होल व्हीट पास्ता खाने के फायदे
क्या आप जानते हैं होल व्हीट पास्ता खाने के फायदे क्या हैं? पास्ता दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय खाद्य पदार्थों में से एक है। इसमें अच्छे ऑर्गनोलेप्टिक (organoleptic) गुण हैं और एनर्जी की अहम डोज मौजूद है। इसके अलावा यह अविश्वसनीय रूप से बहुमुखी है।
फिर भी होल व्हीट पास्ता का उपयोग करना बेहतर है, क्योंकि इसमें रिफाइंड या वाईट पास्ता की तुलना में कई फायदे हैं। इस लेख में हम इसके गुणों की व्याख्या करेंगे और बताएँगे कि आपको इसे क्यों चुनना चाहिए।
होल व्हीट पास्ता फाइबर का एक स्रोत है
सफेद पास्ता के विपरीत होल व्हीट पास्ता की विविधता में फाइबर की अहम् मात्रा होती है। यह पोषक तत्व गैस्ट्रोइंटेसटिनल ट्रैक्ट की सेहत के लिए जरूरी है। दरअसल इस पदार्थ का सेवन सेल होस्ट एंड माइक्रोब जर्नल में प्रकाशित एक लेख के अनुसार माइक्रोबायोटा की सेहत से जुड़ा हुआ है।
साथ ही, यह पोषक तत्व मीडियम और लॉन्ग टर्म कार्डियोवैस्कुलर रोगों के जोखिम को कम करने में मदद करता है। दरअसल कई स्टडी दिखाती हैं कि कार्डियोवैस्कुलर रिस्क को कम करने के लिए फाइबर का सेवन अहम है।
दूसरी ओर यह पदार्थ आंशिक रूप से आंतों में कोलेस्ट्रॉल को कुछ ब्लाक कर लिपिड प्रोफाइल को थोड़ा दुरुस्त करने में मदद करता है।
सफेद पास्ता से होल व्हीट पास्ता को अलग करने वाली अहम बात यह है कि इसमें फाइबर होता है।
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यह परिपूर्णता की भावना पैदा करता है
होल व्हीट पास्ता अपने रिफाइंड वरायटी के मुकाबले ब्लड शुगर और इंसुलिन को कम बढ़ाता है। इससे रिएक्टिव हाइपोग्लाइसीमिया से पीड़ित होने की संभावना कम हो जाती है और खाने के तुरंत बाद भूख बढ़ जाती है। इसलिए यह निश्चित रूप से अपनी सफेद वरायटी से बेहतर भोजन है।
भूख से जुडी तृप्तिदायक भावना का सही मैनेजमेंट उन सभी के लिए महत्वपूर्ण है जो अपना वजन घटाना चाहते हैं। लोगों के खाना छोड़ने के कारणों में से एक फ़ूड एंग्जायटी है। यह मुख्य रूप से गलत फ़ूड आप्शन के कारण होता है, जिससे लगातार भूख लगती रहती है।
फाइबर से भरपूर और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले भोजन का चुनाव क्षुधा-तृप्ति को बढाने में मदद करता है। इसलिए यह भोजन के बीच स्नैकिंग से बचने में आपकी मदद कर सकता है। यह रोजाना कम कैलोरी के सेवन में मदद करता है और शरीर के वजन पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
होल व्हीट पास्ता आपकी सेहत के लिए बेहतर
होल व्हीट पास्ता का दूसरा फायदा इसका कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स है। इस भोजन को खाने से सफेद पास्ता की तुलना में पंक्रियाज पर कम दबाव डालता है। इसमें कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिसमें इंसुलिन रेजिस्टेंस का कम जोखिम भी शामिल है।
क्योंकि यह स्थिति टाइप 2 डायबिटीज के विकास के लिए एक आदर्श जमीन तैयार करती है। आज एक्सपर्ट पैनक्रियाज से जुड़ी गडबडियों को रोकने की जरूरत से अवगत हैं। डायबिटीज अक्सर मोटापे और हृदय रोग के विकास से जुड़ा होता है।
इस कारण सफेद अनाज और उनके आटे की जगह होल व्हीट खाना स्वास्थ्य के लिए एक अच्छा कदम है।
भोजन का साबुत वर्जन स्वस्थ विकल्प है।
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एथलीटों के लिए एक बेहतर विकल्प
कई एथलीटों को ट्रेनिंग या प्रतिस्पर्धा से पहले पास्ता खाने के लिए उपयोग किया जाता है। हालाँकि इन स्थितियों में होल व्हीट पास्ता फायदेमंद होता है। यह भोजन ब्लड शुगर को स्थिर रखने की सहूलियत देता है।
इसका मुख्य नतीजा देर से थकान आने के रूप में होता है। इसके अलावा, रिएक्टिव हाइपोग्लाइसीमिया के जोखिम को कम करके बेहतर प्रदर्शन में भी तब्दील हो सकता है।
इस कारण एथलीटों को कम्पटीशन से ठीक पहले सरल शुगर और मैदे से बचना चाहिए। पूरे गेहूं, चावल या पास्ता वे खाद्य पदार्थ हैं जो एक सही और सुरक्षित एनर्जी सप्लाई की गारंटी देते हैं।
होल व्हीट पास्ता क्यों चुनें
होल व्हीट पास्ता के अपने सफेद विकल्पों के मुकाबले ज्यादा लाभ हैं। उनमें से ज्यादातर हाई फाइबर कंटेंट से जुड़े हुए हैं। यह प्रोडक्ट क्षुधातृप्ति को बढ़ाता है और रिएक्टिव हाइपोग्लाइसीमिया से जुड़ी जटिलताओं को कम करके ब्लड इंसुलिन को नियंत्रित करता है।
हालाँकि, यह कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन है जिसे आपको नहीं खाना चाहिए। याद रखें कि ब्राउन राइस या होल व्हीट क्विनोआ इस पोषक तत्व के बेहतर स्रोत हैं। दूसरी ओर, हमें यह बताना चाहिए कि एक अच्छे डाइट की नींव वरायटी है। इसलिए आपके लिए अपने आहार में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों को शामिल करना अहम् है।
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