रात के एसिड रिफ्लक्स को रोकने के अचूक उपाय

हजारों लोग लगातार रात के एसिड रिफ्लक्स से बचाव के तरीके खोज रहे हैं। बेशक यह समस्या दिन में किसी भी वक्त हो सकती है, पर कई लोगों के लिए रात में एसिड रिफ्लक्स होना ज्यादा आम है, और वास्तव में नींद से जुड़ी गड़बड़ियों के लिए एक ट्रिगर बन सकता है।
एसिड रिफ्लक्स या गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) एसोफैगल स्फिंक्टर के कमजोर होने के कारण होता है, जो शरीर का वह हिस्सा है जो पेट के एसिड को ओसोफेगस और मुंह में वापस उठने देता है। नतीजतन प्रभावित व्यक्ति एक असहज जलन महसूस करता है, इसके साथ ही सीने में दर्द, इर्रिटेशन और निगलने में समस्या भी होती है।
सौभाग्य से ज्यादातर मामलों में यह हल्का होता है और गंभीर जटिलताओं को जन्म नहीं देता। हालांकि यह सलाह दी जा सकती है कि इस स्थिति को रोकने के लिए आपको इसका इलाज करना चाहिए। क्योंकि यह नींद और जीवन की क्वालिटी को प्रभावित कर सकती है।
नीचे हम कुछ टिप्स शेयर करेंगे जो इसे रोकने में आपकी मदद कर सकती हैं।
रात में एसिड रिफ्लक्स क्यों होता है?
रात के एसिड रिफ्लक्स के पीछे कई कारण हो सकते हैं।
सबसे पहले, यह गरिष्ठ और समस्या पैदा करने वाले रात्रिभोज से जुड़ा हुआ है, विशेष रूप से जो बिस्तर से कुछ समय पहले खाया जाता है। चूंकि यह पाचन में बाधा डालता है और शरीर रात में लेटने की पोजीशन में होता है, इसोफेजियल स्फिंक्टर की सख्ती घट जाती है और एसिड वापस एसोफैगस और मुंह में ऊपर उठ आता है। यह तब भी होता है जब आप बिस्तर पर जाने से पहले या गलत पोजीशन में लेटकर बहुत गर्म पेय पीते हैं।
यह समस्या स्मोकिंग करने वालों, स्ट्रेस से पीड़ित लोगों और तंग पाजामा पहनने वालों को भी प्रभावित करती है। इसलिए इलाज का पहला कदम गलत आदतों को सुधारकर उस लाइफस्टाइल में सुधार लाना है जो इसे पैदा करती है या इसे बदतर बना सकती है।
रात के एसिड रिफ्लक्स को रोकने के अचूक उपाय

हालांकि यह तय करने के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लेना अहम है कि कहीं कोई छिपा हुआ कारण तो नहीं है, पर ये सिफारिशें भी उपयोगी हैं।
सोने से पहले खाने से बचें
रात का खाना खाए बिना बिस्तर पर नहीं जाना चाहिए लेकिन आपको सोने से ठीक पहले खाना नहीं चाहिए।
आदर्श आदत सोने से दो या तीन घंटे पहले हल्का खाना खाना है। इस तरह सोने से पहले पेट के एसिड स्राव पर नियंत्रण होगा।
गलत खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें
एसिड लेवल को बढ़ाने वाले फ़ूड कम करें। ये रात के एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों को खराब कर सकते हैं।
इसलिए विशेष रूप से रात में टमाटर, कैफीन, मीट, फ्राइड फ़ूड, मसालेदार भोजन और अल्कोहलिक ड्रिंक का सेवन सीमित करने की सलाह दी जाती है।
अपने बिस्तर का सिरा थोड़ा ऊपर उठा दें
रात के एसिड रिफ्लक्स को रोकने के लिए अपने धड को थोड़ा ऊंचा उठा कर रखना ठीक होगा। इसके लिए बिस्तर के सिरे को ऊंचा करना उचित है।
जब आप अपने शरीर को हॉरिजॉन्टल पोजीशन में रखते हैं, तो आपका पेट और गला समान ऊंचाई पर होता है, जिससे पेट में एसिड बना रहता है।
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बाईं करवट सोएं

अपनी बाईं करवट सोने से रात के एसिड रिफ्लक्स एपिसोड कम हो सकते हैं।
एनाटोमिकल कारणों से पेट के दाहिनी ओर सोने से एसोफेजियल स्फिंक्टर पेट के एसिड के आगे ज्यादा एक्सपोज होता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स होता है।
वजन कम करें
ज्यादा वजन और मोटापे से ग्रस्त रोगियों को अपने एसिड रिफ्लक्स को नियंत्रित करने के लिए वजन कम करने की ज़रूरत होती है।
पेट के चारों ओर फैट इकठ्ठा होने से गैस्ट्रिक कम्प्रेशन बढ़ जाता है और पेट का एसिड वापस एसोफेगस में उठ आता है।
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धूम्रपान और शराब से बचें
एसिड रिफ्लक्स होने पर आपको धूम्रपान और शराब नहीं पीना चाहिए, क्योंकि ये आदतें भी इसके लक्षणों को बढ़ा सकती हैं।
रात के एसिड रिफ्लक्स से बचाव के लिए आरामदेह कपड़े पहनें।
अपनी सुविधा और सेहत के लिए सोते समय ढीले-ढाले कपड़ों का चुनाव करना सबसे अच्छा है।
ज्यादा टाइट पजामा पेट पर दबाव को बढ़ा सकता है, जिससे पेट का एसिड एसोफेगस में ऊपर उठ सकता है।
स्ट्रेस को मैनेज करें
सही स्ट्रेस मैनजेमेंट न सिर्फ रात के एसिड रिफ्लक्स का जोखिम कम करता है, बल्कि यह अच्छी गुणवत्ता वाली नींद को भी बढ़ावा देता है।
इस उद्देश्य के लिए मेडिटेशन, योग और पढ़ने जैसी रिलैक्सेशन टेकनीक की सिफारिश की जाती है।
डॉक्टर से मिलें
अगर इन सिफारिशों पर अमल करने के बावजूद आपके लक्षण बने रहते हैं या बिगड़ते हैं, तो अपने डॉक्टर से मिलना सबसे अच्छा है। वह इसके कारण और सबसे अच्छे इलाज को तय करने में सक्षम होंगे।
रात के एसिड रिफ्लक्स को रोकने के लिए क्या खाएं

इस आर्टिकल में हमने जिन सिफारिशों का जिक्र किया है, उन पर अमल करने के अलावा, रात के एसिड रिफ्लक्स के कारण होने वाली असुविधा को दूर करने के लिए आप गैविस्कॉन (Gaviscon) जैसे एंटासिड ले सकते हैं। गैविस्कॉन रेकिट बेन्कैजर हेल्थकेयर की दवा है।
इसके डुअल एक्शन की बदौलत यह एसिड को एसोफेगस में जाने से रोकता है और इस तरह पेट में अतिरिक्त एसिड को बेअसर करते हुए जलन से मुकाबला करता है।
इस दवा पर लिखे निर्देशों को पढ़ें और अपने फार्मासिस्ट से सलाह लें।
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