स्वस्थ चॉकलेट क्या है?
चॉकलेट मॉडर्न डाइट में सबसे आम मिठाइयों में से एक है। यह एक ऐसा भोजन है जिसमें कुछ अच्छी विशेषताएं हैं। हालांकि सभी चॉकलेट स्वस्थ नहीं होते। इसलिए यह जानना जरूरी है कि स्वस्थ चॉकलेट कौन से हैं।
क्या आपने देखा है कि बाजार में चॉकलेट की कई अलग-अलग टाइप है? सबसे अच्छा विकल्प कौन सा है?
इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि इस डिश को खरीदते समय किन बातों पर गौर करें।
बिना मिठाई वाल चॉकलेट
चॉकलेट चुनते समय शरीर पर चीनी के असर को ध्यान में रखना अहम है। यह पोषक तत्व मोटापे का जोखिम बढ़ा सकता है। इसके अलावा चीनी मेटाबोलिज़्म से जुड़े कई हेल्थ मार्करों को डैमेज करता है। दरअसल क्रिटिकल रिव्यूज इन क्लिनिकल लेबोरेटरी साइंसेज जर्नल में प्रकाशित यह लेख इसकी व्याख्या करता है।
हालाँकि यह वास्तविक चीनी के बजाय आर्टिफीसियल स्वीटनर वाले चॉकलेट का सहारा लेना अच्छा विकल्प नहीं है। इस तरह का पदार्थ आंतों के माइक्रोबायोटा के लिए नुकसानदेह है। इसके अलावा यह इंसुलिन रेजिस्टेंस के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है।
इसलिए सबसे अच्छी रणनीति चॉकलेट का चयन करना है जिसमें कोको का प्रतिशत ज्यादा है। दरअसल आप एक ऐसा प्रोडक्ट चुनना चाहेंगे जिसमें कम से कम 75% कोको हो।
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कोको और इसकी एंटीऑक्सीडेंट क्षमता
कोको एक ऐसा खाद्य है जिसकी विशेषता इसमें मौजूद लिपिड और फाइटोन्यूट्रिएंट है। ब्रिटिश जर्नल ऑफ क्लिनिकल फार्माकोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार इसमें बाद वाले में हाई एंटीऑक्सिडेंट क्षमता है। दरअसल सेलुलर उम्र बढ़ने से रोकने के लिए इस पोषक तत्व का पर्याप्त होना जरूरी है। साथ ही यह अकाल मृत्यु के जोखिम को कम करने में मदद करता है, साथ ही मीडियम और लॉन्ग टर्म रोगों के विकास की संभावना को भी।
कडवे स्वाद वाला कोको प्रकृति में पाए जाने वाले उच्चतम एंटीऑक्सिडेंट क्षमता वाले खाद्य पदार्थों में से एक है। कॉफी और बेरीज के साथ यह किसी भी बैलेंस डाइट प्लान के लिए एक बढ़िया संयोजना है।
हालांकि चॉकलेट और कोको के बीच न उलझें। क्योंकि चॉकलेट में आमतौर पर ढेर सारी चीनी होती है। इसलिए हेल्दी चॉकलेट में आमतौर पर कार्बोहाइड्रेट की कम से कम मात्रा होनी चाहिए।
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व्हाइट चॉकलेट स्वस्थ चॉकलेट नहीं है
इसकी कई टाइप में कुछ में ज्यादा कोको नहीं है, जिन्हें हमें इस ग्रुप में शामिल नहीं करना चाहिए। उदाहरण के लिए इनमें से एक सफेद चॉकलेट है, जो मुख्य रूप से मक्खन और चीनी से बना होता है।
यह बहुत पौष्टिक भोजन तो नहीं है, और नियमित रूप से सफेद चॉकलेट खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं। इसलिए जितना हो सके आपको इसे खाने से बचना चाहिए।
दूसरा उदाहरण चॉकलेट और अखरोट क्रीम है। इंडस्ट्रियल तेल और रिफाइंड शुगर इनकी विशेषता है। वे ऐसे खाद्य पदार्थों का उत्पादन करते हैं जिनका स्वाद अच्छा होता है लेकिन वे बहुत स्वस्थ नहीं होते। हालाँकि बच्चों का उन तक पहुँचना बहुत आसान है, जिसपर हम सभी को नज़र रखनी चाहिए।
आप अपनी डाइट में स्वस्थ चॉकलेट शामिल कर सकते हैं
चॉकलेट ऐसा खाद्य है जो विविध और स्वस्थ आहार का एक हिस्सा हो सकता है। हालांकि इनमें सभी हेल्दी नहीं हैं और इसमें हमेशा एक जैसे पोषक गुण नहीं होते। पर हमें उन्हें चुनना चाहिए जिनमें कोको की ज्यादा मात्रा और चीनी कम हो।
याद रखें, आर्टिकफीसियल स्वीटनर हाई ग्लाइसेमिक कार्बोहाइड्रेट का एक स्वस्थ विकल्प नहीं है। ये पदार्थ आमतौर पर माइक्रोबायोटा में बदलाव का कारण बनते हैं जो आपके मेटाबोलिज़्म की सेहत पर असर डाल सकते हैं। इसके अलावा, ध्यान रखें कि सभी चॉकलेट प्रोडक्ट में कोको नहीं है। और कोको वह पदार्थ है जिसमें सभी एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, और जो सेहत के लिए अच्छा है।
एक बार अच्छे किस्म की चॉकलेट चुनने के बाद आप इसे अपनी डाइइट में शामिल कर सकते हैं। यह स्नैक्स के लिए अच्छा है, क्योंकि यह कुछ फलों और डेयरी के साथ अच्छी तरह से मिल जाता है। इसके अलावा, डेज़र्ट बनाने के लिए यह बहुत अच्छा है, हालांकि हमें गुणवत्ता वाली सामग्रियों पर ही फोकस करना चाहिए।
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