जीभ के कैंसर के 5 संभावित लक्षण
जीभ के कैंसर को तकनीकी रूप से ओरल या ऑरोफरीन्जियल कैंसर के रूप में जाना जाता है, यह सबसे कम होने वाले सामान्य कैंसर में से एक है। ज्यादातर मामलों में जीभ के कैंसर वाले लोग आजीवन धूम्रपान करने या शराब पीने वाले लोग होते हैं।
आंकड़े बताते हैं कि यह महिलाओं की तुलना में पुरुषों के बीच ज्यादा आम है, और हाल ही में ओरल या ऑरोफरीन्जियल कैंसर वाले लोगों की संख्या बढ़ी है।
किसी भी बीमारी में कुछ लक्षण दिखाई देते हैं जो संकेत देते हैं कि शरीर में क्या चल रहा है। यदि आपको संदेह है कि आप बीमार हैं, तो जीभ के कैंसर के निम्नलिखित 5 लक्षणों पर ध्यान दें।
कृपया गौर करें कि ये लक्षण सबसे सामान्य लक्षण हैं और इस बात के 100% संकेत नहीं हैं कि आपको कैंसर है।
यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या हैं, तो याद रखें कि आपको अपने डॉक्टर से जांच करवाने और ठीक से डायग्नोसिस करने के लिए जाना चाहिए।
जोखिम वाले कारण
जीभ के कैंसर के लक्षण
जिस तरह डायबिटीज की फैमिली हिस्ट्री वाले लोगों के जीवन में कभी डायबिटीज होने की संभावना ज्यादा होती है, उसी तरह लाइफस्टाइल या डाइट के कुछ फैक्टर से जीभ के कैंसर होने की अधिक संभावना हो सकती है।
इनमें से कुछ हैं:
धूम्रपान और शराब
इनके सेवन से जीभ के कैंसर के साथ-साथ फेफड़ों के कैंसर, सिरोसिस और पेट के कैंसर जैसी अन्य बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है।
एक्टिव स्मोकर को मुंह में कैंसर कोशिकाओं के बढ़ने की ज्यादा संभावना है। यह उन लोगों के लिए भी सच है जो नियमित रूप से शराब पीते हैं।
आहार
कम फलों और सब्जियों वाला भोजन खाने से आपकी रोग प्रतिरोधी क्षमता कमजोर हो जाती है और आपको लगातार स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति अधिक संवेदनशील बना देती है।
मानव पैपिलोमावायरस (HPV)
एचपीवी वाले लोगों को जीभ का कैंसर होने की संभावना अधिक होती है क्योंकि वायरस सीधे इसके स्वरूप और वृद्धि से जुड़ा होता है।
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जीभ के कैंसर के शुरुआती लक्षण
1. जीभ में छाले (Tongue ulcers)
दर्दनाक अल्सर या घाव जो दवाओं पर अच्छी प्रतिक्रिया नहीं देते, जीभ के कैंसर के पहले लक्षणों में से एक हैं।
आम तौर पर अल्सर दर्दनाक और बहुत असहज होते हैं। हालांकि यहां अंतर यह है कि ये बहुत सेंसेटिव होते हैं और बहुत बार दिखाई देते हैं।
आम अल्सर या ओरल दाद के साथ उनका घालमेल नहीं करना चाहिए, इसलिए दर्द की तीएव्रता और उसकी अवधि पर ज़रूर ध्यान दें।
2. दर्द
जीभ के कैंसर के कारण होने वाला दर्द सिर्फ जीभ तक ही सीमित नहीं होता है। यह पूरे मुंह और गले में भी फैल सकता है।
- आप इसे रोज़मर्रा की एक्टिविटी में महसूस कर सकते हैं जैसे पानी पीना या खाना चबाना।
- निगलने या चबाने के दौरान होने वाला कैंसर का संकेत हो सकता है, हालांकि यह गले में संक्रमण, टॉन्सिलिटिस या एलर्जी के मामलों में भी हो सकता है।
दर्द की तीव्रता और इसकी समय सीमा पर पूरा ध्यान दें।
यदि दर्द एक सप्ताह से अधिक समय तक रहता है और आपको अपनी जीभ पर धब्बे जैसे अन्य लक्षण दिखाई देते हैं तो डॉक्टर द्वारा जांच करवाना और सही डायग्नोसिस करना सबसे अच्छा है।
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3. जीभ पर धब्बे
धब्बा एक और बड़ा संकेत है कि आपको जीभ में कैंसर हो सकता है।
वे आमतौर पर सफेद (ल्यूकोप्लाकिया-leukoplakia) या लाल (एरिथ्रोप्लाकिया-erythroplakia) होते हैं और दो हफ़्ते से ज्यादा वक्त तक रहते हैं। यदि ऐसा है तो आपको यह समझाने के लिए डॉक्टर से मिलना चाहिए कि क्या चल रहा है।
यदि डॉक्टर ज़रूरी माने तो धब्बों के विश्लेषण के लिए बायोप्सी कराएं।
4. अप्रिय गंध
उपरोक्त लक्षणों के अलावा आपके मुंह में कोई खराब गंध है? जब आप अपने दाँत और जीभ को ब्रश करते हैं, तो यह दूर हो जाता है, लेकिन यह जल्दी से वापस आ जाता है और आपके मुंह में खूनी स्वाद के साथ हो सकता है।
5. जीभ में खून बहना
बहुत से लोग जीभ में रक्तस्राव को मसूड़ों या अल्सर मान लेते हैं। इसलिए यह पता लगाना कि रक्तस्राव कहां से हो रहा है, महत्वपूर्ण है।
- खाने के बाद एक कॉटन बॉल से अपनी जीभ को साफ करें और देखें कि खून कहां से आ रहा है।
- मुंह में खून का स्वाद आने पर डॉक्टर से मिलें।
मुंह के कैंसर वाले लोगों में लक्षण उभर भी सकते हैं और नहीं भी। यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि उपरोक्त लक्षण इस कैंसर के लिए विशिष्ट नहीं हैं। वे दूसरी बीमारियों के भी संकेत हो सकते हैं। यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं, तो डेंटिस्ट से मिलें।