मांसपेशियों के खिंचाव में राहत देने वाली 7 प्राकृतिक दवाइयां

क्या आप अपनी मांसपेशियों में दर्द महसूस करते हैं? सिंथेटिक दवाएं लेने के बजाय इन प्राकृतिक नुस्खों में से एक को आजमाए। इन समस्याओं से लड़ने के लिए इसके अद्भुत लाभों का आनंद लें।
मांसपेशियों के खिंचाव में राहत देने वाली 7 प्राकृतिक दवाइयां

आखिरी अपडेट: 17 मई, 2019

मांसपेशियों में खिंचाव एक आम समस्या है जो साधारण तौर पर उम्र के साथ उभरती है। हालांकि यह अत्यधिक शारीरिक गतिविधि या अन्य बीमारियों के कारण भी हो सकती है।

कभी-कभी, जब आप दर्द की दवा लेते हैं और आराम करते हैं तब यह ठीक हो जाती है। हालांकि कई बार मांसपेशियों में खिंचाव के लिए अन्य तरह की चिकित्सा की ज़रूरत होती है।

यह सामान्य तौर पर छिटपुट रूप से होता है, पर कई रोगियों को बारंबार इससे पीड़ित होना पड़ता है। यह गलत आदतों और गलत पॉस्चर के कारण भी होता है।

सौभाग्य से कई प्रकार की प्राकृतिक दवाइयां हैं जिनका कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। इसके अलावा वे मांसपेशियों में दर्द को शांत करने में मदद करती हैं ताकि रोजमर्रा की गतिविधियों में बाधा न पड़े।

चूँकि कई लोग अभी भी नहीं जानते हैं कि ऐसी प्राकृतिक दवाइयां हैं, हम यहाँ 7 सर्वश्रेष्ठ ऐसी दवाओं को साझा करना चाहते हैं ताकि आप उन्हें आज़मा सकें।

नोट करें!

1. मांसपेशियों में खिंचाव के लिए पुदीने का तेल (Peppermint oil)

पुदीने का तेल

अगर आपकी मांसपेशियों में खिंचाव है या ये कठोर हो गई हैं तो पुदीने का तेल ऐसे नेचुरल प्रोडक्ट में से एक है जो आपकी मांसपेशियों को आराम देने में आपकी मदद कर सकते हैं।

इसमें सूजनरोधी और दर्दनिवारक गुण हैं। ये दर्द को कम करते हैं और रक्त संचरण को प्रोत्साहित करते हैं। कुल मिलाकर प्रभावित अंग को तेजी से राहत मिलता है।

इसका इस्तेमाल कैसे करें?

  • पेपरमिंट तेल की थोड़ी मात्रा लेकर अपनी हथेलियों को नम करें। फिर नम हथेलियों को उन मांसपेशियों पर रगड़ें जहाँ आप आराम पाना चाहते हैं।
  • अच्छे परिणाम पाने के लिए कम से कम 5 मिनट तक उस जगह पर मालिश अवश्य करें

इसे भी पढ़ें : एक्सरसाइज के जरिये साइटिक नर्व पेन से राहत पायें

2. मांसपेशियों में खिंचाव के लिए वेलेरियन (Valerian)

अपने शांतिदायक और ज्वलनरोधी  प्रभावों की बदौलत वेलेरियन तेल और चाय दोनों से लाभ प्राप्त किया जा सकता है। यह मांसपेशियों के तनाव पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

इसे पियें या सीधे लगाएं। यह जलन कम करता है। साथ ही यह रक्त संचालन को दुरुस्त करता है जिससे ऑक्सीकरण की प्रक्रिया में सुधार होता है।

कैसे इस्तेमाल करें

  • प्रति दिन दो कप तक (16 औंस) वेलेरियन चाय पिएं।
  • दर्द वाले स्थान पर थोड़ा वेलेरियन तेल रगड़ें और आराम करें।

नोट: यह पौधा उनींदापन का कारण बन सकता है

3. मांसपेशियों में खिंचाव के लिए सेंधा नमक (Epsom salts)

मांसपेशियों में खिंचाव के लिए सेंधा नमक

सेंधा ‌नमक के साथ ‌स्नान करना आपकी थकी हुई मांसपेशियों को आराम देने वाला है। इसकी वजह इसमें मैग्नीशियम की ऊँची मात्रा है।

यह एसेंशियल मिनरल दर्द को रोकने में मदद करता है। यहां तक ​​कि  यह फाइब्रोमायेल्जिया और गठिया जैसी सूजन की बीमारी के इलाज में यह मदद करता है।

कैसे इस्तेमाल करें

  • अपने टब के पानी में आधा कप सेंधा नमक मिलाएं। अपने शरीर को बीस मिनट तक इसमें डूबोए रखें
  • यकीनन अच्छा आराम पाना चाहते हैं तो सोने से पहले इस उपचार का उपयोग करें।

