6 कार्मिनेटिव हर्ब जो गैस से छुटकारा पाने में मददगार हैं

क्या आपका पेट फूलता है या पेट में दर्द है? क्या खाने के बाद भारीपन महसूस करते हैं? इन असुविधाजनक लक्षणों को कम करने के लिए इनमें से एक हर्ब चुनें और इसके गुणों का फायदा लाभ उठाएं।
6 कार्मिनेटिव हर्ब जो गैस से छुटकारा पाने में मददगार हैं

आखिरी अपडेट: 28 जुलाई, 2020

कार्मिनेटिव हर्ब ऐसी जड़ी-बूटियाँ हैं जो पाचन तंत्र में जमा होने वाली गैस को खत्म करने में मदद करती हैं। उन्हें नेचुरल ट्रीटमेंट में सैकड़ों सालों से इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि दूसरे फायदों के अलावा वे पेट की परेशानी और धीमें पाचन की समस्या को कम करती हैं।

हालाँकि इन जड़ी-बूटियों के कई करत के अर्क का उपयोग फ़ार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री द्वारा गैस-नासक दवाओं को तैयार करने के लिए भी किया जाता है, फिर भी वे अपनी नेचुरल अवस्था में केमिकल फ्री विकल्पों के रूप में उपयोगी होती हैं।

वे एंटीस्पास्मोडिक्स के रूप में भी काम करती हैं और अपने पोषक तत्वों की बदौलत वे आंतों के वनस्पतियों को न्यूट्रीशन देने के अलावा उन्हें रेगुलेट करती हैं।

क्या आपने कार्मिनेटिव जड़ी बूटियों को आजमाया है? 6 बेहतरीन विकल्प खोजने के लिए आगे पढ़ें।

1. कैमोमाइल: बेहतरीन कार्मिनेटिव हर्ब (Carminative Herbs) में से एक

कैमोमाइल एक एंटी-इंफ्लेमेटरी और कार्मिनेटिव हर्ब है जिसका उपयोग पेट फूलना, पेट में सूजन और पेट के दर्द के प्राकृतिक समाधान के रूप में किया जाता है। इसके कम्पाउंड पाचन में सुधार करते हैं और आंतों में गैस बनना कम करते हैं।

सामग्री

  • 1 बड़ा चम्मच कैमोमाइल फूल (10 ग्राम)
  • 1 कप पानी (250 मिली)

तैयारी

  • एक कप पानी उबालें और जब यह उबाल तक आ जाए तो कैमोमाइल फूल डालें।
  • इस ड्रिंक को 10 मिनट के लिए छोड़ दें। उसके बाद छान कर इसका सेवन करें।

कैसे सेवन करें

  • जब भी आपको जी मचले या पेट फूला हुआ महसूस हो तो एक कप इसे पिएं।
  • इन लक्षणों को रोकने के लिए वैसा खाना खाने के बाद इसका सेवन करें जिनसे आपको यह समस्या होती है।

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2. जंगली सेलरी (Wild celery)

जंगली सेलरी एक पाचन और सूजन-रोधी कार्मिनेटिव हर्ब है जो अपशिष्ट को प्रोसेस करने में सहायता करती है जो आंतों में गैस बनाता है। इसमें सिडेटिव और एनाल्जेसिक गुण होते हैं जो गैस्ट्राइटिस और एंग्जायटी के लक्षणों को कम करते हैं।

सामग्री

  • 1 चम्मच एंजेलिका (जंगली सेलरी) (5 ग्राम)
  • 1 कप पानी (250 मिली)

तैयारी

  • एक बर्तन में एक कप पानी में एक वाइल्ड सेलरी मिलाएं और इसे 5 मिनट तक उबालें।
  • ड्रिंक को ढकें और इसे 10 मिनट के लिए रूम टेम्परेचर पर छोड़ दें।

कैसे सेवन करें

  • गैस या सूजन से पीड़ित होने पर इस अर्क को पियें।
  • हर बार मुख्य भोजन के बाद इसे पिएं।

3. कार्मिनेटिव हर्ब : थाइम (Thyme)

कार्मिनेटिव हर्ब : थाइम (Thyme)

थाइम के एसेंशियल ऑयल इसे कार्मिनेटिव, एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण देते हैं जो गैसों के बनने और आंतों में टोक्सिन जमा होने में कमी लाते हैं। इसके ऐंठन रोकने वाले कम्पाउंड ऐंठन को कम करते हैं और पेट की सूजन को रोकने में मदद करते हैं।

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सामग्री

  • थाइम का 1 चम्मच (5 ग्राम)
  • 1 कप पानी (250 मिली)

