आई स्टाई का इलाज करने के 8 कारगर नुस्ख़े
आई स्टाई यानी गुहेरी को आँख की बिलनी भी कहते हैं। बाहरी स्टाई (External styes) आम तौर पर पलकों के आधार पर, पसीने की ग्रंथियों में (sebaceous glands) या पलक के किनारे पर स्थित वसामय ग्रंथियों में दिखाई देती हैं।
दूसरी ओर, अंदरूनी स्टाई (internal styes) वह है जो पलकों की भीतरी सतह पर बनती है।
आम तौर पर इस संक्रमण के साथ प्रभावित आंख पर एक लाल उभार होता है। यह उभार पानी और पस से भरा होता है और इसे फोड़ना नहीं चाहिए।
ऐसा इसलिए है क्योंकि उभार से बैक्टीरिया को मुक्त कर देने से वे आंखों में या आंखों पर फैल सकते हैं और नई स्टाई बना सकते हैं।
इसके साथ समस्या यह है कि नई स्टाई आम तौर पर ज्यादा दर्दनाक होती है। अच्छी खबर यह है कि स्टाई आपकी आंखों के काम या सामान्य स्वास्थ्य के लिए कोई खतरा बनती है।
ज्यादातर आई स्टाई लगभग एक सप्ताह तक आंख पर रहती है। फिर जब आपका सिस्टम बैक्टीरिया को बेअसर कर देता है तो यह कोई नुकसान पहुंचाए बिना नेचुरल तरीके से हट जाती है।
बहुत कम मामलों में जटिलताएं होती है। लेकिन यदि वे होती हैं तो कॉर्निया में जलन हो सकती है, पलक का इन्फेक्शन हो सकता है या उसका रूप बिगड़ सकता है।
लक्षण जो आई स्टाई के संक्रमण की संभावना का संकेत देते हैं:
- ड्रूपिंग या झूलती हुई पलक का संवेदन
- पलक के किनारे पर लाली
- रोशनी के प्रति संवेदनशीलता
- बहुत ज्यादा पलक झपकना
- अनियंत्रित आंसू आना
- धुंधली दृष्टि
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आई स्टाई क्यों बनती हैं (Why do styes appear)?
बैक्टीरियल इन्फेक्शन इस बीमारी का मुख्य कारण हैं। आंखों में फैट ग्रंथियों के ब्लॉक हो जाने की वजह से ये इन्फेक्शन होते हैं।
जब ये ग्रंथियां अवरुद्ध हो जाती हैं तो वे इन्फेक्शन को मेच्योर होने की सहूलियत देती हैं। इस तरह चेहरे, छाती या गर्दन पर मुँहासे बनते हैं।
अन्य कारक जिसकी वजह से यह बनती है:
- स्वच्छता की कमी
- खराब डाइट
- अपनी आंखों को बहुत ज्यादा छूना
- इन्फेक्शन वाले तौलिए का उपयोग करना
- निर्जलीकरण या डिहाइड्रेशन
- इम्यून डेफिशियेंसी
आई स्टाई से लड़ने के लिए घरेलू उपचार (Home Remedies to Fight Styes)
लहसुन (Garlic)
ऐसे तो यदि आप कोई तेज मिश्रण अपनी आंखों के पास लगाते हैं तो जलन हो सकती है लेकिन लहसुन का रस आपको इन्फेक्शन से जल्दी राहत दिलाने में मदद करता है।
लहसुन के एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबायल गुणों की बदौलत यह उसे जल्दी से ठीक होने में मदद करेगा।
बस कुछ लहसुन की कलियों को क्रश करें और फिर उसके थोड़े से रस को प्रभावित पलक पर लगाएं। इसके गुण अवशोषित हो जायेंगे और अगर स्टाई आंतरिक होगी तब भी काम करेंगे।
लहसुन के रस को लगाते समय, सुनिश्चित करें कि यह आपकी आंखों में नहीं गिरे। लहसुन के रस को लगाने में मदद करने के लिए एक हल्के से नम स्वॉब को इस्तेमाल करना एक अच्छा विकल्प है।
आलू (Potatoes)
आलू में कई कसैले गुण होते हैं इसलिए वह दाह और सूजन को कम कर सकता है। सूजन की वजह से खून के लिए प्रभावित क्षेत्र तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है।
