टॉप-10 डायबिटीज के संकेत, इन्हें कभी नज़रअंदाज न करें
डायबिटीज यानी मधुमेह दुनिया भर में एक ख़तरनाक रोग माना जाता है। इसे ‘साइलेंट किलर’ भी कहते हैं क्योंकि लंबे समय तक डायबिटीज के संकेत नहीं दिखते और इसकी पहचान करना मुश्किल होता है।
यह एक मेटाबोलिक रोग है। ये वे रोग होते हैं जिनमें रक्त प्रवाह में ग्लूकोज़ का स्तर बढ़ जाता है। डायबिटीज होने पर आपके जीवन की गुणवत्ता घट जाती है और आपको कार्डियोवैस्कुलर और न्यूरोलॉजिकल क्षति का ख़तरा बढ़ जाता है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि बहुत से रोगी अक्सर डायबिटीज के संकेत नज़रअंदाज कर देते हैं क्योंकि भूलवश वे इन्हें अन्य छोटी-मोटी बीमारियों के लक्षण मान बैठते हैं।
एक अनुमान के मुताबिक इस रोग से पीड़ित तीन लोगों में से एक को यह पता नहीं होता कि उसे यह बीमारी है जिससे गंभीर जटिलताएं पैदा होने का ख़तरा बढ़ जाता है।
इसलिए, यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि शुरुआती डायबिटीज के संकेत क्या हैं और आपको कब अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि उचित परीक्षण करवाए जा सकें।
बहुत से लोगों को इनकी पहले से जानकारी नहीं है। इसीलिए, आज हम आपको बताएंगे डायबिटीज के टॉप-10 चेतावनी संकेत। आइए, इनके बारे में जानते हैं।
1. टॉप-10 डायबिटीज के संकेत: बार-बार मूत्र-त्याग की इच्छा
मूत्र नली में संक्रमण या फिर ढेर सारा पानी या कोई अन्य तरल पीने के कारण बार-बार मूत्र त्याग करना पड़ सकता है।
अगर कारण ये दोनों नहीं है और फिर भी आपको बार-बार मूत्र त्यागने की इच्छा होती है तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है।
इसका कारण यह है कि मूत्र के माध्यम से अतिरिक्त शूगर से छुटकारा पाने के लिए आपकी दोनों किडनी को बहुत मेहनत करनी पड़ती है।
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2. प्यास लगना
यह लक्षण पिछले डायबिटीज के संकेत से ही संबंधित है। जब आप बार-बार मूत्र त्याग करते हैं तो शरीर में पानी की कमी हो जाती है और इसकी भरपाई के लिए आपको लगातार प्यास लगती है।
3. ख़ूब खाने की इच्छा
ब्लड शूगर लेवल के बहुत कम या ज़्यादा होने, दोनों ही स्थिति में हमें तेज़ भूख लगती है। इन्हें क्रमशः हाइपोग्लाइसीमिया (hypoglycemia) और हाइपरग्लाइसीमिया (hyperglycemia) कहते हैं।
इसका कारण आपकी कोशिकाओं को शूगर की सही मात्रा न मिलना है। जब ऐसा होता है तो आपके दिमाग को कुछ खाने का संकेत जाता है और आपको भूख का एहसास होता है।
4. मुंह सूखना
मुंह सूखने का अहसास बहुत ख़राब होता है और इसकी वजह से कई स्वास्थ्य समस्याओं का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। यह स्थिति न केवल शरीर में पानी की कमी बतलाती है बल्कि टाइप2 डायबिटीज का भी संकेत देती है।
आपकी त्वचा में आए बदलाव बैक्टीरिया की वृद्धि को बढ़ावा देते हैं और आपको मसूड़ों और दांतों की समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है।
5. टॉप-10 डायबिटीज के संकेत: थकान