इसे भी पढ़ें : गुलाबी हिमालय नमक : माइग्रेन के लक्षण कम करने के लिए

4. मांसपेशियों में तनाव के लिए कैमोमाइल (Chamomile)

कैमोमाइल प्राकृतिक चिकित्सा जगत में अपने पाचन और शांतिदायक गुणों के लिए जाना जाता है। यह जड़ी-बूटी दर्द और मांसपेशियों की सूजन से राहत के लिए एक प्राकृतिक समाधान है।

इसमें एंटीस्पास्मोडिक (ऐठन कम करने वाला) और सूजनरोधी गुण हैं। ये मांसपेशियों को आराम पहुंचाने में मदद करते हैं। यह विशेष रूप से कारगर है जब तनाव के कारण मांसपेशियों में खिंचाव होता है।

कैसे इस्तेमाल करें

  • एक कप (8 औंस) कैमोमाइल चाय प्रति दिन दो बार पीएं।
  • अपने हाथों पर कैमोमाइल तेल का लेपन करें। फिर, चोट वाले स्थान की मालिश करें।

5. मांसपेशियों के खिंचाव के लिए आर्निका तेल (Arnica oil)

अर्निका तेल

अर्निका में थायमोल नाम का एक रासायनिक यौगिक होता है। क्योंकि यह जिस तरह से काम करता है, यह मांसपेशियों के दर्द से राहत के लिए एकदम सही है।

इस तेल को सीधे लगाने से एक धीमा ताप महसूस होता है। यह खिंचाव को कम करता है और चलने-फिरने की समस्याओं से राहत देता है

कैसे इस्तेमाल करें

  • खींची हुई मांसपेशियों पर अर्निका तेल या जेल की कुछ बूंदें डालें और पांच मिनट तक वहाँ मालिश करें
  • इस उपचार को प्रतिदिन दो बार दोहराएं यदि आपको लगता है कि यह आवश्यक है।

6. मांसपेशियों में खिंचाव के लिए लाल मिर्च (Cayenne pepper)

इसका मसालेदार स्वाद कुछ लोगों के लिए असहनीय हो सकता है। हालांकि, मांसपेशियों के दर्द निवारण के लिए लाल मिर्च एक अच्छा उपाय है।

इसमें कैप्साइसिन नामक एक सक्रिय पदार्थ होता है। यह अपना जलनरोधी और दर्द निवारक गुण प्रदान करता है

कैसे इस्तेमाल करें?

  • अपनी स्मूदी और चाय में लाल मिर्च की थोड़ी मात्रा मिलाएं।
  • लाल मिर्च लें और अपनी थकी हुई मांसपेशियों की मालिश करने के लिए इसका प्रयोग करें।

7. मांसपेशियों में खिंचाव के लिए पैशन फ्लावर (जुनून फूल)

फैशन फूल की चाय

पैशन फूल प्राकृतिक चिकित्सा में एक बहुत जाना-पहचाना पौधा है। यह सिर्फ इसलिए नहीं है क्योंकि यह आपकी नसों को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह एक जलनरोधी के रूप में भी काम करता है और आपकी मांसपेशियों को आराम देता है

इसमें फाइटोस्टेरोल्स और फ्लेवोनोइड्स होते हैं। इन दोनों पदार्थों में एंटीऑक्सिडेंट प्रभाव होते हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं

इसके पोषक तत्व आपके तंत्रिका तंत्र की गतिविधि को नियंत्रित करते हैं। ये चिंता और अनिद्रा जैसी समस्याओं को भी नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

कैसे इस्तेमाल करें?

  • एक कप पैशन ‌फूल‌ की चाय बना कर सोने जाने से पहले पी लें
  • एक अन्य विकल्प के रूप में, गर्म चाय में एक सोखने वाला कपड़ा भिगोएँ और इसे दर्द वाले स्थान पर सेक के रूप में इस्तेमाल करें

क्या आप अपनी मांसपेशियों में दर्द या तकलीफ महसूस करते हैं? सिंथेटिक दवाइयाँ लेने के बजाय, इन प्राकृतिक औषधियों में से एक का प्रयोग करें। मांसपेशियों के खिंचाव से लड़ने के लिए इसके अद्भुत लाभों का आनंद लें।