आपको केवल एक आलू को ग्रेट करने की ज़रूरत है। उसकी थोड़ी सी मात्रा को एक गौज पर रखें और उससे प्रभावित पलक को हल्के से दबाएं। इससे स्टाई जल्दी गायब हो जाएगी।
उचित स्वच्छता बनाए रखें
हाइजीन की खराब आदतें आई स्टाई का मुख्य कारण हैं।
यदि आपकी आंख पर बिलनी बन रही है या यदि वे लगातार बनती रहती हैं, तो आपको अपनी आंखों के आस-पास के क्षेत्र को साफ रखने की कोशिश करनी चाहिए।
यह सुनिश्चित करता है कि वहां गंदगी और बैक्टीरिया जमा नहीं होते हैं।
कैमोमाइल और हरी चाय
एक कप हरी या कैमोमाइल चाय पीने के बाद चाय के बैग को फ्रिज में रखें। जब वह ठंडा हो जाए तो उसे सीधे अपनी आंखों पर लगा सकते हैं।
चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट यौगिक तेजी से इन्फेक्शन से लड़ते हैं, जिससे आई स्टाई से छुटकारा पाने में मदद मिलती है।
एलो वेरा (Aloe vera)
यह एक जाना-माना पदार्थ है, इसलिए आप शायद पहले से ही इसके एंटीबैक्टीरियल और सूजन रोकने वाले गुणों के बारे में जानते हैं।
अगर आप एलो के पत्तों के अंदर का जेल सीधे इन्फेक्शन वाली पलक पर लगायें तो यह आपकी मदद कर सकता है ।
आपको केवल अपनी आंख पर इस क्रिस्टलीय जेल की एक छोटी मात्रा को दिन में दो तीन बार रब करना होगा जब तक कि आपकी आंख ठीक न हो जाए।
प्याज
आपको रूलाने के लिए बदनाम होने के बावजूद, प्याज एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबैक्टीरियल एजेंटों से भरपूर होते हैं जो बैक्टीरिया को जल्दी से खत्म कर सकते हैं।
आलू की तरह, आपको केवल प्याज के कुछ टुकड़े काटने की ज़रूरत है। टुकड़ों को एक गौज पर रखें और प्रभावित पलक को उससे हल्के से दबाएं।
अगर आप थोड़ा रोना शुरू करें तो घबराएं नहीं: इसका मतलब है कि प्याज के टुकड़े काम कर रहे हैं।
अजमोद (Parsley)
इस जड़ी बूटी में मौजूद सक्रिय घटक आपको स्टाई को डिटॉक्स करने और बैक्टीरिया और पस को खत्म करने में मदद कर सकते हैं। यह घाव भरने की प्रक्रिया को गति देता है और दाह और सूजन को कम करता है।
अजमोद के पत्तों को उबालें और इस तरह बनी हुई टॉनिक जब ठंडी हो जाये तो उसे अपनी आंखों पर लगायें।
हल्दी (Turmeric)
हल्दी में भी सूजन रोकने के और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो आपकी आंखों को बहुत फायदा कर सकते हैं।
- थोड़े से पानी में हल्दी मिलाएं और उबालें।
- इस तरह आपको एक रेमेडी मिलेगी जिसे आप एक साफ कपड़े के साथ स्टाई पर लगा सकते हैं।
- यदि आप इसे दिन में दो या तीन बार करेंगे तो आप स्वस्थ होने की प्रक्रिया को तेज कर देंगे।
ऐसे तो अधिकांश आई स्टाई नुकसानदेह नहीं होती हैं, लेकिन कोई भी इनकार नहीं कर सकता है कि वे परेशान करती हैं और कुछ मामलों में जटिल हो सकती हैं।
इसलिए यदि आप देखते हैं कि आपकी आंखों पर या में अक्सर स्टाई बनती हैं, यह बेहतर होगा कि आप अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई गंभीर समस्या नहीं है।
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