अत्यधिक और लगातार थकान होना एक ऐसा लक्षण है जिसे किसी भी परिस्थिति में नज़रअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
आम तौर पर दिन भर मेहनत-मशक्कत करने के बाद थकान होना सामान्य बात है लेकिन ऐसा तब भी हो सकता है जब आपका शरीर आपकी कोशिकाओं में ग्लूकोज़ की कमी की भरपाई करने की कोशिश करता है।
हालत तब और बिगड़ हो जाती है जब रात में बार-बार मूत्र त्याग करने से आपकी नींद में खलल पड़ता है और आपकी नींद पूरी नहीं होती है।
6. देखने में परेशानी
आपकी आंखें उन अंगों में से हैं जिन्हें डायबिटीज के कारण सबसे ज़्यादा नुकसान उठाना पड़ता है।
ख़ून में ज़्यादा ब्लड शूगर स्तर आपकी आंखों और लेंस की आकृति बदल देता है जिससे दृष्टि धुंधली हो जाती है।
कभी-कभी आपको अजीब सी रोशनी दिखाई देती हैं और चीज़ें टेढ़ी-मेढ़ी दिखती हैं।
सबसे ख़राब बात यह है कि अनियंत्रित डायबिटीज से आप अंधे हो सकते हैं या फिर आपको कई स्थाई रोग हो सकते हैं।
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7. संक्रमण होना
ज़्यादा ग्लूकोज़ लेवल वाली परिस्थितियों में बैक्टीरिया, वायरस और फंगस अच्छी तरह वृद्धि करते हैं। आपको संक्रमण आसानी से होता है।
इसीलिए, डायबिटीज से ग्रस्त रोगियों को अक्सर वेजाइनल यीस्ट इंफेक्शन, त्वचा संक्रमण, मूत्र नली संक्रमण और फंगस और वायरस से होने वाले संक्रमण होते हैं।
8. हाथ-पैर सुन्न पड़ जाना, झुनझुनी होना
डायबिटीज के ये लक्षण तब दिखते हैं जब डायबिटीज से सीधा संबंध रखने वाली तंत्रिका कोशिकाओं को क्षति पहुंचती है।
बार-बार आपके हाथ-पैर सुन्न पड़ते हैं, उनमें झुनझुनी होती है। दर्द और सूजन का भी अहसास होता है।
अगर समय रहते यह समस्या नियंत्रित नहीं की गई तो तंत्रिकाओं को स्थाई क्षति पहुंच सकती है जिससे बाद में गंभीर समस्याएं पैदा जाती है।
9. अकारण वजन घटना या बढ़ना
अकारण तब वजन घटता या बढ़ता है जब डायबिटीज के कारण आपका शरीर इंसूलिन का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता है।
यह बीमारी उचित मात्रा में ग्लूकोज़ को आपकी कोशिकाओं तक पहुंचने से रोकती है, आपका शरीर ऊर्जा प्राप्त करने के लिए आपकी मांसपेशियों की प्रोटीन का इस्तेमाल करना शुरू कर देता है।
वहीं, दूसरी तरफ इसका एकदम उलटा असर भी होता है। आपकी मीठी चीज़ें खाने की इच्छा बढ़ जाती है जिससे वजन बढ़ता है।
10. देर से घाव भरना
आपकी रक्त वाहिकाओं को पहुंचे नुकसान के कारण आपके शरीर की प्राकृतिक रूप से छोटे-मोटे खरोंचें या घाव भरने की प्रक्रिया बाधित हो जाती है।
अत्यधिक शूगर के कारण नसों और धमिनयों को क्षति पहुंचती है जिससे इनकी उन कोशिकाओं तक ख़ून ले जाने की क्षमता घटती है जो इनकी मरम्मत करती हैं।
अंत में, ऊपर बताए गए डायबिटीज के संकेत जेहन में रखने के अलावा आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से भी टाइप 2 डायबिटीज की रोकथाम की जा सकती है।
इसीलिए, वजन बढ़ने से रोकना, धूम्रपान न करना, बैठे-बिठाए काम करने से बचना और सैचुरेटेड फैट वाली डाइट, मीठी चीज़ों और डिब्बाबंद खाद्य से परहेज करना बहुत अच्छा रहेगा।
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