तैयारी

  • एक कप पानी उबालें और एक चम्मच थाइम डालें।
  • पेय को कवर करें और इसे 5 से 10 मिनट तक बैठने दें।

कैसे करें सेवन

  • जलसेक तनाव और किसी भी समस्याग्रस्त व्यंजन खाने के बाद इसे पीना।
  • चाहें तो इसे दिन में दो बार तक पियें।

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4. मुलैठी ( Licorice)

मुलैठी की जड़ एक पाचन और एंटी इन्फ्लेमेटरी नुस्खे के रूप में ओपुलर है। मध्यम मात्रा में यह अपशिष्ट हटाने में बढ़ावा देती है और एसिडिक जूस के स्राव को न्यूट्रलाइज करती है।

इसके कार्मिनेटिव गुण पेट फूलने से राहत देने में मदद करते हैं और निचली आंतों में भारीपन और सूजन की भावना को कम करते हैं।

सामग्री

  • 1 चम्मच मुलैठी की जड़ (5 ग्राम)
  • 1 कप पानी (250 मिली)

तैयारी

  • एक बर्तन में लिकोरिस की जड़ को एक कप पानी में डालें और इसे कम आंच पर 3 मिनट के लिए उबाल लें।
  • पेय को कमरे के तापमान पर छोड़ दें और छान लें।

कैसे सेवन करें

  • एक दिन में 2 या 3 कप मुलैठी वाली चाय पिएं।

5. बोल्डो (Boldo)

बोल्डो ने प्राकृतिक चिकित्सा में एक एंटी इन्फ्लेमेटरी, कार्मिनेटिव और प्राकृतिक क्लीन्ज़र के रूप में उत्कृष्ट काम करता है। सेवन किये जाने के बाद यह लिवर, पेट और आंतों के कामकाज को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह फैट और प्रोटीन के पाचन में सुधार लाने के लिए आदर्श है। साथ ही यह पेट फूलना और पेट दर्द पर काबू करता है।

सामग्री

  • 1 बड़ा चम्मच बोल्डो के पत्ते (10 ग्राम)
  • 1 कप पानी (250 मिली)

तैयारी

  • एक बर्तन में बोल्डो की पत्तियों को एक कप पानी में मिलाएं और इसे कम आंच पर 5 मिनट के लिए उबाल लें।
  • आंच से उतारें, 10 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर इसे छान लें।

कैसे सेवन करें

  • भारीपन और गैस महसूस करने पर इस अर्क से एक कप पिएं।
  • गरिष्ठ खाना खाने के बाद इसे पिएं।

6. धनिया (Coriander)

धनिया की पत्तियों और बीजों दोनों में कार्मिनेटिव कम्पाउंड होते हैं जो आंतों में गैस बनना कम करने में मदद करते हैं। पेट की सूजन पर काबू पाने और धीमे पाचन से राहत पाने के लिए इसकी सिफारिश की जाती है।

सामग्री

  • 1 चम्मच धनिया (5 ग्राम)
  • 1 कप पानी (250 मिली)

तैयारी

  • एक कप पानी उबालें। जब यह अपने उबलते बिंदु तक पहुंच जाए तो धनिया डालें।
  • 5 से 8 मिनट के लिए रूम टेम्परेचर पर छोड़ दें और फिर छान लें।

कैसे सेवन करें

  • 2 या 3 कप अर्क रोजाना पियें जब तक गैस खत्म न हो जाए।

क्या आपका पेट फूलता है या पेट में दर्द है? क्या खाने के बाद भारीपन महसूस करते हैं? इन असुविधाजनक लक्षणों को कम करने के लिए इनमें से एक हर्ब चुनें और इसके गुणों का फायदा लाभ उठाएं।



  • Bhowmik, D., Kumar, K. P. S., Yadav, A., Srivastava, S., Paswan, S., & Dutta, A. S. (2012). Recent Trends in Indian Traditional Herbs Syzygium aromaticum and its Health Benefits. Journal of Pharmacognosy and Phytochemistry. https://doi.org/10.1007/s13398-014-0173-7.2
  • Bhowmik, D., Sampath Kumar, K. P., Srivastava, S., Paswan, S., Sankar, A., & Dutta, D. (2012). Traditional Indian Herbs Punarnava and Its Medicinal Importance. Journal of Pharmacognosy and Phytochemistry.
  • Baliga, M. S., Shivashankara, A. R., Haniadka, R., Palatty, P. L., Arora, R., & Fayad, R. (2013). Ginger (Zingiber officinale Roscoe): An ancient remedy and modern drug in gastrointestinal disorders. In Bioactive Food as Dietary Interventions for Liver and Gastrointestinal Disease. https://doi.org/10.1016/B978-0-12-397154-8.00189-5

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