अपने हाथों की हथेलियों और पैरों के तलवों पर लगायें।
  • यदि आप गुलाब या यूकेलिप्टस पसंद करते हैं, तो सूती कपड़े पर कुछ बूंदें डालकर इसकी भाँप लें। एलर्जी से राहत पाने के लिए यह नुस्खा भी आपके लिए पर्याप्त होगा।

8. आहार में बदलाव करके मौसमी एलर्जी से बचें

 मौसमी एलर्जी में स्वस्थ्य आहार

मौसमी एलर्जी के प्राकृतिक उपचार में हमारे भोजन में हेरफेर भी शामिल हो सकती है। क्योकि ऐसा भी हो सकता है कि आपकी एलर्जी कुछ खाद्यपदार्थों से होनेवाली एलर्जी से जुड़ी हुई हो।

उन खाद्यपदार्थों का सेवन बंद करना ज़रूरी है जिनके सेवन से शरीर पर लाल चकत्ते या पेट में परेशानी के  लक्षण उभरने लगते हैं, भले ही यह लक्षण बहुत सामान्य क्यों न हों।

नीचे कुछ खाद्य पदार्थों का ब्यौरा है जिनसे एलर्जी और बिगड़ जाती है:

  • दूध से बने हुए खाद्य पदार्थ
  • ऐसे अनाज जिनमें ग्लूटेन की भरपूर मात्रा हो
  • अंडे
  • चीनी
  • आलू और ऐसी सब्जियाँ जिनमें स्टार्च की भरपूर मात्रा हो
  • तले हुए और प्रोसेस्ड फ़ूड।

अपने खानपान पर खास ध्यान देकर यह जानने की कोशिश करें कि किस खाद्य पदार्थ के सेवन से आप मौसमी एलर्जी का शिकार हो रहे हैं। यह जानने के बाद उस खाद्य पदार्थ को अपनी डाइट से बाहर कर दें।

ऐसे खाद्य पदार्थ जिनका परहेज़ करना चाहिए

यदि आपको पोलेन यानी परागों से एलर्जी है, तो कुछ ऐसे खाद्य हैं जो पराग से होनेवाली एलर्जी का कारण बनते हैं। ये एलर्जी के लक्षणों में सुधार करने की बजाय उन्हें और बढ़ा देते हैं।

मौसमी एलर्जी के प्राकृतिक उपचार के लिए नीचे दिए गए इन खाद्य पदार्थों के सेवन से बचने की कोशिश करें:

  • तरबूज
  • केला
  • खीरा
  • सूरजमुखी के बीज
  • कैमोमाइल

यदि आप इन सरल सुझावों का प्रयोग ठीक से करते हैं तो एलर्जी के लक्षणों में काफी सुधार करके मौसमी एलर्जी से बहुत हद तक राहत पा सकेंगे।




यह पाठ केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान किया जाता है और किसी पेशेवर के साथ परामर्श की जगह नहीं लेता है। संदेह होने पर, अपने विशेषज्ञ से परामर्श करें।