3 स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज जो लायेंगी पैरों में लचीलापन
एक स्वस्थ, टोंड, ताकतवर और लचीली देह पाने में मदद करने के लिए कई अलग-अलग स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज मौजूद हैं। इस आर्टिकल में हम कुछ आसान एक्सरसाइज की जानकारी देंगे जो पैर का लचीलापन सुधारने में आपकी मदद करेंगी।
फिजिकल ट्रेनिंग न सिर्फ आपको अच्छा लुक पाने में मदद करती है बल्कि पैरों को भी स्वस्थ रखती है। शरीर की मूवमेंट बनाए रखना इस अंग में थकान, सूजन और पानी जमने के रुझान को रोकता है।
लचीलापन क्या है?
फ्लेक्सिबिलिटी या लचीलापन जोड़ों की विभिन्न डिग्री के मूवमेंट के लिए शरीर की मांसपेशियों की लंबाई में बढ़ोतरी और उनका अनुकूलन है। हर इंसानी शरीर की अपनी सीमाएं और विशेष स्किल होते हैं।
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लचीली बॉडी होने के फायदे
लचीलापन एक ऐसा गुण है जिसे आप अपनी देह में विकसित कर सकते हैं, कोई चमत्कारिक चीज नहीं जो आपके टीवी देखते वक्त खुद आपकी गोद में गिर जाएगा। इसे विकसित करने में आपको बहुत मेहनत करनी पड़ेगी!
स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज से मांसपेशियों को ताकत, ब्लड सर्कुलेशन में सुधार, अच्छा पॉस्चर और शरीर के संतुलन, सामंजस्य, कोओर्डिनेशन में सुधार की सहूलियत मिलती है। साथ ही इनसे लिगामेंट और टिश्यू के चोटिल होने का खतरा कम हो जाता है।
लचीलापन एथलिटों को गति और सहनशीलता बढ़ाने में मदद करता है। यह आपको प्रभावशीलता मूवमेंट, अपनी देह को बेहतर तरीके से जानने और फिजिकल रिलैक्सेशन को बढ़ाने की सहूलियत देता है।
3 स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज पैरों में लचीलापन बढ़ाने के लिए
नीचे हम पैर के लचीलेपन में सुधार लाने वाली तीन असरदार लेकिन आसान स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज की जानकारी देंगे।
1. घुटनों को बिना झुकाए पैरों को छूएं
- गहरी साँस लें। सीधे खड़े हो जाएं और एड़ी को जोड़ लें। यदि आप चाहें तो उन्हें हल्का सा अलग रख सकते हैं। जो भी आपके लिए ज्यादा आर्म्देह हो, उसे चुनें।
- अब अपने पेट को सिकोड़ें। इसे कॉन्ट्रैक्ट करते हुए नाक से साँस लेना जारी रखें और बाहों को आसमान की ओर सीधा फैलाएं।
- पूरी पीठ को सीधा तान लें और फिर बहुत सावधानी से धीरे-धीरे आगे की ओर झुकते हुए नाक से सांस छोड़ें। अपने घुटनों को बिलकुल सीधा रखते हुए पैरों को हाथों से छूने की कोशिश करें। यदि नहीं छू पा रहें हैं तो चिंता न करें। धारे-धीरे लचीलापन बढ़ेगा।
- बराबर सांस लेते रहें और कम से कम 30 सेकंड तक इस मुद्रा में बने रहें। फिर धीरे-धीरे साँस लेते हुए प्रारंभिक स्थिति में लौट आएं। इस व्यायाम को 20 बार दोहराएं।
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2. बटरफ्लाई स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज
- फर्श पर बैठ जाएँ, योगा मैट या तौलिया हो तो बेहतर होगा। अपने आगे दोनों पैर के तलवों को आमने-सामने जोड़ें और दोनों हाथों से उन्हें इकट्ठे पकड़ लें।
- तितली के पंख फड़फड़ाने के नदाज में अपने घुटनों को सी-सॉ कराएं। इस दौरान बिलकुल सीधा बैठें और हाथों से पैरों को इकट्ठे जोड़े रखें।
- इस तरह सांस लेते हुए अपने घुटनों को पांच सेकंड सी-सॉ कराएं। अगर आपको सहज लगे, तो जितनी बार घुटनों को नीचे करें उतनी बार साथ-साथ सिर को भी नीचे झुका सकते हैं।
- अपने माथे को जितना संभव हो पैरों के पास लाने की कोशिश करें। यह एक्सरसाइज कम से कम चार बार दोहराएं।
3. फर्श पर बैठकर पैरों को फैलाएं
- यह एक्सरसाइज फर्श पर भी किया जाता है। पहली बात यह है कि अपने पैरों को बगल की ओर खोलें और जितना हो सके और उन्हें फैला कर छोड़ दें।
- ऐसे स्ट्रेच करें जैसे कि आप उस पैर को छूने की कोशिश कर रहे हैं। इस मुद्रा में ज़रूरी है कि आप घुटने न मोड़ें और न ही अपना सिर मोड़ें।
- धड़ की सीधा रखें, श्वास अन्दर लें और बाहों को आकाश की ओर उठायें। फिर धड़ को बगल की ओर फैले पैर की ओर झुकाते हुए साँस छोड़ें।
- एक गहरी साँस लें और शुरुआती स्थिति में वापस जाएं। अब दूसरे पैर के साथ यही दोहराएं।
- परिणाम पाने के लिए आपको हर पैर के साथ कम से कम 20 बार रोज यह एक्सरसाइज करनी चाहिए।
आप देख सकते हैं, ये स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज बहुत सरल हैं और विभिन्न योग मुद्राओं से प्रेरित हैं। ये व्यायाम पैर के लचीलेपन में सुधार करने के अलावा आपको रिलैक्स करने में भी मदद करते हैं।
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