  • Anand, P., & Bley, K. (2011). Topical capsaicin for pain management: therapeutic potential and mechanisms of action of the new high-concentration capsaicin 8% patch. British journal of anaesthesia107(4), 490–502. Recuperado de: https://doi.org/10.1093/bja/aer260
  • Aradmehr, M., Azhari, S., Ahmadi, S., & Azmoude, E. (2017). The Effect of Chamomile Cream on Episiotomy Pain in Primiparous Women: A Randomized Clinical Trial. Journal of caring sciences6(1), 19–28. Disponible en: https://doi.org/10.15171/jcs.2017.003
  • Borges, R. S., Ortiz, B. L. S., Pereira, A. C. M., Keita, H., & Carvalho, J. C. T. (2019). Rosmarinus officinalis essential oil: A review of its phytochemistry, anti-inflammatory activity, and mechanisms of action involved. Journal of ethnopharmacology229, 29–45. Disponible en: https://doi.org/10.1016/j.jep.2018.09.038
  • Caudal, D., Guinobert, I., Lafoux, A., Bardot, V., Cotte, C., Ripoche, I., Chalard, P., & Huchet, C. (2017). Skeletal muscle relaxant effect of a standardized extract of Valeriana officinalis L. after acute administration in mice. Journal of traditional and complementary medicine8(2), 335–340. Recuperado de: https://doi.org/10.1016/j.jtcme.2017.06.011
  • Fattori, V., Hohmann, M. S., Rossaneis, A. C., Pinho-Ribeiro, F. A., & Verri, W. A. (2016). Capsaicin: Current Understanding of Its Mechanisms and Therapy of Pain and Other Pre-Clinical and Clinical Uses. Molecules (Basel, Switzerland)21(7), 844. Recuperado de: https://doi.org/10.3390/molecules21070844
  • Galeotti, N., Vivoli, E., Bilia, A. R., Vincieri, F. F., & Ghelardini, C. (2010). St. John’s Wort reduces neuropathic pain through a hypericin-mediated inhibition of the protein kinase Cgamma and epsilon activity. Biochemical pharmacology79(9), 1327–1336. Disponible en: https://doi.org/10.1016/j.bcp.2009.12.016
  • Gröber, U., Werner, T., Vormann, J., & Kisters, K. (2017). Myth or Reality-Transdermal Magnesium?. Nutrients9(8), 813. Disponible en: https://doi.org/10.3390/nu9080813
  • Hyun-Jung, S., Na, H. S., & Do, S. H. (2020). Magnesium and Pain. Nutrients12(8), 2184. Recuperado de: https://www.mdpi.com/2072-6643/12/8/2184
  • Higashi, Y., Kiuchi, T., & Furuta, K. (2010). Efficacy and safety profile of a topical methyl salicylate and menthol patch in adult patients with mild to moderate muscle strain: a randomized, double-blind, parallel-group, placebo-controlled, multicenter study. Clinical therapeutics32(1), 34–43. Disponible en: https://doi.org/10.1016/j.clinthera.2010.01.016
  • Olajide O. A. (2009). Inhibitory effects of St. John’s Wort on inflammation: ignored potential of a popular herb. Journal of dietary supplements6(1), 28–32. Disponible en: https://doi.org/10.1080/19390210802687247
  • Pan, R., Tian, Y., Gao, R., Li, H., Zhao, X., Barrett, J. E., & Hu, H. (2012). Central mechanisms of menthol-induced analgesia. The Journal of pharmacology and experimental therapeutics343(3), 661–672. Recuperado de: https://doi.org/10.1124/jpet.112.196717
  • Park, S. H., Sim, Y. B., Lee, J. K., Kim, S. M., Kang, Y. J., Jung, J. S., & Suh, H. W. (2011). The analgesic effects and mechanisms of orally administered eugenol. Archives of pharmacal research34(3), 501–507. Disponible en: https://doi.org/10.1007/s12272-011-0320-z
  • Soprano, S. E., Hennessy, S., Bilker, W. B., & Leonard, C. E. (2020). Assessment of Physician Prescribing of Muscle Relaxants in the United States, 2005-2016. JAMA network open3(6), e207664. Recuperado de: https://doi.org/10.1001/jamanetworkopen.2020.7664
  • Shirzad-Siboni, V., Nobahar, M., & Ghorbani, R. (2022). Effect of chamomile oil on the intensity of nonspecific low back pain in prehospital emergency technicians. The American Journal of Emergency Medicine60, 200-203. Recuperado de: https://www.sciencedirect.com/science/article/abs/pii/S0735675722004041
  • Srivastava, J. K., Shankar, E., & Gupta, S. (2010). Chamomile: A herbal medicine of the past with bright future. Molecular medicine reports3(6), 895–901. Disponible en: https://doi.org/10.3892/mmr.2010.377
  • Smith, A. G., Miles, V. N., Holmes, D. T., Chen, X., & Lei, W. (2021). Clinical Trials, Potential Mechanisms, and Adverse Effects of Arnica as an Adjunct Medication for Pain Management. Medicines (Basel, Switzerland)8(10), 58. Disponible en: https://doi.org/10.3390/medicines8100058
  • World Health Organization. (2022). Musculoskeletal health. Recuperado de: https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/musculoskeletal-conditions [Consultado el 2 de febrero de 2023].
  • Zare, A., Khaksar, Z., Sobhani, Z., & Amini, M. (2018). Analgesic Effect of Valerian Root and Turnip Extracts. World journal of plastic surgery7(3), 345–350. Recuperado de: https://doi.org/10.29252/wjps.7.3.345

यह पाठ केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रदान किया जाता है और किसी पेशेवर के साथ परामर्श की जगह नहीं लेता है। संदेह होने पर, अपने विशेषज्ञ से परामर्श करें।